नाउरू का परिचय और नाउरू देश की राजधानी

नाउरू का परिचय

नाउरू एक द्वीपीय देश है जो दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है। यह दुनिया का सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य है, जिसका क्षेत्रफल केवल 21 वर्ग किलोमीटर (8.1 वर्ग मील) है। नाउरू का निकटतम पड़ोसी बनावा द्वीप है, जो किरिबाती गणराज्य का एक हिस्सा है, जो लगभग 300 किलोमीटर (190 मील) पूर्व में स्थित है। नाउरू का भूगोल मुख्य रूप से एक सपाट, कैल्शियम कार्बोनेट के ढेर से बना है, जिसे “लिथोस्फियरिक द्वीप” के रूप में जाना जाता है। देश की सबसे ऊंची चोटी केवल 60 मीटर (200 फीट) ऊपर है। नाउरू के पास कोई प्राकृतिक झील या नदी नहीं है, और देश का अधिकांश पानी विलवणीकरण द्वारा प्राप्त किया जाता है।

नाउरू की जलवायु उष्णकटिबंधीय है, जिसमें गर्म, आर्द्र ग्रीष्मकाल और नम, शांत सर्दीयां होती हैं। औसत तापमान 27 डिग्री सेल्सियस (81 डिग्री फ़ारेनहाइट) से अधिक होता है। नाउरू की आबादी लगभग 12,000 है। देश की आधिकारिक भाषा नाऊरुन है, जो मायक्रोनेशियन भाषाओं के परिवार से संबंधित है। अंग्रेजी भी व्यापक रूप से बोली जाती है। नाउरू की अर्थव्यवस्था पूर्व में फॉस्फेट के खनन पर आधारित थी। हालांकि, फॉस्फेट के भंडार अब लगभग समाप्त हो चुके हैं, और देश को अपने आर्थिक आधार को बदलने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। पर्यटन और विदेशी सहायता देश की अर्थव्यवस्था का मात्र सहारा हैं। नाउरू एक लोकतंत्र है, जिसका प्रधान मंत्री सरकार का प्रमुख होता है।

क्या नाउरू दुनिया का सबसे अमीर देश था?

1960 के दशक में, नाउरू दुनिया के सबसे धनी देशों में से एक था। इसका मुख्य कारण था फॉस्फेट के विशाल भंडार, जो द्वीप के नीचे पाए जाते थे। फॉस्फेट का उपयोग उर्वरक और अन्य उत्पादों के निर्माण में किया जाता है, और यह बहुत मूल्यवान है। फॉस्फेट के खनन ने नाउरू को एक समृद्ध देश बना दिया। प्रति व्यक्ति आय में, नाउरू 1970 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका और स्विट्जरलैंड से आगे निकल गया।

हालांकि, फॉस्फेट के भंडार जल्दी समाप्त हो गए, और देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। 1990 के दशक में, नाउरू को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा, और प्रति व्यक्ति आय में भारी गिरावट आई। आज, नाउरू एक गरीब देश है। प्रति व्यक्ति आय में, यह दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है। देश में उच्च बेरोजगारी, गरीबी और स्वास्थ्य समस्याएं हैं।

See also  पुरुष के माथे पर तिल होना शुभ या अशुभ

नाउरू की राजधानी शहर क्या है?

नाउरू की कोई आधिकारिक राजधानी नहीं हैं, फिर भी लोगो की मान्यता के अनुसार नाउरू की राजधानी यारे नामके जगह को माना जाता है। यह द्वीप के दक्षिणी तट पर स्थित है। इस जगह में सरकार के कार्यालय, बैंक, स्कूल और अस्पताल हैं। यारे में एक छोटा सा बंदरगाह भी है जो द्वीप के लिए माल ढुलाई के लिए उपयोग किया जाता है।

मैं नाउरू की यात्रा कैसे कर सकता हूं?

नाउरू की यात्रा करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, क्योंकि यह द्वीप दुनिया के सबसे दूरस्थ स्थानों में से एक है। नाउरू में कोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नहीं है, इसलिए आपको पहले किसी अन्य देश की राजधानी में उड़ान भरनी होगी। नाउरू की राजधानी यारे के लिए उड़ानें केवल ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और किरिबाती से उपलब्ध हैं।

नाउरू की यात्रा करने का सबसे आसान तरीका ऑस्ट्रेलिया से है। ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन से नाउरू के लिए उड़ानें लगभग चार घंटे की हैं। उड़ानें आमतौर पर सप्ताह में एक या दो बार चलती हैं। नाउरू की यात्रा करने का एक और तरीका न्यूजीलैंड से है। न्यूजीलैंड के ऑकलैंड से नाउरू के लिए उड़ानें लगभग छह घंटे की हैं। उड़ानें आमतौर पर सप्ताह में एक या दो बार चलती हैं।

नाउरू की यात्रा करने का तीसरा तरीका किरिबाती से है। किरिबाती के टाबुआरा से नाउरू के लिए उड़ानें लगभग दो घंटे की हैं। उड़ानें आमतौर पर सप्ताह में एक या दो बार चलती हैं, और कीमतें प्रति व्यक्ति लगभग 500 अमेरिकी डॉलर से शुरू होती हैं।  नाउरू आने के बाद, आप द्वीप के चारों ओर जाने के लिए बस, टैक्सी या कार किराए पर ले सकते हैं। द्वीप का क्षेत्रफल छोटा है, इसलिए आप इसे आसानी से कुछ दिनों में घूम सकते हैं।

क्या इंग्लैंड की रानी नाउरू गई है?

