वास्तु शास्त्र हिंदू धर्म का एक ऐसा शास्त्र है जो भी सकारात्मक ऊर्जा स्तर को घर में बढ़ाकर घर का माहौल खुशहाली वाला बनाता है। इसके अलावा घर से दरिद्रता और दुख को दूर करता है जिससे घर में रहने वाले लोग खुश और स्वस्थ रहते हैं। वास्तु शास्त्र में कई तरीके बताए गए हैं जिनमें से पेड़ और पौधों का इस्तेमाल करके भी घर के सकारात्मक ऊर्जा को आवश्यकतानुसार स्तर पर लाकर घर में खुशहाली और आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकता है। आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि आंवला का पेड़ घर के लिए कैसा परिणाम देता है। क्या घर में आंवले का पेड़ लगाना चाहिए या नहीं लगाना चाहिए।
आंवले का पेड़ शुभ या अशुभ है | Amla ka ped
बहुत से लोग इंटरनेट में आंवले के बारे में खोजते रहते हैं कि आमला घर में लगाना शुभ है या नहीं। दोस्तों आमला हिंदू धर्म में पवित्र पेड़ों की सूची में एक प्रमुख पेड़ माना गया है। आंवले का इस्तेमाल भारतीय औषधि विज्ञान में बहुत किया जाता है और औषधि गुणों से भरा हुआ यह आमला कई रोगों को दूर करने के लिए इस्तेमाल होता है। आमला एक जीवनदायी और उम्र को लंबा करने वाला फल है।
घर में आंवले के पेड़ को लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि जिस घर के लोग आर्थिक परेशानी और खराब स्वास्थ्य से परेशान रहते हैं ऐसे लोगों को अपने घर में आंवले का पेड़ जरूर लगाना चाहिए। लेकिन घर में आंवले लगाने का मतलब यह नहीं है की आंवले को घर के किसी भी जगह पर लगा दिया जाए। आंवले के पेड़ को घर में लगाने के लिए वास्तु शास्त्र में सिर्फ दो जगह ही उत्तम एवं श्रेष्ठ बताए गए हैं जहां पर आंवले का पेड़ लगाने पर घर के लोगों को सकारात्मक लाभ मिलेगा। यह दो दिशा उत्तर और पूर्व दिशा है आंवले के पेड़ की जड़ में भगवान विष्णु का निवास माना गया है। और भगवान विष्णु को पूर्व दिशा और उत्तर दिशा बहुत ही प्रिय है। इसलिए घर में जब भी आंवले का पेड़ लगाएं तो उसे हमेशा उत्तर दिशा में लगाना चाहिए अगर उत्तर दिशा में लगाने के लिए घर में जगह नहीं है तो फिर आमले को पूर्व दिशा में भी लगाया जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति के घर में आमला पश्चिम या फिर दक्षिण दिशा में लगा हुआ है तो उसके सकारात्मक प्रभाव कमजोर हो जाते हैं और वह अपनी क्षमता से घर में सकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जन नहीं कर पाता है।
आंवले के पेड़ को कब लगाना चाहिए | Amla ka ped
हिंदू शास्त्रों में बताया गया है कि जो भी व्यक्ति आंवले का वृक्ष लगाता है तो उस व्यक्ति को राजसूय यज्ञ कराने के बराबर फल मिलता है। जो महिला शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर पूजा करती है वह हमेशा भाग्यवान और सौभाग्यशाली रहती है और उसको कभी भी धन धन की कमी महसूस नहीं होती हैं।
आंवले के पेड़ को घर में लगाने का सबसे शुभ समय सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक की माना गया है। आंवले का संबंध माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु से है इसलिए अगर दिन के हिसाब से आंवले के वृक्ष को लगाना है तो उसके लिए सबसे उत्तम दिन गुरुवार या फिर शुक्रवार है। गुरुवार या फिर शुक्रवार के दिन सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे के बीच आंवले का घर में लगाया जा सकता है लेकिन ध्यान रहे आंवले के पेड़ को लगाने से पहले व्यक्ति को स्नान करके भगवान विष्णु का और माता लक्ष्मी का स्मरण करते हुए पेड़ को लगाना है।
आंवले का पेड़ दोषी से मुक्ति दिलाता हैं | Amla ka ped
अगर किसी व्यक्ति को कोई दोष या पाप लगा हुआ है तो वह व्यक्ति आंवले के पेड़ का उपाय करके अपने ऊपर लगे हुए दोष और पाप को दूर कर सकता है। लेकिन आंवले का उपाय करने के लिए जरूरी है कि उस व्यक्ति के घर में आंवले का वृक्ष लगा हुआ होना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को दोस्त लगा हुआ है तो इसकी पहचान यह है कि उस व्यक्ति का बना हुआ काम बिगड़ जाता है या फिर अच्छी आमदनी के बाद भी पैसे बच नहीं पाते तथा घर में बार-बार लोग बीमार रहते हैं तो इसका मतलब है कि उस व्यक्ति को किसी ना किसी प्रकार का दोष एवं पाप लगा हुआ है। ऐसे व्यक्ति को दोष से मुक्ति पाने के लिए किसी सद्गुणी ब्राम्हण को अपने घर में आदर सहित भोज के लिए निमंत्रित करना होगा और उसे आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन कराना होगा भोजन हो जाने के बाद उस ब्राम्हण को स्वादिष्ट एवं कई तरह के मिष्ठान अर्पित करने होंगे। माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति किसी ब्राह्मण को आंवले के पेड़ के नीचे भोजन और स्वादिष्ट मिष्ठान खिलाए तो उसके सारे पाप दूर हो जाते हैं। ऐसा करके कोई भी व्यक्ति अपने ऊपर लगे हुए किसी भी प्रकार प्रकार के ग्रह दोष और पाप से मुक्ति पा सकता है।
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