Story of Elizabeth Bathory : फिल्मों में अक्सर हमने यह देखा है कि कोई जादूगर महिला अपने आप को खूबसूरत बनाए रखने के लिए लोगों का खून पीती है। लेकिन हम सबको यह विश्वास होता है कि यह सिर्फ फिल्मों में ही होता हैं और पूरी तरह से एक कल्पना मात्र हैं और वास्तव में ऐसा नहीं हो सकता। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की 16 वीं शताब्दी में एक औरत थी जिसे दुनिया का सबसे बेरहम महिला होने का खिताब दिया जाता है। यह माना जाता है कि उस महिला में अपने आप को सदा जवान रखने के लिए लगभग 600 लोगों को मार्कर उनका खून पी लिया था। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड कि अगर हम माने तो उनके हिसाब से यह औरत दुनिया के सबसे घातक एवं हत्यारिन महिला है।
इस महिला का जन्म 1560 में हुआ था इसका नाम काउंटेस एलिजाबेथ बाथरी (elizabeth bathory) था। यह एक हंगेरियन महिला थी। इस महिला का जन्म हंगरी के एक अमीर परिवार में हुआ था। इसका परिवार एक खूबसूरत और बड़े किले के अंदर शानदार जीवन जीता था। इस महिला में अपने आप को काउंटेस ड्रैकुला नाम दिया था। यह महिला दूरदराज के गांव से किसान लड़कियों को अगवा कर लिया करती थी और उन्हें कैद करके उनकी हत्या कर दिया करती थी। हत्या करने के बाद काउंट ड्रैकुला नाम की लड़की उन मरी हुई किसान लड़कियों के खून को पिया करती थी।
कई बार तो यह अपने शिकार को तड़पा तड़पा कर मारा करती थी अपराहन किए गए लड़कियों के अंगों को काटकर उन लड़कियों को ठंड में जमने के लिए घर के बाहर बर्फीली सर्दी में छोड़ दिया करती थी।
जब इसके शिकार तड़प तड़प कर मर जाया करते थे तब काउंटेस बिरला नाम की लड़की उनके मरे हुए शरीर से खून को निकाल कर उस खून से नहाया करती थी। उसका मानना था की युवा लड़कियों के खून से नहाने से व्यक्ति हमेशा जवान रहता है। इसके अलावा काउंट ड्रैकुला नाम की लड़की सदा जवान रहने के लिए उन लड़कियों का खून भी पिया करती थी।
काउंटेस ड्रैकुला ( Elizabeth Bathory) नाम की लड़की परिवारिक रुप से बहुत ही अमीर थी। वह जहां रहा करती थी वहां पर उसका बहुत ही वर्चस्व था। कोई भी उसकी इच्छा के बिना उस तक नहीं पहुंच पाता था लेकिन 1590 से लेकर 1610 तक उसके द्वारा किए गए लगभग 600 हत्याओं के बाद समाज में उसके खिलाफ लोगों के अंदर रोज और गुस्सा बहुत ज्यादा फैल गया था जिसके कारण 1610 में उसे तथा उसके चार सबसे भरोसेमंद नौकरों को गिरफ्तार कर लिया गया था। माना जाता है की उसके यह 4 नौकर उसके द्वारा किए गए सभी हत्याओं में शामिल थे।
काउंटेस ड्रैकुला ने लगभग 650 हत्या की थी लेकिन उसके खिलाफ सिर्फ 80 लड़कियों की हत्या का आरोप लगाओ लेकिन कई गवाहों ने काउंट ड्रैकुला (Elizabeth Bathory) की डायरी का हवाला देकर यह गवाह दिया था कि उसने 650 हत्याएं की थी। इसके बाद काउंट ड्रैकुला को जीवन भर नजरबंद रखने की सजा सुनाई गई थी और 1614 में जब उसकी उम्र 54 वर्ष थी उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि उसे दफनाने के कोई भी सबूत आज तक नहीं मिले हैं उसे कहां पर दफनाया गया है यह एक रहस्य है जो कि आज भी बना हुआ है। वहां के रहने वाले लोगों का मानना है कि उसका अंतिम संस्कार उसके महल के मैदान में ही कहीं पर किया गया था।
एलिजाबेथ बाथरी (elizabeth bathory) हंगरी देश के एक राजघराने से संबंध रखती थी। एलिजाबेथ यानि काउंटेस ड्रेकुला की शादी फेरेंक नैडेस्डी नाम के व्यक्ति के साथ हुई थी, फेरेंक नैडेस्डी ने हंगरी के लिए तुर्कों के खिलाफ युद्ध लड़ा था। इस युद्ध मे उसे बहुत ख्याति मिली और वह हंगरी का नेशनल हीरो बन गया था। लड़कियो को अपने कब्जे मे लेने के लिए एलिज़ाबेथ बाथरी बहुत चालाकी के साथ बड़ा जाल बुनती थी। क्योंकि एलिज़ाबेथ बड़े घराने से संबन्धित थी इसलिए आसपास के इलाको एवं गांवों की गरीब किसान लड़कियों को लालच देकर वह अपने राजभवन मे नौकरी और खूबसरे पैसो का लालच देकर बुला लेती थी। जब गरीब किसान लड़कियां काम के लिए महल मे आती तब एलिज़ाबेथ बाथरी (Elizabeth Bathory) उन लड़कियों को अपना शिकार बना लिया करती थी। इस काम मे उसके चार वफादार नौकर भी साथ दिया करते थे।
हंगेरियन इतिहास मे बताया जाता हैं कि एलिज़ाबेथ बाथरी के इलाके में धीरे धीरे किसान लड़कियों की संख्या मे कमी आने लगी, तब एलिज़ाबेथ ने तब अमीर और बड़े घरानो की लड़कियो को भी अपना शिकार बनाने लगी थी। जब एलिज़ाबेथ (Elizabeth Bathory) के इन हत्याओ और कुकर्मों के बारे मे हंगरी के राजा को पता चला, तब राजा ने इस मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए सैनिको को आदेश दिया। जब सैनिको ने इस मामले की सत्यता जानने के लिए जांच पड़ताल की तो खोज करते करते वो एलिजाबेथ के महल में पहुंचे, और महल पहुँच कर जांचकर्ताओ ने जो देखा वह दिल दहला देने वाला दृश्य था। वहाँ का हाल देखकर सभी दंग रह गए। जांच दल के सैनिको ने एलिजाबेथ बाथरी के महल से कई गरीब किसान लड़कियों के कंकाल और सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए थे। और इसी के आधार पर तथा कुछ लोकल गवाह के आधार पर एलिज़ाबेथ बाथरी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।