एमबीबीएस का फुल फॉर्म
एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी होता है। एमबीबीएस भारत में एक स्नातक स्तरीय चिकित्सा कार्यक्रम है जो 5 साल का होता है। यह कार्यक्रम छात्रों को डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है। एमबीबीएस में प्रवेश पाने के लिए, उम्मीदवारों को 12वीं विज्ञान (जीव विज्ञान के साथ) कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) उत्तीर्ण करना होता हैं।
एमबीबीएस पाठ्यक्रम में मानव शरीर रचना विज्ञान, शरीर क्रिया विज्ञान, जैव रसायन, रोग विज्ञान, औषध विज्ञान, शल्य चिकित्सा, प्रसूति विज्ञान, बाल रोग, और सामुदायिक चिकित्सा जैसे विषयों का अध्ययन शामिल है। एमबीबीएस पूरा करने के बाद, छात्र इंटर्नशिप कर सकते हैं या अपनी विशेषज्ञता के लिए आगे की पढ़ाई कर सकते हैं।
एमबीबीएस कोर्स की फीस
भारत में एमबीबीएस कोर्स की फीस कॉलेज का प्रकार, राज्य, कॉलेज का स्थान और कोर्स का प्रकार पर निर्भर करता हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फीस निजी मेडिकल कॉलेजों की तुलना में काफी कम होती है। उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति AMU से एमबीबीएस करता हैं तो उसे सालाना लगभग 45000 रूपाय फीस देनी होगी, अगर इसे महीने के अनुसार देखे तो एएमयू से एमबीबीएस करने का खर्चा 3750 रूपय प्रति महिना आता हैं। लेकिन जरूरी नहीं हैं की भारत में सभी जगह यही फीस होगी। जैसा की शुरू मे ही बताया जा चुका हैं, कि एमबीबीएस की फीस के कई कारक हैं। जिसमे राज्य, कालेज का प्रकार आदि शामिल होते हैं। अगर को व्यक्ति निजी कालेज से एमबीबीएस करता हैं तो संभव हैं की उसे 5 लाख रूपय सालाना फीस देनी पड़े। बीएचयू में एमबीबीएस की 100 सीट हैं, और यहाँ पर एमबीबीएस करने वाले को 1.5 लाख रूपय का खर्चा आता हैं, जबकि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एमबीबीएस करने पर 6100 रूपय की फीस देनी होती हैं।