रविवार के दिन झाड़ू खरीदना चाहिए कि नहीं
नई झाड़ू लेने के लिए सबसे अच्छा दिन अमावस्या, मंगलवार, शनिवार और रविवार का दिन माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार जब भी महीने का कृष्ण पक्ष चल रहा हो तब किसी बताए गए शुभ दिन में झाड़ू को खरीदना बहुत ही शुभ कार्य माना गया है। झाड़ू अगर रविवार मंगलवार या अमावस के दिन खरीदी गई हो उसके बावजूद भी, जब भी नई झाड़ू का पहली बार इस्तेमाल किया जाए तो उसके लिए शनिवार सबसे अच्छा दिन माना गया है। कभी भी झाड़ू को अकेला नहीं खरीदना चाहिए, जब भी झाड़ू खरीदने जाए तो दो झाड़ू खरीदे। क्योंकि झाड़ू को हमेशा जोड़ी में ही खरीदना अच्छा एवं शुभ माना गया है। ऐसा करने से घर में सकारात्मक शक्ति बढ़ती है और घर में तेजी से विकास होता है।
घर में झाड़ू से जुड़े कुछ और महत्वपूर्ण नियम
- झाड़ू जब पुरानी हो जाए तो भूल कर भी उसे गुरुवार, पूर्णिमा, एकादशी और मंगलवार के दिन ना फेंके। इन दिनों में झाड़ू फेकने से आर्थिक नुकसान होता है।
- घर में झाड़ू को रखने के लिए सबसे अच्छा और उत्तम दिशा उत्तर दिशा है। हमेशा उत्तर दिशा में ही घर की झाड़ू को रखना चाहिए इसके साथ ही झाड़ू को छुपा कर रखना चाहिए, जिससे बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति को झाड़ू ना दिखे।
- झाड़ू को कभी भी डाइनिंग रूम, बैडरूम और पूजा घर में नहीं रखना चाहिए। इसके साथ ही जिस कमरे में तिजोरी रखी हो वहां पर भी झाड़ू नहीं रखनी चाहिए।
- सूर्य के डूबने के बाद तथा सूर्यास्त के समय झाड़ू घर में नहीं लगानी चाहिए, ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है।
- अगर झाड़ू पुरानी हो गई है और जगह-जगह से टूट कर खराब हो गई है, तब ऐसी झाड़ू को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति टूटी हुई झाड़ू का इस्तेमाल करता है वह अपने घर में दरिद्रता को नियंत्रित करता है।
गुरुवार के दिन ना खरीदें झाड़ू
गुरुवार के दिन घर में किसी भी प्रकार की साफ सफाई से संबंधित चीजों को नहीं खरीदना चाहिए और ना ही गुरुवार के दिन दाढ़ी-बाल बनवाना चाहिए। गुरुवार के दिन झाड़ू खरीदने से बचना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को झाड़ू खरीदना है तो कृष्ण पक्ष के दिन मंगलवार शुक्रवार या फिर अमावस्या के दिन झाड़ू खरीदना चाहिए। इसके साथ ही दीपावली और धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से घर में वृद्धि और समृद्धि आती है। होलिका दहन के दिन भूलकर भी पुरानी झाड़ू को नहीं फेकना चाहिए।
झाड़ू किस दिशा में रखना चाहिए
झाड़ू को रखने का सबसे सही दिशा घर के उत्तर मे हैं। घर मे हमेशा झाड़ू को उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए, इसके अलावा झाड़ू को खुले मे नहीं रखना चाहिए, उसे छिपा का रखना चाहिए, जिससे किसी को झाड़ू ना दिखाई दे। अब तो लोग छोटी सी अलमारी को बना कर उसी मे झाड़ू को रखते हैं।
मंदिर में झाड़ू किस दिन दान करना चाहिए
कार्तिक महीने मे जब धनतेरस आता हैं तो उस दिन किसी गरीब को या फिर मंदिर मे झाड़ू का दान करने से उत्तम फल मिलता हैं। धनतेरस के दिन झाड़ू का दान करने से घर मे धन के साथ साथ मान-सम्मान आदि मे वृद्धि होती हैं। इसके अलावा मंगलवार के दिन भी झाड़ू को मंदिर मे दान किया जा सकता हैं। मंदिर मे जब भी झाड़ू का दान करे तो झाड़ू की संख्या हमेशा तीन ही रहनी चाहिए। घर के इस्तेमाल के लिए जब झाड़ू खरीदे तो दो झाड़ू खरीदे, लेकिन जब मंदिर मे दान करने के लिए झाड़ू खरीदे तो तीन झाड़ू खरीदे।
झाड़ू किसी को देना चाहिए कि नहीं
अगर कोई व्यक्ति झाड़ू का दान करता हैं तो यह बहुत ही शुभ कार्य माना गया हैं, झाड़ू का दान करने से घर की दरिद्रता दूर होती हैं। विकास के नए रास्ते खुलते हैं। लेकिन झाड़ू का केवल दो ही लोगो को करना चाहिए, एक मंदिर मे झाड़ू का दान किया जा सकता हैं तथा दूसरा किसी अतिगरीब को झाड़ू का दान किया जा सकता हैं। इसलिए अगर कोई व्यक्ति झाड़ू का दान करने का सोच रहा हैं तो वो इनहि दोनों मे से किसी एक को या फिर दोनों को ही झाड़ू का दान कर सकता हैं।
keyword- रविवार के दिन झाड़ू खरीदना चाहिए कि नहीं, किस दिन झाड़ू खरीदना चाहिए, रविवार को झाड़ू खरीदें या नहीं, ravivar ko jhadu khareed sakte hain, kya ravivar ko jhadu khareed sakte hain, रविवार को झाड़ू खरीदना चाहिए, गुरुवार के दिन ना खरीदें झाड़ू, guruvar ke din jhadu khareed sakte hain, झाड़ू किस दिशा में रखना चाहिए, घर में झाड़ू किस दिशा में रखना चाहिए, झाड़ू का मुंह किस दिशा में रखना चाहिए, झाड़ू कौन सी दिशा में रखना चाहिए, झाड़ू को किस दिशा में रखना चाहिए, झाड़ू किसी को देना चाहिए कि नहीं, jhadu kisi ko dena chahie ya nahin
डिस्क्लेमर – इस लेख में बताई गई जानकारी दूसरी वेबसाइट्स और आम लोक साधारण में व्याप्त जानकारियों से लेकर लिखी गई हैं। यह मनोरंजन और सामान्य ज्ञान की दृष्टि से डाला गया है। इस लेख में लिखी गई बातों की सत्यता की पुष्टि हमारी वेबसाइट मेरी बातें डॉट इन नहीं करता है।
[…] रविवार के दिन झाड़ू खरीदना चाहिए कि नह… […]