भारत मे लोग अपने घर मे पेड़ लगाने से पहले उसके वास्तु फल और दोष के बारे मे पता लगते थे। वास्तु शस्त्र और फेंगसुई के अनुसार कुछ ऐसे पेड़-पौधे होते हैं जो घर मे लगाए जाने पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और घर मे रहने वाले लोगो के द्वारा किए जाने वाले मेहनत मे सौभाग्य का तड़का लगाने मे मदद करते हैं। जिससे घर मे धन-सम्पदा मे वृद्धि होती हैं। इनहि पेड़ो मे से एक पेड़ हैं लाजवंती का पेड़ जिसके बारे मे आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से जनेगे। तो दोस्तो आइये बिना देर किये जानते हैं लाजवंती पेड़ के वास्तु फल और दोष के बारे मे।
किस दिशा मे लाजवंती लगाई जाती हैं?
लाजवंती के पेड़ को घर मे लगाया जा सकता हैं, यह घर मे सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करती हैं, जिससे उस घर मे रहने वालों को लाभ मिलता हैं, लेकिन उसके लिए भूमिस्वामी को लाजवंती के पेड़ को लगाने से पहले उसके दिशा के बारे मे अच्छे से जान लेना होगा। लाजवंती को लगाने के लिए सबसे उत्तम दिशा ईशान कोण (पूर्व आर उत्तर का कोना) माना गया हैं। लाजवंती के पेड़ को आप सीधे जमीन मे लगा सकते हैं, लेकिन आपके पास अगर ज्यादा जगह नहीं हैं तो आप लाजवंती के पेड़ को किसी गमले मे भी लगा सकते हैं। अगर किसी ने लाजवंती का पौधा अपने घर मे लगाया हुआ हैं तो उसे नियमित रूप से लाजवंती के पौधे की सेवा करनी चाहिए और उसे समय-समय मे पानी देना चाहिए। माना जाता हैं की जो व्यक्ति लाजवंती के पौधे को प्रतिदिन पानी देता हैं, उसके घर मे कभी भी धन की कमी नहीं होती हैं। उस घर मे धन और अन्न की उपलब्धता भरपूर होगी।
शनि देव को प्रिय हैं लाजवंती का फूल
वास्तु शस्त्र के विद्वान बताते हैं की लाजवंती के पेड़ो मे फूलने वाला फूल भगवान शनि को बहुत ही प्रिय हैं। शनि को नीला रंग बहुत ही पसंद हैं और लाजवंती के पेड़ मे फूलने वाला पुष्प भी नीले रंग का ही होता हैं। जिस घर मे लाजवंती का पेड़ लगा हो और वह फूलता हो उस घर मे खुशिया भी खूब फूलती हैं। क्योंकि उस घर मे न्याय के देवता शनि की प्रसन्न दृष्टि होती हैं। अगर किसी व्यक्ति के घर मे लाजवंती का पेड़ नहीं लगा हैं तो वह प्रत्येक शनिवार को बाजार से लाजवंती के फूलो को खरीद कर शनि भगवान को जरूर अर्पित करे।
घर मे वंश फलता-फूलता हैं
जिस घर मे लाजवंती का पेड़ लगा होता हैं, उस घर का वंश का नुकसान नहीं होता है और वंध वृद्धि होती हैं। वंश निरोगी होती हैं और अपने लक्ष्यो मे सफलता पाती हैं।
लड़ाई झगड़े दूर हो जाते है
मान्यता हैं की जिस जगह लाजवंती लगी होती हैं, उस पेड़ के आस-पास के दास घर मे भी लड़ाई झगड़े बंद हो जाते हैं। कई ऋषि मुनि लाजवंती के पेड़ो को अपने आश्रम मे लगाया करते थे, इसी वजह से जब कोई हिंसक जानवर ऋषि मुनि के आश्रम के निकट आता था तो वह भी अहिंसक हो जया करता था। कई ऋषि मुनि के आश्रमो मे शेर और हिरण एक पात्र से पानी पिया करते थे।