नर्गिस का परिचय (nargis ka parichay)
आज हम महान अदाकारा नरगिस के बारे में बात कर रहे हैं। नरगिस 50 के दशक की महान अदाकारा थी। नरगिस एक ऐसी महान कलाकार थी जिनके अभिनय की दुनिया कायल थी। नरगिस की खूबसूरती का हर कोई दीवाना था। नरगिस की एक्टिंग इतनी दमदार हुआ करती थी कि हर अभिनेत्री उनके जैसा अभिनय करना चाहती थी परंतु कर नहीं पाती थी। नरगिस दो दशक तक फिल्म इंडस्ट्री में छाई रही, अगर कभी भी फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास के बारे में चर्चा होगी तो यह चर्चा नरगिस के बिना अधूरी रहेगी। क्योंकि नरगिस के बिना फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास अधूरा रहेगा। नरगिस किसी पहचान की मोहताज नहीं है। नरगिस का हिंदी में अर्थ फूल है और फूल तो खुशबूदार होता है। अपने आसपास के माहौल को सुगंधित रखता है ठीक उसी प्रकार नरगिस ने भी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी छाप छोड़ी हैं। नरगिस के जाने के बाद भी दुनिया उन्हें भूली नहीं है वह लोगों के जेहन में आज भी जिंदा है।
नर्गिस का जन्म और परिवार
नरगिस का जन्म 1 जून 1929 को बंगाल के कोलकाता में हुआ था, नरगिस के बचपन का नाम फातिमा राशिद था। नरगिस के माता-पिता हिंदू थे, इनके पिता पंजाब के समृद्ध मोहियल ब्राह्मण थे उनका नाम मोहन चंद उत्तम चंद त्यागी था, लेकिन बाद में उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया और अपना नाम अब्दुल राशिद रख लिया। नरगिस की मां जद्दनबाई हुसैन भी बनारस के एक ब्राह्मण परिवार से थी। लेकिन सुनने में आता है कि जद्दनबाई के परिवार वालों ने भी धर्म परिवर्तन कर लिया था। नरगिस की मां पहले से ही फिल्मी दुनिया से जुड़ी थी, जिस वजह से नरगिस और उनके दोनों भाइयों को एक्टिंग से जोड़ लिया।
नरगिस की मां जद्दनबाई एक शास्त्री गायिका थी, वह डांस भी करती साथ-साथ एक्टिंग भी करती थी। जद्दनबाई हिंदी फिल्म की पहली महिला संगीतकार बनी। नरगिस बचपन से ही फिल्मी माहौल में पली-बढ़ी थी तो जाहिर सी बात है कि नरगिस की रूचि फिल्मों में थी।
नर्गिस का फिल्मी करियर
नरगिस को अपनी मां की तरह एक्टिंग करने का शौक था, नरगिस का यह शौक उनकी मां जद्दनबाई ने पूरा कर दिया। जद्दनबाई नरगिस को फिल्म इंडस्ट्री में ले आई, नरगिस की पहली फिल्म रही तलाश-ए-हद जो कि सन 1953 में रिलीज हुई। नरगिस ने इस फिल्म में बाल कलाकार के रूप में काम किया था। तलाश-ए-हद फिल्म में नरगिस की उम्र महज 6 साल थी। इसी फिल्म से फातिमा राशिद को नया नाम नरगिस मिला। यह नाम उन्हें निर्देशक चिमनलाल ने दिया था। नरगिस 6 साल की छोटी सी उम्र से ही फिल्म में काम करना शुरू कर दिया और दिन प्रति दिन आगे बढ़ती गई। जब नरगिस की उम्र 14 साल थी, तभी नरगिस को महबूब खान की फिल्म तकदीर में काम करने का मौका मिला। नरगिस की लीड रोल में पहली फिल्म रही तमन्ना, नरगिस ने अपने पूरे करियर में 51 फिल्में की है। नरगिस की 1975 में आई फिल्म मदर इंडिया जो कि एक सुपर डुपर हिट रही। इस फिल्म से नरगिस की एक अलग ही पहचान बन गई। फिल्म के रिलीज होते ही नरगिस रातों-रात स्टार बन गई। शायद ही ऐसा कोई होगा जो कि नरगिस की मदर इंडिया फिल्म ना देखी हो।
नर्गिस और राज कपूर की रिश्ता
यह फिल्म पूरे देश में बहुत ज्यादा पसंद की गई थी। नरगिस की जोड़ी एक्टर राज कपूर के साथ सबसे ज्यादा बनी और दर्शकों ने इस जोड़ी को खूब पसंद भी किया। राज कपूर के साथ नरगिस ने 16 फिल्मों में काम किया। नरगिस और राज कपूर की जोड़ी 10 साल तक फिल्मी पर्दे पर धमाल मचाती रही। नरगिस को आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा । क्योंकि राज कपूर और नरगिस के अफेयर के चर्चे शुरू हो गए थे। राज कपूर शादीशुदा थे जिस कारण लोगों ने नरगिस की आलोचना भी की। नरगिस राज कपूर को इतना ज्यादा चाहती थी कि वे अपना सब कुछ उन पर कुर्बान कर दिया था। नरगिस ने अपना दिल अपनी आत्मा यहां तक कि अपना पैसा भी राज कपूर की फिल्मों में लगाती रही। जब आरके स्टूडियो मे पैसों की तंगी चल रही थी। उस वक्त नरगिस ने अपने सारे गहने बेचकर स्टूडियो को पैसे दिए थे। यहां तक कि नरगिस दूसरे बैनर की फिल्में करती थी, जिससे आर के स्टूडियो को आर्थिक तंगी से बाहर निकाला जा सके। नरगिस राज कपूर से शादी करना चाहती थी। लेकिन राज कपूर अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहते थे, जिस कारण नरगिस राज कपूर से अलग हो गई। जब नरगिस राज कपूर से अलग हुई थी, उस समय वह बहुत दुखी थी। कुछ दिन बाद नरगिस को फिल्म मदर इंडिया का ऑफर आया तो नरगिस ने मदर इंडिया फिल्म साइन कर ली।
नर्गिस और सुनील दत्त का प्यार
जब नरगिस मदर इंडिया फिल्म की शूटिंग कर रही थी, तभी अचानक ही सेट पर आग लग गई । नरगिस उस आग में फंस गई और जोर जोर से चिल्लाने लगी, बचाओ बचाओ मगर आग इतनी तेज थी कि किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी। लेकिन सुनील दत्त ने अपनी जान की परवाह किए बिना नरगिस को बचाया। नरगिस को बचाते बचाते सुनील दत्त को भी आग कि कुछ लपटें लग गई थी। जब नरगिस को सुनील ने बचाया था, उसी वक्त नरगिस को सुनील दत्त में अपना जीवन साथी दिखाई दिया और फिर 11 मार्च 1958 को नरगिस और सुनील की आर्य समाज रीति रिवाज से शादी हो गई।
नरगिस फिर से एक हिंदू बन गई। शादी के बाद नरगिस धीरे धीरे फिल्मों में काम करना बंद कर दिया। नरगिस की आखिरी फिल्म 1967 आई रात और दिन थी, नरगिस हमेशा बेबाक बयान देती थी उनके जो दिल में होता वही जवान में भी होता था। एक बार नरगिस ने ऑस्कर विजेता सत्यजीत रे की फिल्म पर बात करते हुए कहा कि वह अपने फिल्मों में केवल गरीब भारत को ही दिखाते हैं। नरगिस ने रेखा के बारे में भी बयान देते हुए कहा था कि रेखा को साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम है। नरगिस और सुनील दत्त के तीन बच्चे हैं, संजय दत्,त प्रिया दत्त और नम्रता दत्त ।
नर्गिस का अंतिम समय
जब नरगिस 50 साल की थी, तभी उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर है। 1981 मई को संजय दत्त की पहली फिल्म राकी रिलीज होने वाली थी। उस वक्त नरगिस बहुत ज्यादा बीमार थी। लेकिन उन्होंने अपने बेटे और पति से कहा चाहे जो हो जाए मैं फिल्म देखने जरूर जाऊंगी फिर चाहे व्हीलचेयर पर ही क्यों ना जाना पड़े। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। फिल्म राकी की रिलीज डेट 8 मई तय की गई थी। रिलीज डेट के 5 दिन पहले 3 मई 1981 को नरगिस दुनिया छोड़ कर चली गई। नरगिस तो चली गई परंतु अपनी अदाकारी के जरिए सब के दिलों में बस गई। वह हमेशा लोगों के बीच में यादों की तरह बसी रहेगी।
नर्गिस की फिल्म
1935 | Talashe Haq |
1936 | Madam Fashion |
1937 | Moti Ka Haar |
1942 | Pardanasheen |
1943 | Taqdeer |
1944 | Anban |
1945 | Humayun |
Bisvi Sadi | |
Ramayani | |
1946 | Nargis |
1947 | Mehndi |
Romeo & Juliet | |
1948 | Aag |
Mela | |
Anjuman | |
Anokha Pyar | |
Aaj Ka Farhad | |
1949 | Roomal |
Lahore | |
Darogaji | |
Andaz | |
Barsaat | |
1950 | Pyaar |
Meena Bazaar | |
Khel | |
Jogan | |
Jan Pahechan | |
Choti Bhabhi | |
Babul | |
Aadhi Raat | |
1951 | Saagar |
Pyar Ki Baaten | |
Hulchul | |
Deedar | |
Awaara | |
1952 | Sheesha |
Bewafa | |
Aashiana | |
Anhonee | |
Amber | |
1953 | Pehli Shadi |
Papi | |
Dhoon | |
Aah | |
1954 | Angarey |
1955 | Shree 420 |
1956 | Chori Chori |
Jagte Raho | |
1957 | Mother India |
Pardesi | |
Miss India | |
1958 | Adalat |
Lajwanti | |
Ghar Sansar | |
1960 | Kala Bazar |
1964 | Yaadein |
1967 | Raat Aur Din |
1968 | Tosa Oneira Stous Dromous |