पूनम डिल्लो का जन्म और बचपन | Poonam Dhillon
80 और 90 की के दशक की बेहद ही खूबसूरत अदाकारा जो कि इतनी ज्यादा खूबसूरत थी कि लोग उन्हें बहुत चाहते थे। उनका अभिनय भी बहुत दमदार हुआ करता था, इनके लंबे बाल इनके खूबसूरत चेहरे को और भी ज्यादा आकर्षक बनाते थे। यह इतनी टैलेंटेड थी कि 16 साल में ही मिस इंडिया यंग का खिताब अपने नाम किया था। हम बात कर रहे हैं बेहतरीन अदाकारा पूनम ढिल्लों की, इनका जन्म 18 अप्रैल 1962 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। इनके पिता का नाम अमरीक सिंह था जो कि एक एयरोनॉटिक इंजीनियर थे। इनकी मां का नाम गुरु चरण कौर था जो कि एक स्कूल प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत थी। इनकी बहन रेशमा ढिल्लों एक डॉक्टर है और इनके भाई बलजिंदर सिंह ढिल्लों भी एक डॉक्टर थे जो कि अब इस दुनिया में नहीं रहे।
पूनम ढिल्लो की पढ़ाई लिखाई
पूनम की शुरुआती शिक्षा चंडीगढ़ के करमेल कन्वेंट स्कूल से पूरी हुई। पूनम ने अपने कॉलेज की शिक्षा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से प्राप्त की, पूनम का मन पढ़ाई लिखाई में बहुत लगता था। उनके घर में सब पढ़े लिखे थे, जिस कारण वह भी पढ़ाई लिखाई में अच्छी थी। पूनम एक डॉक्टर बनना चाहती थी। जिस तरह उनके भाई-बहन डॉक्टर थे, पूनम ने दसवीं क्लास में ही मिस इंडिया यंग कॉन्टेस्ट में भाग लिया और जीत हासिल की, जब यह कॉन्टेस्ट पूनम ने जीता था।
पूनम ढिल्लो का फिल्मों मे आना
मिस इंडिया यंग खिताब जीतने के बाद, उस समय पूनम ढिल्लो की बहुत सी फोटो खींची गई थी। एक दिन निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा की नजर उनकी फोटो पर पड़ी, यश चोपड़ा को पूनम की फोटो बहुत अच्छी लगी, यश चोपड़ा एक फिल्म बना रहे थे। फिल्म थी त्रिशूल जिसके लिए उन्होंने पूनम को ऑफर दिया तो पूनम ने इस ऑफर को ठुकरा दिया। क्योंकि उन्हें पढ़ाई करनी थी लेकिन जब उनके एक परिवारिक रिश्तेदार को यह बात पता चली तो उन्होंने पूनम और उसके परिवार वालों को समझाया कि आप यह क्या कर रहे हैं। लोग तो फिल्म करने के लिए कितनी कोशिश करते हैं। और आप हैं तो घर आए ऑफर को ठुकरा रहे हैं। उनके बहुत समझाने पर पूनम के माता-पिता ने पूनम से कहा ठीक है, तुम काम कर सकती हो फिल्मों में लेकिन केवल गर्मी की छुट्टियों में।
जब स्कूल स्टार्ट हो जाए तो काम करना बंद करना होगा। माता-पिता की इस शर्त पर पूनम ने फिल्म त्रिशूल में काम करने की हामी भर दी। तो इस तरह से पूनम की 1978 मे आई फिल्म त्रिशूल उनकी पहली फिल्म रही। फिल्म त्रिशूल में अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, संजीव कुमार जैसे बड़े अभिनेताओं के साथ में पूनम ने काम किया। त्रिशूल फिल्म में पूनम ने संजीव कुमार की बेटी बनी थी इस फिल्म में पूनम के ऑपोजिट सचिन हीरो थे। इसी फिल्म का एक गाना जो कि पूनम के ऊपर फिल्माया गया था, गापूजी गापूजी गम गम गम उस समय का हिट गाना था।
पूनम ढिल्लो का फिल्मी सफर
फिल्म त्रिशूल हिट रही अब तो पूनम के पास ऑफर की भरमार सी हो गई। लेकिन पूनम ने मना कर दिया क्योंकि वह तो केवल शर्त पर ही काम कर रही थी केवल छुट्टियों में। पूनम को तैयारी करनी थी, डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल परीक्षा पास करने की। पूनम के भाई ने पूनम को बहुत समझाया तब कहीं जाकर पूनम ने यश चोपड़ा की फिल्म नूरी मे काम करने की हामी भरी। फिल्म नूरी ने बहुत सफलता हासिल की इस फिल्म के गीत भी खूब चले। जब यह फिल्म हिट हो गई तो पूनम ने फैसला किया कि अब वह अभिनेत्री ही बनेगी। फिर क्या था पूनम की फिल्मों की गाड़ी चल पड़ी और उस दौर के सभी अभिनेताओं के साथ पूनम ने काम किया।
राजेश खन्ना के साथ रेड रोज, जितेंद्र के साथ निशाना, रणधीर कपूर के साथ बी बी ओ बी बी फिल्मों में काम किया। लेकिन यह सभी फिल्में फ्लॉक रही। पूनम की जब यह फिल्में फ्लॉप हुई तो उन्हें काफी दुख हुआ, लेकिन उन्होंने यह सोचा कि हर फिल्म तो चल नहीं सकती है। लेकिन हर फिल्म फ्लॉप भी नहीं हो सकती है। इसलिए वह काम को आगे जारी रखा और फिर पूनम की राजेश खन्ना के साथ फिल्म दर्द रिलीज हुई जो की हिट रही। इसके बाद पूनम की अगली फिल्म तेरी कसम भी सफल रही। इसके बाद क्या था, अब तो पूनम एक के बाद एक सीढ़ियां आगे चढ़ती ही गई और एक के बाद एक हिट फिल्म देती रही। उस समय के सभी बड़े स्टारों के साथ पूनम ने काम किया।
पूनम के प्यार मे पागल निर्माता/निर्देशक
फिल्म निर्माता रमेश नूरी फिल्म के सह निर्माता थे, जब उन्होंने पूनम को देखा तो पूनम की खूबसूरती देख उन पर मर मिटे। रमेश को पूनम पहली नजर में ही भा गई। लेकिन रमेश चाहते थे कि पहले पूनम से दोस्ती की जाए फिर जब वह दोस्त बन जाएंगी तब उनसे अपना हाल-ए-दिल बयां करेंगे। हुआ भी ऐसे ही पूनम और रमेश अच्छे दोस्त बन गए, लेकिन रमेश कभी भी अपने दिल का हाल नहीं बया कर सके। या यूं कहें कि उन्हें मौका ही नहीं मिला। जबकि पूनम के लिए वह उनके अच्छे दोस्त थे। लेकिन मीडिया वालों ने झूठी अफवाह उड़ा दी की पूनम और रमेश ने सगाई कर ली है। परंतु इस अफवाह पर भी दोनों ने चुप रहना ही सही समझा। और जब एक दिन फिल्म मैगजीन में यश चोपड़ा और पूनम ढिल्लो के तस्वीर छपी तो मीडिया ने यह अफवाह उड़ा दी कि यश चोपड़ा और पूनम ढिल्लों एक दूसरे को डेट कर रहे हैं। हुआ यूं था कि जब पूनम नई नई फिल्म इंडस्ट्री में आई थी। तो यश चोपड़ा ने उन्हें रहने के लिए अपने घर में एक कमरा दिया था। क्योंकि यश चोपड़ा ने ही पूनम को फिल्मों में ब्रेक दीया था। उनका कहना था कि पूनम के लिए यह शहर अनजान है, जब तक वह इस माहौल में नहीं ढल जाती, वह यही रहेंगी।
पूनम को यश चोपड़ा सेट पर भी साथ ले जाया करते थे, जिस वजह से दोनों अक्सर साथ में ही दिखाई देते थे। लेकिन मीडिया को तो कुछ ना कुछ चाहिए। आखिरकार कुछ दिनों के बाद इस रिश्ते पर भी ब्रेक लग गया। जब पूनम ने अपना घर ले लिया 1980 के समय पूनम का कैरियर टॉप पर था, इस साल एक फिल्म की शूटिंग के समय पूनम की मुलाकात निर्माता-निर्देशक राज सिप्पी से हुई। यह पहली बार था, जब पूनम को राज से प्यार हो गया। राज को भी पूनम से प्यार हो गया, पूनम थी ही इतनी खूबसूरत कि किसी को भी उनसे प्यार हो जाए। इन दोनों का प्यार उन दिनों फिल्म इंडस्ट्री की सुर्खियां बन गया। पूनम राज से शादी करना चाहती थी। जबकि राज शादीशुदा थे, इसके बाद भी पूनम चाहती थी कि राज अपनी पत्नी को तलाक दे दें और उनसे शादी कर ले। राज भी पूनम से शादी करना चाहते थे लेकिन वह अपनी पत्नी से भी बहुत प्यार करते थे। वे अपनी पत्नी और परिवार को छोड़ना नहीं चाहते थे। जब पूनम को यह बात समझ आ गई कि राज उनके साथ टाइम पास कर रहे हैं तो पूनम ने उनसे ब्रेकअप कर लिया।
पूनम राज से तो अलग हो चुकी थी लेकिन अंदर से पूरी तरह से टूट गई थी। और तभी अचानक 1988 में पूनम के पिता इस दुनिया से चल बसे, पूनम के ऊपर जैसे पहाड़ सा टूट गया पहले प्रेमी से अलग होना फिर पिता का स्वर्गवास होना, यह सब पूनम को झकझोर कर रख दिया, पूनम बताती हैं की 1988 उनके लिए सबसे बुरा साल साबित हुआ। वह इस साल को याद तक नहीं रखना चाहती हैं। इसी साल एक दोस्त की पार्टी में पूनम निर्माता अशोक ढकेलिया से मिली।
पूनम ढिल्लो की शादी
एक पार्टी मे अशोक ढकेलिया ने पूनम को देखा तो उनसे प्यार कर बैठे फिर पूनम के उसी दोस्त ने अपने फार्म हाउस पर होली की पार्टी रखी, जिसमें पूनम के साथ साथ उन्होंने अशोक को भी बुलाया था। उनके फार्म हाउस पर लोग चारों तरफ होली के रंग में डूबे हुए थे और वहीं पर पूनम एक कोने में चुपचाप बैठी, अपने पिता को याद कर रही थी। तभी अशोक ने पूनम की हालत को देखकर उनका मन भटकाने के लिए उनके ऊपर पानी फेंक दिया। पूनम को अशोक का यह अंदाज बहुत पसंद आया और उस दिन से अशोक ने हर रोज पूनम के घर एक फूलों से भरा गुलदस्ता भेजने लगे।
फिर एक दिन अशोक ने पूनम के सामने शादी करने की बात कही और पूनम भी पिछले रिश्ते से टूटी हुई थी। तो उन्होंने यह रिश्ता कबूल कर लिया फिर 1988 में पूनम और अशोक शादी के बंधन में बंध गए। शादी के बाद पूनम फिल्मों में कम नजर आती थी, पूनम की आखिरी फिल्म 1992 में विरोधी थी। इसके बाद उन्होंने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया पूनम ने 2 बच्चों को जन्म दिया, एक बेटा अनमोल और एक बेटी पलोमा। पूनम के बेटे भी एक्टर हैं पूनम और अशोक के बीच कुछ दिन तक तो सब कुछ ठीक चला। फिर 1994 के बाद उनके रिश्ते में खटास आना शुरू हो गई। उन दोनों के बीच रोज झगड़े होते थे, फिर अचानक पूनम को जानकारी मिली कि उनके पति का किसी के साथ अफेयर चल रहा है। पूनम ने पति से सवाल जवाब करने की वजाए उनको मजा चखाना चाहती थी। उन्होंने सोचा कि अगर मेरे होते हुए अशोक किसी और के साथ रिश्ते में है तो अब मैं भी उन्हें वही जवाब दूंगी, पूनम ने हांग कांग के बिजनेसमैन की कु के साथ रिश्ते में आ गई। जब अशोक को यह जानकारी लगी तो उन दोनों के झगड़े और बढ़ गए, झगड़े ऐसे बड़े कि दोनों को 1997 में तलाक लेना पड़ा।
अब पूनम फिर से फिल्मों में वापसी करना चाहती थी और उन्होंने फिल्म जुदाई से फिल्म इंडस्ट्री में वापसी की। पूनम ने छोटे पर्दे पर 1995 से काम करना शुरू कर दिया था, उनका पहला टीवी सीरियल था अंदाज उन्होंने 2002 से लेकर 2004 तक किट्टी पार्टी में मंजू के किरदार में नजर आई, 2009 मे बिग बॉस सीजन 3 में कंटेस्टेंट के रूप में नजर आई और सेकंड नंबर पर रही, 2013 में टीवी सीरियल एक नई पहचान में काम किया, फिर 2014 में कपिल शर्मा के शो में धर्मेंद्र के साथ अतिथि के रुप में दिखी। 2018 में दिल ही तो है सीरियल में काम किया, 2021 में पद्मिनी कोल्हापुरी के साथ फिर से कपिल शर्मा के शो में अतिथि के रूप में आई।
पूनम ढिल्लो ने ही बॉलीवुड में मेकअप कार (वैनिटी कार) की शुरुआत की थी। पूनम ने वैनिटी नाम की कंपनी भी शुरू की जो कि बॉलीवुड के कलाकारों को वैनिटी वैन देती है। पूनम को फिल्म नूरी के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का नॉमिनेशन मिला था। साल 2015 में सीरियल नई पहचान के लिए बेस्ट टैली अवार्ड मिला। पूनम आज भी छोटे पर्दे पर और वेब सीरीज में काम करती हैं।
पूनम ढिल्लो की फिल्मों की सूची
- त्रिशूल 1978
- नूरी 1979
- काला पत्थर 1979
- निशाना 1980
- बीबी ओ बीबी 1980
- रेड रोज 1980
- मैं और मेरा हाथी 1981
- दर्द 1981
- बसेरा 1981
- यह वादा रहा 1982
- यह तो कमाल हो गया 1982
- तेरी कसम 1982
- सवाल 1982
- आपस की बात 1982
- रोमांस 1983
- कयामत 1983
- निशांत 1983
- यादगार 1984
- सोनी महिवाल 1984
- लैला 1984
- जॉन जानी जनार्दन 1984
- बादल 1984
- जमाना 1985
- तेरी मेहरबानियां 1985
- तवायफ 1985
- सितमगर 1985
- शिवा का इंसाफ 1985
- कभी अजनबी थे 1985
- गिरफ्तार 1985
- बेपनाह 1985
- सवेरे वाली गाड़ी 1985
- समुंदर 1986
- पाले खान 1986
- नाम 1986
- खेल मोहब्बत का 1986
- कर्मा 1986
- एक चादर मैली सी 1986
- दोस्ती दुश्मनी 1986
- अविनाश 1986
- मर्द की जबान 1987
- अवाम 1987
- हिम्मत और मेहनत 1987
- सोने पर सुहागा 1988
- मालामाल 1988
- कसम 1988
- हम फरिश्ते नहीं 1988
- साया 1989
- हिसाब खून का 1989
- गलियों का बादशाह 1989
- अभिमन्यु 1989
- बटवारा 1989
- युद्ध कांड 1989
- पुलिस पब्लिक 1990
- पत्थर के इंसान 1990
- आतिशबाज 1990
- अमीरी गरीबी 1990
- जय शिव शंकर 1990
- कुर्बानी रंग लाएगी 1991
- झूठी शान 1991
- देशवासी 1991
- विरोधी 1992
- महानता 1997
- जुदाई 1997
- दिल बोले हडिप्पा 2009
- मिले ना मिले हम 2011
- रमैया वस्तावैया 2013
- डबल दी ट्रबल 2014
- जय मम्मी दी 2020