साउथ कोरिया मे 12 घंटे की स्कूल
साउथ कोरिया मे एक विद्यार्थी को लगभग पूरा दिन स्कूल मे बिताना पड़ता हैं। यानि की कह सकते हैं दुनिया मे साउथ कोरिया एक मात्र ऐसा देश हैं, जहां स्कूल दो सिफ्ट मे लगती हैं। पहली सिफ्ट मे सुबह 6 से शाम 4 बजे तक क्लास लगती हैं, इसके बाद शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक क्लास लगती हैं।
साउथ कोरिया मे शिक्षक का 5 वर्ष मे ट्रांसफर होता हैं
साउथ कोरिया और भारत मे शिक्षक और प्रिंसिपल का ट्रांसफर एक स्कूल से दूसरे स्कूल होता हैं। इसका उद्देश्य हैं शिक्षको को देश के सभी तरह के महोल से परिचित करवाकर उनके अनुभव मे इजाफा करना।
फिनलैंड मे 7 वर्ष होने के बाद स्कूल
फ़िनलैंड मे बच्चे 7 वर्ष के बाद ही स्कूल जाते हैं, जबकि दुनिया के लगभग सभी देशो मे बच्चे 4 से 5 वर्ष की उम्र मे पढ़ाई चालू कर देते हैं। हालांकि एक शिक्षक तथा मोटिवेटर होने के नाते मैं नोर्वे के इस नियम का समर्थन करता हूँ।
ईरान मे लड़के और लड़कियो के लिए अलग स्कूल
ईरान मे सभी स्कूल सिंगल जेंडर पर आधारित होते हैं। ईरान मे लड़कियो के लिए अलग स्कूल तथा लड़को के लिए अलग स्कूल होते हैं। अब आपको लगेगा की ईरान तो एक narrow minded देश हैं तो आप संभव है की सही हो। इतना ही नहीं लड़कियो के स्कूल मे महिला शिक्षक होते हैं तथा लड़को के स्कूल मे पुरुष शिक्षक होते हैं।
फ्रांस के स्कूल मे कोई ड्रेस कोड नहीं
फ्रांस के स्कूल मे बच्चो को स्कूल मे आने का कोई ड्रेस कोड नहीं हैं, बच्चे अपनी पसंद के कपड़े पहन कर आ सकते हैं, हलकी फ्रांस मे एक प्रोविन्स नामका शहर हैं, इस शहर मे स्कूल के लिए ड्रेस कोड लागू हैं, पर इस शहर को छोड़ कर पूरे फ्रांस मे स्कूल मे पढ़ने वाले बच्चो के लिए कोई ड्रेस कोड नहीं हैं।
फ्रांस मे दो घंटे का लांच टाइम होता हैं
फ्रांस के स्कूल मे 2 घंटे का लांच टाइम होता हैं, इस समय मे बच्चो को खाना बनाना तथा खाने के शिष्टाचार के बारे मे बताया जाता हैं।
बांग्लादेश मे तैरने वाले स्कूल हैं
बांग्लादेश मे बाढ़ कि समस्या एक आम समस्या हैं, जिसकी वजह से स्कूली पढ़ाई को बढ़ा होती हैं, इस लिए बांग्लादेश मे कई बोट(नाव) आधारित स्कूल हैं, जो बाढ़ की स्थिति मे भी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं।
नार्वे मे स्कूल पूरा करने के बाद 3 हफ्ते की पार्टी
नार्वे मे स्कूल मे अंतिम वर्ष मे पढ़ रहे बच्चे के स्कूल छोड़ने के पहले स्कूल के द्वारा लगभग 3 हफ्ते की पार्टी आयोजित की जाती हैं। ये सेलिब्रेशन मध्य अप्रैल से लेकर 17 मई तक चलते हैं।
आस्ट्रेलिया मे लाल पेन का इस्तेमाल प्रतिबंधित
आस्ट्रेलिया और यूके मे लाल पेन के इस्तेमाल पर मनाही हैं, हमारे भारत मे शिक्षक लाल पेन का इस्तेमाल करके ही हमारी असाइनमेंट, आन्सरशीट आदि चेक करते हैं। लेकिन आस्ट्रेलिया और यूके मे शिक्षको को लाल पेन इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध हैं, मनोवैज्ञानिक का मानना हैं की लाल रंग बच्चो के मन को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं।
चाइना मे बच्चे स्कूल मे सो सकते है
चाइना के स्कूल मे दोपहर होते ही बच्चो को 30 मिनट सोने के लिए दिया जाता हैं, जिससे बच्चे मानसिक रूप से तरो-ताजा हो सके। बच्चो को स्कूल मे तकिया और चादर लाने की छूट दी गई हैं।
फ्रांस के स्कूल मे कैचअप प्रतिबंधित हैं
फ्रांस के स्कूल मे लांच बॉक्स मे कैचप लाना प्रतिबंधित हैं। फ्रांस अमेरिकी कल्चर को बच्चो मे हावी होने से रोकने के लिए ऐसे नियम बनाया हैं।
इस स्कूल मे दोस्ती नहीं कर सकते
यूके मे एक थॉमस स्कूल हैं, इस स्कूल का नियम हैं की यहाँ पढ़ने वाले बच्चे एक दूसरे को दोस्त नहीं बनाएँगे। स्कूल का मानना हैं की बच्चे दोस्त बनाते हैं और फिर दोस्ती टूट जाने पर वो सदमा लगता हैं, इस लिए उनके स्कूल का नियम हैं की वहाँ पढ़ने वाले छात्र एक दूसरे को दोस्त नहीं बना सकते हैं।
इस देश के स्कूल मे सुंदर नहीं दिख सकते
जापान के कुछ स्कूलो मे बच्चो के सुंदर दिखने मे पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ हैं, स्कूल प्रशासन का मानना हैं की बच्चो को अपनी पढ़ाई मे ध्यान देना चाहिए। इसलिए स्कूल ने मेकअप, नाखून पोलिश और हाथ-पैर मे वैक्सिंग को प्रतिबंधित किया हुआ हैं।
इस स्कूल मे बच्चे हाथ नहीं मिला सकते
अमेरिका और इंग्लैंड के कुछ स्कूलो मे बच्चो को एक दूसरे को छूने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ हैं, बच्चे एक दूसरे को “High Fives” नहीं दे सकते, हाथ नहीं मिला सकते तथा गले नहीं मिल सकते हैं।