मंगलवार के टोटके
मंगलवार के दिन का स्वामी मंगल ग्रह है। मंगल ग्रह सभी ग्रहों का सेनापति है और मंगलवार का दिन मंगल ग्रह को ही समर्पित है। मंगलवार के दिन राम भगवान के अनन्य भक्त हनुमान जी का भी माना गया है। मंगलवार के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना पूरे विश्व में की जाती है। मंगल ग्रह को ज्योतिष विज्ञान के अनुसार उग्र स्वभाव वाला बताया गया है जिसकी वजह से परिवार में लड़ाई झगड़े कष्ट और दुर्घटनाएं होने के कारक होते हैं। मंगल ग्रह का प्रभाव से कई लोगों को मानसिक परेशानियां रक्तचाप संबंधी रोग माइग्रेन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग मंगल को शांत रखने के प्रयास नहीं करते उन्हें मंगल काफी परेशान कर सकता है इसलिए ज्योतिष शास्त्र में मंगल को शांत रखने के लिए मंगलवार के टोटके बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को मंगलमय और शुभम बना सकते हैं। मंगल को शांत करने के लिए निम्न मंगलवार के टोटके का इस्तेमाल करके मंगल के कुप्रभाव से बचा जा सकता है
हनुमान जी को दीप दिखाएं
जो लोग मंगल से प्रताड़ित हैं तथा दिन पर अभी मंगल का बुरा प्रभाव नहीं है इन दोनों प्रकार के व्यक्ति को मंगलवार के दिन सुबह और शाम के समय बजरंगबली जी के सामने दीप जरूर जलाना चाहिए। दीप जलाते समय बाकी को लाल रंग का करके उसे घी के दिए में अच्छे से डुबो करते थोड़ा सा सिंदूर छिड़ककर प्रज्वलित करना चाहिए ऐसा करने से मंगल के कुप्रभाव से बचा जा सकता है।
हनुमान जी की पूजा करना चाहिए
मंगल के कुप्रभाव से बचने के लिए मंगलवार के दिन विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए हालांकि हनुमान चालीसा का पाठ सप्ताह के सातों दिन करना चाहिए लेकिन मंगलवार के दिन विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करके आप मंगल ग्रह के कुप्रभाव से बच सकते हैं। जो लोग सप्ताह के सातों दिन हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करते वह चाहे तो मंगलवार के दिन कम से कम 2 बार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। हनुमान चालीसा का पाठ मंगलवार के दिन एक बार घर में तथा एक बार हनुमान जी के मंदिर में जाकर तो जरूर करना चाहिए। हनुमान जी के मंदिर के सामने खड़े होकर दीप जलाकर वहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ करें तथा उसके बाद हनुमान जी की आरती को करें।
गुड़ और चने से भी मंगल दोष निवारण
मंगलवार के दिन मंगल के प्रभाव से बचने के लिए एक उपाय यह भी है कि गुड़ और चने को खरीदकर बंदरों को तथा गाय को खिलाना चाहिए। मंगल के प्रभाव से बचने के लिए यह उपाय बहुत ही कारगर माना जाता है। लेकिन गाय का रंग इस उपाय के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। अगर आप गुड़ और चना गाय को खिला रहे हैं तो यह सुनिश्चित कर लें कि गाय का रंग लाल होना चाहिए। जिस प्रकार सूरज उगते समय लालिमा लिया रहता है उसी लालिमा के रंग की तरह ही गाय का रंग भी होना चाहिए।
चमेली के तेल का उपाय
चमेली का तेल एक बहुत ही चर्चित और लोकप्रिय उपाय है जो कि अक्सर लोग शनिवार के दिन करते हैं। एक सीसी बाजार में चमेली का तेल लेकर उसमें सिंदूर मिला दीजिए इसके बाद नियमित रूप से प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी को इस लेप से लेपन करिए। इस उपाय को बहुत से लोग शनिवार को भी करते हैं। यह उपाय मंगल और शनि दोनों के कुप्रभाव से बचने में बहुत ही कारगर उपाय है।
