हिन्दी कहानी- सोशल मीडिया और चोरो का गिरोह (Hindi Story of Social media and Choro ka Giroh)

हिन्दी कहानी- सोशल मीडिया और चोरो का गिरोह (Hindi Story of Social media and Choro ka Giroh)

देर रात थी शर्मा जी अपनी श्रीमति जी के साथ कमरे मे सो रहे थे, तभी उनके घर के दरवाजे मे दस्तक हुयी, शर्मा जी नींद से उठे और दरवाजे के पास पहुँच कर पूछा – कौन हैं इतनी रात को?

किसी ने भी उनके प्रश्न का उत्तर नहीं दिया। शर्मा जी को लगा की दरवाजा खटखटाने की आवाज का भ्रम शायद उन्हे हुआ था। उन्होने लंबी सी जम्हाई ली और फिर से सोने के लिए कमरे की ओर चल दिये। तभी बाहर से दरवाजे की खटखटाने की आवाज फिर से आई। शर्मा जी ने फिर से पूछा की – कौन हो भाई?

शर्मा जी दरवाजे के पास जा कर आहाट सुनने की कोसिस करने लगे, तभी बाहर से किसी ने बोला की – शर्मा जी मैं हूँ, भिंडी सेठ का लड़का, विनोद। बर्फ लेने आया था, पापा के हाथो की नस चढ़ गई हैं, तो सेकने के लिए बर्फ चाहिए थी।

शर्मा जी को लगा कि विनोद ही होगा क्योंकि अक्सर विनोद देर रात को शर्मा जी के घर बर्फ लेने आता था। कई बार भिंडी सेठ के हाथों के नस चढ़ जाती थी, जिसकी की सिकाई के लिए भिंडी सेठ अपने लड़के विनोद को शर्मा जी के यहां बर्फ लेने के लिए भेज दिया करते थे।

शर्मा जी को लगा कि यह विनोद ही होगा, इसलिए उन्होंने दरवाजा खोल दिया। जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला पांच लोग धड़-धड़ाते हुए अंदर आ गए। यह सभी पांचों लोग अपने चेहरे पर नकाब पहने हुए थे। शर्मा जी ने पूछा – अरे कौन हो तुम लोग अंदर कैसे चले आ रहे हो।

सभी ने शर्मा जी को धमकाते हुए कहां – चुप हो जा बेटा आज तो तेरी खेर नहीं।

और यह कहते हुए उनमें से एक बोने आदमी ने चाकू निकालकर शर्मा जी को दिखाया, चाकू देखते ही शर्मा जी की सिट्टी-पिट्टी गुल हो गई, फिर भी हिम्मत बांध कर उन्होंने पूछा – तुम लोग क्या चाहते हो।

उन्होंने कहा कान खोल कर सुन लो – तुम्हारे घर में डकैती हो रही है, हम लोग तुम्हारे घर को लूटने आए हैं, चलो उठाओ अपनी मिसेज को और यहां लेकर आओ,

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शर्मा जी कांपते पर हुए पैर से अपनी मिसेज को उठा कर ले आए, पांच नकाबपोश को देखते ही शर्मा जी की पत्नी का मुंह फटा का फटा ही रह गया। उन पांच में से एक व्यक्ति ने बोला कि – “आपका अमेरिका वाला भाई, जो पिछले हफ्ते आपको आईफोन दिया था। वह कहां है?”

शर्मा जी की पत्नी पूछा कि – “आपको आईफोन के बारे में कैसे पता चला,”

तभी एक और बदमाश ने कहा – बताते हैं- बताते हैं, इतनी जल्दी भी क्या है? पहले तो कल जो तुमने जमीन बेची है, उसके पैसे कहां रखे हैं, वह निकाल कर लाओ।

शर्मा जी का यह सुनकर हाथ-पांव फूल गया, वह सन्न रह गए, आखिर इन लुटेरों को यह सब कैसे पता चला। शर्मा जी को लगा पक्का कोई अपना ही है, जो इनको पूरे राज बताया हुआ है।

शर्मा जी डरते-डरते उनसे पूछने लगे कि – “भाई यह सब जानकारी तुमको कैसे पता चली, और तुमको यह कैसे पता चला कि भिंडी सेठ का लड़का विनोद देर रात को हमारे घर बर्फ लेने आता है?”

तभी एक लंबा सा पतला-दुबला नकाबपोश अपना मोबाइल लेते हुए आगे आया, और उसमें फेसबुक खोल कर शर्मा जी को दिखाया कि देखिए आपकी श्रीमती अपने घर में घटित होने वाली छोटी से छोटी चीजें और बड़ी से बड़ी चीजों को फेसबुक में पोस्ट करती हैं।

बस कई दिनों से हम लोगों की नजर आपके श्रीमती जी के फेसबुक अकाउंट पर ही थी, जिसमें हमें सब पता चल रहा था। आपकी श्रीमती अक्सर फेसबुक में विनोद को बर्फ देते हुए फोटो खींचकर पोस्ट डालते हुये नजर आती रहती हैं और बकायदा विनोद का बर्फ लेने आने का समय भी डालती हैं। इससे हमें पता चल गया कि हम आसानी से आपके घर में घुस सकते हैं।

पिछले हफ्ते ही आपकी श्रीमती को उनके भाई ने आईफोन गिफ्ट दिया था, जिसकी फोटो आपकी श्रीमती जी ने फेसबुक पर डालते हुए खुशी जाहिर की थी। मैं आईफोन का बहुत बड़ा शौकीन आदमी हूं, मैंने उसी दिन तय कर लिया कि अब आपके घर में घुसकर, यह फोन तो लेना ही है। पर दूसरे साथी तैयार नहीं हो रहे थे कि कल आपकी श्रीमती जी ने प्लाट बेचने की जानकारी को फेसबुक में पोस्ट किया।

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बस क्या था दूसरे साथी भी तैयार हो गए कि आज तो शर्मा जी के यहां खूब माल रखा होगा। इस तरीके से फेसबुक के माध्यम से हमें आपके घर की सारी गतिविधियां पता चल रही थी।

यह सुनकर शर्मा जी टेढ़ी नजरों से श्रीमती जी की ओर देखकर गुस्से की भाव से मुंह बिचकाया। अब श्रीमती जी भी क्या करती बिचारी रोते हुए आंखों झुकाये जमीन पर ही देखती रह गई।

चोरों ने मेगी बनाई और जमकर खाया, घर मे रखा हुआ गाजर का हलुआ खाया,  इसके बाद पैसे और मोबाइल लेकर रफूचक्कर हो गए।

शर्मा जी और उनकी पत्नी को सोशल मीडिया का जो भूत सवार था, आखिरकार उतर गया और उन्हें अपनी गलती का अंदाजा हो गया।

अब मेरे पाठको आपको तय करना है कि क्या आप भी छोटी-छोटी गतिविधियों को फेसबुक ट्विटर में अपलोड करते हो?

यह facebook पर आधारित hindi kahani कैसी लगी नीचे कमेन्ट कर के जरूर बताए।

2 comments

  1. bahut hi achchi kahani hain, padh kar facebook ke pagalpan ke bare me pata chala, ab se main bhi satark ho kar facebook me post karunga

  2. bahut se log bina soche samjhe kuchh bhi facebook me post kar dete hain aise logo ko yah kahani padhani chahiye, is liye mai to bahut sheyar karunga

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