नहीं, इंग्लैंड की रानी एलिजाबेथ द्वितीय कभी नाउरू नहीं गई हैं। नाउरू एक छोटा सा देश है जो दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है। यह दुनिया के सबसे दूरस्थ स्थानों में से एक है, और यह ब्रिटिश राष्ट्रमंडल का सदस्य नहीं है। इसलिए, रानी के लिए नाउरू की यात्रा करना व्यावहारिक नहीं है।

रानी एलिजाबेथ द्वितीय ने अपने शासनकाल में 130 से अधिक देशों की यात्रा की है, लेकिन उनमें नाउरू शामिल नहीं है। उन्होंने केवल ब्रिटिश राष्ट्रमंडल के देशों की यात्रा की है, जो 54 स्वतंत्र देश हैं जो ब्रिटिश सम्राट को अपना साझा प्रमुख मानते हैं। नाउरू के लोगों को रानी से मिलने का मौका कभी नहीं मिला है, लेकिन वे उन्हें अपनी रानी के रूप में मानते हैं। 2012 में, नाउरू ने रानी के 60वें शासनकाल के जश्न में भाग लिया। नाउरू के प्रधान मंत्री ने लंदन में रानी को एक पत्र भेजकर उनके शासनकाल की सराहना की।

See also  सपने में कटहल देखना

नाउरू माइक्रोनेशिया है या पोलिनेशिया?

नाउरू माइक्रोनेशिया का हिस्सा है। माइक्रोनेशिया ओशिनिया का एक क्षेत्र है जो दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है। इसमें 2500 से अधिक छोटे द्वीप शामिल हैं, जो 14 अलग-अलग देशों में विभाजित हैं। नाउरू इन 14 देशों में से एक है। पोलिनेशिया भी ओशिनिया का एक क्षेत्र है, लेकिन यह माइक्रोनेशिया से अलग है। पोलिनेशिया में 1000 से अधिक द्वीप शामिल हैं, जो 12 अलग-अलग देशों में विभाजित हैं। नाउरू इन 12 देशों में से किसी में भी शामिल नहीं है।

नाउरू लोग कौन सी भाषा बोलते हैं?

नाउरू के लोग नौरुआन भाषा बोलते हैं। नौरुआन एक माइक्रोनेशियन भाषा है जो मायक्रोनेशियन भाषाओं के परिवार से संबंधित है। यह नाउरू की आधिकारिक भाषा है, और इसे देश की लगभग 96% आबादी द्वारा बोला जाता है।

नौरुआन एक स्वर-युक्त भाषा है, जिसमें 5 स्वर और 18 व्यंजन हैं। यह एक संश्लेषणात्मक भाषा है, जिसका अर्थ है कि शब्दों को बनाने के लिए शब्दांशों को एक साथ जोड़ा जाता है। नौरुआन भाषा का इतिहास प्राचीन है। यह द्वीप के मूल निवासियों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है। 19वीं शताब्दी में, नौरुआन भाषा को लिखने के लिए एक रोमन लिपि का विकास किया गया था। नौरुआन भाषा के अलावा, नाउरू में अंग्रेजी भी व्यापक रूप से बोली जाती है। अंग्रेजी शिक्षा और सरकार में उपयोग की जाती है।

नाउरू की मुद्रा क्या है

नाउरू की आधिकारिक मुद्रा आस्ट्रेलियाई डॉलर है। नाउरू 1949 से ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का उपयोग कर रहा है। नाउरू के पास अपनी कोई मुद्रा नहीं है। नाउरू में, ऑस्ट्रेलियाई डॉलर को “डोलर” या “AUD” के रूप में जाना जाता है। ऑस्ट्रेलियाई डॉलर को 100 सेंट में विभाजित किया गया है। नाउरू में, ऑस्ट्रेलियाई डॉलर को बैंकों, विनिमय कार्यालयों और कई दुकानों में स्वीकार किया जाता है। ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के अलावा, अमेरिकी डॉलर और अन्य प्रमुख मुद्राओं को भी स्वीकार किया जाता है।

नाउरू लोग कौन सी जाति के होते हैं?

