एटीएम और डेबिट कार्ड में क्या अंतर है

एटीएम और डेबिट कार्ड में क्या अंतर है

एटीएम और डेबिट कार्ड में क्या अंतर है

एटीएम और डेबिट कार्ड अक्सर भ्रमित करने वाले शब्द होते हैं, क्योंकि वे दोनों बैंकिंग लेनदेन से जुड़े होते हैं। बैंक में कई तरह के कार्ड इस्तेमाल होते हैं जैसे कि डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, प्रीपेड कार्ड, वरिष्ठ नागरिक कार्ड कैश कार्ड और छात्र कार्ड। लेकिन इन सब में सबसे प्रमुख कार्ड डेबिट कार्ड और एटीएम कार्ड होते हैं जो कि लगभग सभी बैंक उपभोक्ताओं के पास होते हैं तीसरा सबसे प्रमुख कार्ड क्रेडिट कार्ड होता है जो कि समाज के कुछ विशिष्ट लोगों के पास ही होता है इसलिए आज इस पोस्ट में हमारा मुख्य केंद्र डेबिट कार्ड और एटीएम कार्ड पर ही है। आज इस समय के माध्यम से हम जानेंगे कि एटीएम और डेबिट कार्ड में क्या अंतर है।

एटीएम को औटोमेटेड टेलर मशीन के नाम से जाना जाता हैं, यह एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसका उपयोग आप अपने बैंक खाते मे रखे पैसे को निकालने के लिए करते हैं। एटीएम का सबसे बड़ा लाभ यह हैं की जिसके पास एटीएम होता हैं उसे अपने बैंक नहीं जाना पड़ता हैं, आसपास लगे किसी भी बैंक के एटीएम से आप अपने बैंक खाते का पैसा निकाल सकते हैं। इसके साथ साथ आप बैलेंस चेक करने, मिनी स्टेटमेंट प्रिंट करने, बिल भुगतान करने और फंड ट्रांसफर करने के लिए भी एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं। एटीएम का उपयोग करने के लिए, आपको अपने बैंक द्वारा जारी किए गए डेबिट कार्ड या एटीएम कार्ड की आवश्यकता होगी। सभी डेबिट कार्ड एटीएम कार्ड के रूप में कार्य करते हैं, लेकिन सभी एटीएम कार्ड डेबिट कार्ड के रूप में कार्य नहीं करते हैं। एटीएम का आविष्कार 1967 में जॉन शेपर्ड-बैरन द्वारा किया गया था।

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डेबिट कार्ड एक प्लास्टिक कार्ड है जो आपके बैंक खाते से जुड़ा होता है। आप डेबिट कार्ड का उपयोग स्टोरों में खरीदारी करने, ऑनलाइन भुगतान करने, एटीएम से नकदी निकालने और अन्य लेनदेन करने के लिए कर सकते हैं। डेबिट कार्ड का उपयोग करते समय, धन सीधे आपके बैंक खाते से डेबिट किया जाता है। पहला डेबिट कार्ड 1966 में बार्कलेज बैंक द्वारा जारी किया गया था।

ATM से संबन्धित रोचक तथ्य

  1. एटीएम से पहली बार पैसा 27 जून 1967 को निकाला गया था। यह एटीएम बारक्ले बैंक का था जिसे की लंदन मे स्थापित किया गया था। पैसा निकालने वाले व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि मशहूर कॉमेडी एक्टर रेग वारने थे।
  2. एटीएम का आविष्कारक ने शुरू मे एटीएम के पिन 6 अंको की राखी थी, लेकिन एटीएम के आविष्कारक की पत्नी को 6 डिजिट के पिन याद नहीं रहते थे, इसलिए बाद मे जॉन शेफर्ड जो की एटीएम के आविष्कारक हैं, उन्होने एटीएम में 4 डिजिट का पिन रखा।
  3. भारत में पहला एटीएम 1987 को प्रारंभ हुआ था, यह एटीएम हांगकांग और शंघाई बैंक कॉर्पोरेशन के द्वारा मुंबई में स्थापित किया गया था।

  4. स्टेट बैंक ने केरल के कोच्चि में तैरने वाला एटीएम स्थापित किया है। इस एटीएम की निगरानी केरल शिपिंग एंड इनलैंड नेवीगेशन कारपोरेशन के द्वारा होता है।

  5. ब्राजील में एटीएम से पैसे निकालने के लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन यानी कि अंगूठे लगाने पड़ते हैं। जबकि भारत में पैसे निकालने के लिए चार अंक का पासवर्ड डालना पड़ता है।

  6. न्यूजीलैंड और इंग्लैंड में एटीएम को कैश प्वाइंट या फिर कैश मशीन के नाम से जाना जाता है, जबकि ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में एटीएम को मनी मशीन के नाम से जाना जाता है।

  7. दुनिया का सबसे ऊंची स्थान में स्थापित एटीएम कहां पर स्थापित है कई लोगों के ममन में यह प्रश्न उठता है तो दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी भारत में ही दुनिया का सबसे ऊंची स्थान पर स्थापित एटीएम मौजूद है। यह यूनियन बैंक आफ इंडिया के द्वारा नाथुला नाम के स्थान पर स्थापित किया गया है। यह एटीएम भारतीय सेना के लिए स्थापित किया गया है, जो की इंडो चाइना बॉर्डर पर स्थापित है।

  8. एटीएम के आविष्कारक जॉन शेफारड का जन्म भारत में ही हुआ था, उनका जन्म 23 जून 1925 को शिलोंग हुआ था। जॉन शेफर्ड के पिता भारत मे चिटगांव बन्दरगाह में चीफ इंजीनियर थे।

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