हनुमान जी को कौन सा फल पसंद है
हनुमान जी को आम का फल बहुत ही पसंद हैं, और इसका वर्णन धार्मिक ग्रंथो में भी हैं। हनुमान जी बचपन मे सूर्य देव को आम समझ कर ही उन्हे निगलने का प्रयास किया था। लेकिन आम पूरे वर्ष नहीं मिलते हैं, इसलिए हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सेब को भी चढ़ाया जाता हैं। ऐसी मान्यता हैं की हनुमान जी को लाल रंग के फल बहुत पसंद हैं। इसीलिए हनुमान जी को प्रसाद के रूप में कई मंदिरो में आम, संतरे, सेब, अनार आदि को चढ़ाया जाता हैं।
उड़ते हुए हनुमान जी की फोटो लगाने से क्या होता है
बहुत से लोगो का प्रश्न है की उड़ते हुये हनुमान जी की फोटो लगाने से क्या होता हैं। हनुमान जी की कई सारी मुद्रा हैं, जैसे- पर्वत लिए हुये, अपना सीना चीरते हुये, ध्यान मे बैठे हुये और उड़ते हुये आदि। हनुमान जी की हर मुद्रा का अपना विशेष महत्व हैं। अगर साधक डरपोक हैं, छोटी छोटी समस्यायों से दर जाता हैं। तब ऐसी स्थिति मे साधक को हनुमान जी की पर्वत उठाए हुये प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए, ऐसा करने से साधक के अंदर डर समाप्त हो जाता हैं, और उसमे ऊर्जा के साथ साथ बल और हिम्मत विकसित होती हैं। ऐसी मान्यता हैं की हनुमान जी की जिस मुद्रा की पूजा साधक करता हैं साधक के अंदर उस मुद्रा से संबन्धित गुण उत्पन्न होते हैं।
इसी तरह से अगर साधक घर में उड़ते हुये हनुमान जी की फोटो लगता हैं तो उस साधक को आने वाले समय मे सफलता प्राप्त होगी। हनुमान जी की उड़ती हुई तस्वीर सफलता का प्रतीक मानी जाती हैं। इसलिए किसी भी साधक को अगर अपने जीवन मे सफलता प्राप्त करनी हैं तो उसे कर्म तो करने होंगे ही लेकिन उड़ते हुये हनुमान जी की फोटो लगाने से कर्म का फल यानि की सफलता भी मिलेगी।