बूंदी का प्रसाद दूर करता है मंगल दोष
हनुमान जी को बूंदी का प्रसाद बहुत ही पसंद है जो व्यक्ति मंगल से परेशान हैं तथा मंगल के कुप्रभाव से बचना चाहते हैं उन लोगों को मंगलवार के दिन बूंदी का प्रसाद किसी प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में चढ़ाना चाहिए तथा प्रसाद को चढ़ाने के बाद मंदिर में ही उसे बांट देना चाहिए। ध्यान रखें बचा हुआ बूंदी का प्रसाद अपने साथ घर ले कर ना आए पूरा का पूरा बूंदी मंदिर में ही बांट दें। 40 मंगलवार ऐसा करने से मंगल दोष का प्रभाव निष्क्रिय हो जाता है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होने लगती हैं।
माला का उपाय दूर करता है मंगल दोष
जिन लोगों को मंगल के कुप्रभाव से बचना है वह लोग तुलसी के पत्ते सी बनी माला को हनुमान जी को चढ़ा कर मंगल के कुप्रभाव से बच सकते हैं। माला बनाने के लिए तुलसी के 108 पत्ते तोड़कर प्रत्येक तुलसी में राम लिख कर उसे माला बनाएं और हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी को चढ़ाएं ऐसा करने से मंगल के प्रभाव को मिस्त्री किया जा सकता है तथा जो लोग शनि के कुप्रभाव से परेशान हैं यही उपाय शनिवार को भी करके शनि की दृष्टि से बचा जा सकता है।
मंगल से बचने के उपाय
- हनुमान जी को तुलसी की माला पहना है
- हनुमान जी को बूंदी का प्रसाद भेंट करें
- हनुमान जी को सिंदूर और चमेली के तेल से लेपन करें
- लाल गाय या बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं
- मंगलवार को हनुमान चालीसा का कम से कम 2 बार पाठ करें
- लाल बाती को घी में जलाकर हनुमान जी के सामने प्रज्वलित करें
मंगल दोष से संबन्धित लक्षण
जिस व्यक्ति को मंगल परेशान कर रहा है या फिर मंगल दोष से ग्रसित है उस व्यक्ति को पहचानने के लिए कुछ लक्षण होते हैं उन लक्षण के आधार पर ऐसे व्यक्तियों की पहचान की जा सकती है जिन पर मंगल की कुदृष्टि है या मंगल दोष से वह प्रभावित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति में कुछ विशेष प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं आज इस लेख के माध्यम से हम उन्हें लक्षणों के बारे में जानेंगे।
लाल आंखें – जो व्यक्ति मंगल दोष से पीड़ित है तथा मंगल की वजह से परेशान हो रहा है उस व्यक्ति की आंखें अक्सर लाल रहती हैं। इसके अलावा मंगल से पीड़ित व्यक्ति की पुतलियां ऊपर की ओर थोड़ी उठी हुई होती है देखने पर इनकी आंखें आपको चढ़ी हुई समझ में आएंगी।
गुस्सैल स्वभाव – जो लोग मंगल दोष से पीड़ित हैं ऐसे व्यक्तियों का स्वभाव गुस्सैल और तेज तरार वाला होता है। ऐसे लोगों का अपने आसपास के लोगों के साथ तालमेल नहीं रहता तथा अनबन बनी रहती है जिन लोगों का मंगल दिवड़ा होता है वह लोग जहां पर भी काम करते हैं वहां अलग-थलग नजर आते हैं।
बड़े भाई या छोटे भाई से अनबन – जिन लोगों को मंगल प्रभावित करता है तथा जिनके ऊपर मंगल दोष होता है ऐसे लोगों का अपने बड़े भाई और छोटे भाई से कभी नहीं बनती है इनके बीच हमेशा मनमुटाव तथा लड़ाई झगड़ा होता रहता है। वक्त बेवक्त यह अपने बड़े भाई के साथ अपनी तरफ से ही विवाद शुरू कर देते हैं।
कड़वी जुबान- जिन लोगों का मंगल भारी होता है तथा वह मंगल दोष से प्रभावित होते हैं उनकी जुबान से निकले हुए शब्द सामने वाले को पीड़ित करते हैं। यानी जिन लोगों का मंगल भारी होता है वह बहुत ही कठोर शब्द बोलते हैं जिससे दूसरों को बुरा लग सकता है।