Unlucky Plants : दोस्तों आज हम लोग इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि कौन से पौधे एवं वृक्ष घर के लिए अशुभ एवं दुर्भाग्य को बुलाने वाले वृक्ष माने जाते हैं। हिंदू धर्म में वृक्ष का बहुत ही महत्व है तथा सभी वृक्ष को महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन सभी वृक्षों का अपना एक स्थान नियत है, अगर उन जगहों से हटकर वह वृक्ष लगा हुआ है तो वह अशुभ सूचक माना जाता है। आज लेख के माध्यम से हम जानेंगे कौन से वृक्ष एवं पौधे घर के लिए दुर्भाग्य को बुलाने वाले तथा अशुभ परिणाम वाले होते हैं।
इस सूची में कई वृक्ष हैं जिनके बारे में हम एक-एक करके चर्चा करेंगे
आम, नीम और बहेड़ा – आम, नीम, बहेड़ा यह तीनों आयुर्वेदिक विज्ञान के महत्वपूर्ण पेड़ों में से एक हैं लेकिन यह पेड़ कभी भी घर के समीप नहीं होने चाहिए। इसके अलावा कांटेदार वृक्ष, पीपल ,इमली तथा अगस्त के पेड़ भी घर के आसपास नहीं लगाना चाहिए।
अगर आप मकान बनवाने के लिए जमीन खरीदने जा रहे हैं तो सबसे पहले जमीन यानी भूमि का निरीक्षण कर ले अगर वहां पहले से कोई वृक्ष या फिर लताए लगी हुई हैं और उनमें अगर फल और फूल आ रहे हैं तो इससे यह पता चलता है की भूमि रहने के लिए उत्तम है।
कटीले वृक्ष – अगर आप घर बनवाने के लिए कोई भूमि खोज रहे हैं और भूमि खरीद रहे हैं तो उसके पहले यह निरीक्षण कर ले कि कहीं भूमि बंजर तो नहीं है, भूमि में कटीले वृक्ष और बेर के पेड़ तो नहीं उग रहे हैं। अगर खाली पड़ी भूमि में कटीले वृक्ष अपने आप ही जम जाते हैं, तो यह संकेत होता है कि उस भूमि में नीचे जल की कमी है तथा भूमि रहने योग्य नहीं है।
पीपल और बरगद का पेड़ – जिस जमीन में पहले से ही पीपल और बरगद का पेड़ लगा हो उस जमीन को घर निर्माण के लिए कभी भी नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि जिन भूमि में बरगद और पीपल के पेड़ लगे होते हैं, उस भूमि में घर बनवाने वाला कभी सुखी नहीं रह पाता, घर में रोग व्याध लगातार बने रहते हैं।
सीताफल – सीताफल को माता सीता का पसंदीदा फल बताया जाता है, लेकिन सीताफल का वृक्ष कभी भी घर के निकट नहीं लगाना चाहिए, वास्तु शास्त्र के अनुसार सीताफल के वृक्ष को घर के निकट होने का मतलब यह है कि घर में लगातार नकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जन होता रहेगा तथा घर में वैराग्य और लड़ाई झगड़े निरंतर होते रहेंगे।
नीबू का पेड़ – घर के परिसर के अंदर कभी भी नींबू का पेड़ ना लगाएं, नेबू कांटेदार पौधा होता है, वास्तु शास्त्र के अनुसार कांटेदार वृक्ष एवं पौधे को घर में नहीं लगाना चाहिए। जिस घर में नींबू का पौधा लगा होता है, उस घर में निरंतर लड़ाई झगड़े होते रहते हैं।
कपास का पेड़ – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कपास का वृक्ष भी लगाना अशुभ माना जाता है। कपास का वृक्ष देखने में बहुत ही मनमोहक लगता है, लेकिन यह वृक्ष दुर्भाग्य का कारण बनता है। जिस घर में कपास के पेड़ लगे होते हैं उस घर में हमेशा पैसों की तंगी होती है तथा परिवार को गरीबी का सामना करना पड़ता है।
बबूल का पेड़ – बबूल का पेड़ को भी कभी भी गलती से भी घर में ना लगाएं, गांव में बबूल के पेड़ का मंजन एवं दातुन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए किसान भाई बबूल के घर से दूर खेतो के मेढ़ के किनारे पर लगाते हैं, लेकिन कभी भी बबूल के पेड़ को घर की सीमा के अंदर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि जिस घर में बबूल का वृक्ष लगा होता है, उस घर में लगातार लड़ाई झगड़े होते हैं तथा घर के लोगों का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ होता है।
मेहंदी का पौधा – मेहंदी का पौधा भी वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के आस-पास नहीं लगाना चाहिए, ऐसी मान्यता है की मेहंदी का पेड़ बुरी आत्माओं को अपनी और आकर्षित करता है।जिसके परिणाम स्वरूप घर के आस-पास नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है और घर में तरह तरह की समस्याओं का जन्म होने लगता है, इसलिए अगर कोई व्यक्ति अपना जीवन सुख पूर्वक बिताना चाहता है, तो वह कभी भी अपने घर में मेहंदी का पौधा ना लगाएं।
नागफनी का पौधा – कई लोग शो प्लांट को लगाने के लिए नागफनी पौधे का भी इस्तेमाल करते हैं, नागफनी एक कांटेदार पौधा होता है। इसे कैक्टस भी कहते हैं, इस पौधे को कभी भी घर के अंदर एवं घर के बाउंड्री के अंदर भी नहीं लगाना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार नागफनी के पौधे को दुर्भाग्य को निमंत्रण देने वाला पौधा माना जाता है, अगर वैज्ञानिक दृष्टि से बात करें तो नागफनी का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। जिससे इंसान के मन का उत्साह समाप्त हो जाता है और वह दुखी रहने लगता है। नागफनी जिस घर में लगी होती है उस घर में पैसों की तंगी लगातार बनी रहती है तथा परिवार के सदस्यों के लिए मनमुटाव भी बढ़ने लगता है
खजूर का पेड़ – बहुत से लोग घर को आकर्षित बनाने के लिए घर के सामने खजूर का पेड़ लगाते हैं, लेकिन खजूर का पेड़ वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ फल देने वाला वृक्ष नहीं माना जाता है। जिस व्यक्ति के घर में खजूर का पेड़ लगा होता हैं उस घर का विकास रुक जाता है। जिसकी वजह से आर्थिक समस्याओं का उन्हें लगातार सामना करना पड़ता है।
मदर का वृक्ष – मदार के वृक्ष को बहुत ही शुभ माना जाता है तथा मदार के वृक्ष में फूलने वाले मदार के फूल को भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। भगवान शिव मदार के पुष्प को बहुत ही पसंद करते है लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के अंदर कभी भी दूध से युक्त पेड़ एवं पौधों को नहीं लगाया जाता है, मदार में भी सफेद रंग का दूध पाया जाता है, इसलिए मदर का पेड़ घर के अंदर ना लगाए, अगर आपको मदार का पेड़ फूलों के लिए लगाना है तो मदार को आप अपने घर के बाउंड्री के बाहर लगा सकते हैं।
गूलर का वृक्ष – गूलर के वृक्ष का स्वामी शुक्र गृह होता हैं। जो व्यक्ति आर्थिक समस्यायों से घिरा हो, उसे गूलर के पेड़ मे नित्य पानी चढ़ना चाहिए, संभव हो तो जहां भी खाली जगह दिखे वहाँ पर गूलर का पेड़ लगाना चाहिए। इससे शुक्र दोष खत्म होते हैं। लेकिन घर मे भूल कर भी गूलर का पौधा या फिर पेड़ नहीं लगाना चाहिए।
कौन सा पौधा लगाने से पुत्र की प्राप्ति होती है?
अगर किसी दंपट्टी को संतान नहीं हो पा रही हैं तो दंपति को धार्मिक रूप से भी प्रयास करने चाहिए, संतान प्राप्ति के लिए पीपल के पेड़ के तने मे लाल धागा बढ़ाने से दंपट्टी को संतान प्राप्ति मे आ रही बाधायेँ दूर हो जाती हैं। शास्त्रो के अनुसार जिन बच्चो के माता पिता पीपल के पेड़ को नियमित पानी देते हैं, उनके बच्चे अपने जीवन मे खूब तरक्की करते हैं।
बरगद, आम और अर्जुन के पेड़ पुत्र एवं वंश से संबन्धित वृक्ष हैं, आप इसे बगीचे एव जंगल मे इन वृक्षो को लगा सकते हैं, इन पेड़ को लगाने से वंश मे वृद्धि होती हैं।
FAQ : सीताफल का पेड़ घर में लगाने से क्या होता है?
वास्तुशस्त्र के अनुसार घर मे सीताफल का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। अगर किसी के यहाँ घर से दूर को बगीचा हैं तो वहाँ पर सीताफल लगाया जा सकता हैं, लेकिन घर के प्रांगण मे सीताफल नहीं लगाया जा सकता हैं। सीताफल मे कई तरह के विषैले जीव जन्तुओ का निवास होने के कारण, इसे घर मे लगाने की मनाही हैं।
FAQ : क्या घर में पीपल का पेड़ लगाना शुभ है?
पीपल का पेड़ हिन्दू धर्मा मे बहुत ही पवित्र माना गया हैं और हिन्दू धर्म को मानने वाले रोजाना इसकी पूजा करते हैं। लेकिन इस पेड़ मे कई तरह के देवी-देवताओ के साथ साथ भूत-प्रेतो का भी निवास होता हैं। इसलिए घर मे पीपल का पेड़ लगाना वर्जित माना गया हैं।