नाउरू लोग माइक्रोनेशियन जाति के होते हैं। माइक्रोनेशियन जाति ओशिनिया के एक क्षेत्र माइक्रोनेशिया के मूल निवासियों की जाति है। इसमें लगभग 30 अलग-अलग जनजातियां शामिल हैं, जो 2500 से अधिक छोटे द्वीपों पर बसे हुए हैं। नाउरू के लोग माइक्रोनेशियन जाति की एक शाखा, नौरुआन जाति के हैं। नौरुआन जाति नाउरू, किरिबाती और नाउरू के कुछ हिस्सों में रहती है।

नाउरू के लोगों की शारीरिक विशेषताएं माइक्रोनेशियन जाति की अन्य जनजातियों के समान होती हैं। उनका रंग आमतौर पर हल्का भूरा होता है, उनके बालों का रंग काला होता है, और उनकी आंखें भूरी या काली होती हैं। नाउरू के लोगों की संस्कृति भी माइक्रोनेशियन संस्कृति की एक शाखा है। उनकी संस्कृति में संगीत, नृत्य, शिल्प और कला शामिल हैं। नाउरू के लोग एक शांतिप्रिय और मेहमाननवाज लोग हैं। वे अपने देश और संस्कृति को बहुत महत्व देते हैं।

See also  यहूदी धर्म के मुख्य देवता कौन है?

नाउरू में कौन सा धर्म है?

नाउरू में सबसे आम धर्म ईसाई धर्म है। नाउरू की आबादी का लगभग 95% ईसाई है। उनमें से अधिकांश कैथोलिक (33%) या प्रोटेस्टेंट (36%) हैं। अन्य ईसाई संप्रदायों में एंग्लिकन, पेंटेकोस्टल और मेथोडिस्ट शामिल हैं।

नाउरू में एक छोटा इस्लाम समुदाय भी है, जो देश की आबादी का लगभग 2% है। अन्य धर्मों में बौद्ध धर्म, हिंदू धर्म और पारंपरिक धर्म शामिल हैं। नाउरू में धर्म एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। देश के अधिकांश स्कूल और अस्पताल धार्मिक संगठनों द्वारा संचालित होते हैं। सरकार भी धर्म को संरक्षण प्रदान करती है।

नाउरू आय का मुख्य स्रोत क्या है?

नाउरू की आय का मुख्य स्रोत फॉस्फेट है। नाउरू दुनिया का सबसे बड़ा फॉस्फेट उत्पादक था, और इसने 19वीं और 20वीं शताब्दी में देश को समृद्ध बनाया। हालांकि, फॉस्फेट के भंडार अब समाप्त हो रहे हैं, और नाउरू को एक नए आर्थिक आधार की तलाश करनी है।  नाउरू की आय के अन्य स्रोतों में शामिल हैं:

  1. पर्यटन: नाउरू एक सुंदर द्वीप है, और पर्यटन एक बढ़ता हुआ उद्योग है।
  2. आर्थिक सहायता: ऑस्ट्रेलिया और अन्य देश नाउरू को आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं।
  3. अन्य उद्योग: नाउरू में कुछ अन्य उद्योग भी हैं, जैसे कि मछली पकड़ना, कृषि और विनिर्माण।

नाउरू की अर्थव्यवस्था एक चुनौतीपूर्ण स्थिति में है। फॉस्फेट के भंडार के समाप्त होने के साथ, नाउरू को एक नए आर्थिक आधार की तलाश करनी है।

नाउरू किस लिए प्रसिद्ध है?

नाउरू कई चीजों के लिए प्रसिद्ध है, जिनमें शामिल हैं:

  1. फॉस्फेट: नाउरू दुनिया का सबसे बड़ा फॉस्फेट उत्पादक था, और इसने 19वीं और 20वीं शताब्दी में देश को समृद्ध बनाया। हालांकि, फॉस्फेट के भंडार अब समाप्त हो रहे हैं, और नाउरू को एक नए आर्थिक आधार की तलाश करनी है।
  2. सबसे छोटा द्वीप देश: नाउरू दुनिया का सबसे छोटा द्वीप देश है। इसका क्षेत्रफल केवल 21 वर्ग किलोमीटर है।
  3. दुनिया का सबसे मोटा आदमी: नाउरू के जॉन ब्राउन ने 2008 में 478 किलोग्राम वजन के साथ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में प्रवेश किया।
  4. दुनिया का सबसे कम घनत्व वाला देश: नाउरू की आबादी लगभग 12,000 है, जो इसे दुनिया का सबसे कम घनत्व वाला देश बनाता है।

नाउरू अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है। इसमें सफेद रेतीले समुद्र तट, उज्ज्वल नीले पानी और ताड़ के पेड़ हैं। नाउरू एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। नाउरू एक छोटा लेकिन विविध देश है। यह अपनी समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थिति के लिए जाना जाता है।

नाउरू में कितने एयरपोर्ट हैं?

नाउरू में एक एयरपोर्ट है। इसका नाम नाउरू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह नाउरू की राजधानी, यारेन के पास स्थित है। नाउरू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अन्य द्वीप राष्ट्रों से जुड़ता है, जो नाउरू की राष्ट्रीय एयरलाइन, नाउरू एयरलाइंस द्वारा सेवा प्रदान करता है। नाउरू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का IATA कोड INU है। यह एक प्राथमिक हवाई अड्डा है, जिसका अर्थ है कि यह नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को संभालता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *