हनुमान जी की लंबाई कितनी हैं?
हनुमान जी की लंबाई को लेकर अलग-अलग साक्ष्य मिलते हैं। कुछ जगहों पर ऐसा वर्णन मिलता है की हनुमान जी की लंबाई 108 फिट थी, तो कहीं कहीं पर उनकी हाइट 35 फीट बताई गई है। लेकिन वास्तव में हनुमान जी की लंबाई अनिश्चित थी।
अनिश्चित का अर्थ यह है कि हनुमान जी अपनी लंबाई को आवश्यकतानुसार घटा बढ़ा सकते थे। इसीलिए अलग-अलग धार्मिक दस्तावेज संग्रहों में हनुमान जी की लंबाई का विवरण अलग-अलग मिलता है। रामचरितमानस में सेहमें यह पता चलता है की हनुमान जी अपने आकार को बदलते रहते थे। हनुमान जी जब माता सीता से मिलने अशोक वाटिका गए थे, तब उन्होंने बहुत ही छोटा आकार रखा हुआ था। वहीं पर जब हनुमान जी और सुरसा का आमना सामना हुआ, तब वहां पर हनुमान जी लगातार अपने आकार को बड़ा करते जा रहे थे।
इस तरीके से हमें यह पता चलता है की हनुमान जी की कोई निश्चित लंबाई नहीं थी और हनुमान जी अपनी आवश्यकता के अनुसार, लंबाई को घटा और बढ़ा सकते थे।
राम जी की लंबाई कितनी थी
बहुत से विद्वानों का यह मानना है की त्रेता युग में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम जी की लंबाई 9 फीट 7 इंच थी। प्राचीन काल में भारत के लोगों की लंबाई काफी ज्यादा हुआ करती थी। समय के साथ-साथ खानपान और वातावरण बदलने से इंसानों की लंबाई औसत 5.5 फीट रह गई है। लेकिन अभी कहीं-कहीं ऐसे लोग मिल जाते हैं जिनकी लंबाई 10 फिट से 11 फिट भो होती है।
माता सीता की लंबाई कितनी थी
माता सीता राजा जनक की पुत्री है और इनका विवाह भगवान राम के साथ हुआ था। माता सीता की लंबाई 9.6 फिट आंकी गई हैं।
प्राचीन एवं धार्मिक दस्तावेजों से यह पता चलता है की माता सीता जी की लंबाई भगवान राम से तीन अंगुल छोटी थी। जबकि भगवान लक्ष्मण जी की लंबाई 8 फीट 4 इंच है और इतनी ही लंबाई शत्रुघ्न जी की भी थी।
रावण की लंबाई कितनी थी
रावण लंका का राजा था और उसे दशानन के नाम से नहीं जाना जाता था। विद्वानों के द्वारा अनुमान लगाया गया है की रावण की लंबाई 18 फीट के आसपास थी।
रावण पुलस्त मुनि का पोता था और भगवान ब्रह्मा का परनाती था। रावण को वरदान था कि उसे कोई भी देवता, यक्ष, दानव आदि पराजित नहीं कर सकता है। रावण इंसानों और पशु पक्षियों को तुच्छ मानता था, इसलिए रावण ने जब ब्रह्मा से अपने लिए वरदान मांगा तो उसमें इंसान और जानवरों से अपनी रक्षा का वर मांगना भूल गया। आखिर कार उसे इंसान रूप में जन्मे राम जी ने पराजित किया और राम जी का साथ वानर सेना ने दिया था।
प्राचीनकाल में जन्मे महापुरुषों की लंबाई
नाम | लंबाई (फिट में) |
श्री राम | 9.7 |
माता सीता | 9.6 |
भरत जी | 8.7 |
लक्ष्मण जी | 8.4 |
शत्रुघन | 8.4 |
हनुमान जी | कोई निश्चित नहीं |
रावण | 18 |
हनुमान जी रूप भी बदल सकते थे
हनुमान जी सर्व सिद्धि प्राप्त थे, इसलिए वो अपना आकार तो बदल ही सकते थे साथ में अपना रूप भी बदल सकते थे। हनुमान जी के पास यह शक्ति थी की वह जिस तरह का रूप लेना चाहे ले सकते थे। इसके साथ की भगवान अहनुमान किसी के भूतकाल तो किसी के भविष्य काल को भी देख सकते थे। हनुमान जी भगवान शिव के रुद्र अवतार हैं। हनुमान जी को न कोई अस्त्र और न कोई शस्त्र नुकसान पहुंचा सकता हैं। हनुमान जी सर्वशक्ति मान है, वो जो चाहे वह कर सकते हैं।
हनुमान जी के बारे मे जानकारी
हनुमान जी के अन्य नाम | महाबली, बजरंगबली, केसरी नन्दन, अंजनिसुत |
संबंध | रामभक्त, रुद्र अवतार |
पद | कलयुग के राजा, |
अस्त्र | गदा, वज्र और ध्वज |
मंत्र | ॐ श्री हनुमते नमः |
विशेष दिवस | मंगलवार और शनिवार |
पिता का नाम | राजा केसरी |
माता का नाम | अंजनी |
गुरु का नाम | सूर्य देव |
यात्रा का तरीका | हवा में उड़ते हुये यात्रा |
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