Mumtaj Introduction : आज हम बात करेंगे एक ऐसी अदाकारा की जो की पर्दे पर डांस करती थी तो दर्शकों के दिल की धड़कन थम सी जाती थी। लोगों के दिल में वे ऐसी छाई हुई थी कि उनकी हर अदा पर लोग मर मिटने को तैयार थे। फिल्मी पर्दे पर उनके द्वारा पहना हुआ कपड़ा, उनके हेयर स्टाइल, यहां तक कि उनके मेकअप को लोगो द्वारा फॉलो किया जाता था। हम बात कर रहे हैं 60 और 70 के दशक की सुपरस्टार रही मुमताज के बारे में।
मुमताज़ का परिचय
मुमताज इतनी ज्यादा लोकप्रिय अभिनेत्री थी कि उस दौर का हर डायरेक्टर और अभिनेता उनके साथ काम करने के लिए तरसते थे। मुमताज का सफर इतना आसान नहीं था। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए मुमताज ने काफी संघर्ष किया था। मुमताज ने बी ग्रेड एक्ट्रेस और स्टंट फिल्म आर्टिस्ट्स के रूप में काम किया था। उस दौर की कई नामी अभिनेत्रियां मुमताज से बात करना पसंद नहीं करती थी। उन सभी अभिनेत्रियों को मुमताज से बात करने में अपनी कमी महसूस होती थी। परंतु उन अभिनेत्रियों को क्या पता था कि जिस मुमताज से वह सब बात तक करना नहीं पसंद करती है। वही मुमताज एक दिन उन सबको पीछे छोड़ कर उनसे आगे निकल जाएगी।
यहां तक कि कई सुपरस्टार अभिनेता भी उनके साथ काम करने से इंकार कर दिया करते थे। लेकिन मुमताज के सुपरस्टार बनने के बाद, उन्हीं अभिनेताओं ने मुमताज के पास खुद जाकर अपने फिल्म की हीरोइन का रोल करने के लिए आग्रह किया करते थे। मुमताज ने अपने करियर में कभी भी किसिंग सीन नहीं दिए। उन्हें किसिंग सीन देना बिल्कुल पसंद नहीं था। मुमताज एक मुस्लिम परिवार से थी। इसके बाद भी उन्होंने एक हिंदू NRI से शादी की तथा अपना खुशहाल जीवन बिता रही हैं। फिल्मी पर्दे पर मुमताज का जलवा बाकी सभी अभिनेत्रियों से ज्यादा था। मुमताज की फिल्म जिस दिन रिलीज होती थी। उसी दिन कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ कर हिट हो या जाया करती थी और महीना तक सिनेमाघरों में उनकी फिल्म लगी रहती थी।
मुमताज़ का निजी जीवन
मुमताज का जन्म 31 जुलाई 1947 को मुंबई में हुआ था। मुमताज का परिवार ईरानी था। इनके पिता अब्दुल शरीम अंसारी 1940 में ड्राई फ्रूट के व्यापार के लिए ईरान से मुंबई आए थे। इनकी मां सरदार बेगम हबीब आगा भी उनके साथ मुंबई आई थी। मुमताज का पालन पोषण मुंबई की एक गरीब बस्ती में हुआ था। मुमताज दो भाई और दो बहन थी। मुमताज जब छोटी थी तभी इनके पिता ने इनकी मां को तलाक दे दिया था। जब मुमताज के माता पिता का तलाक हुआ था। उस समय मुमताज की उम्र महज 1 साल थी। तलाक के बाद मुमताज की मां पूरी तरह से टूट गई थी। मुमताज की मां ने मुमताज और उनके भाई बहन को लेकर अपने मायके चली गई। मुमताज की मां की दिमागी हालत खराब हो गई थी। मुमताज और उनके भाई बहन दाने-दाने के लिए तरसने लगे थे। किसी तरह जब मुमताज थोड़ी बड़ी हुई तो मुमताज और उनकी बड़ी बहन मल्लिका ने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया।
मुमताज़ का फिल्मी सफर
मुमताज ने 1958 में रिलीज हुई फिल्म सोने की चिड़िया से एक बाल कलाकार के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। इस फिल्म के बाद बाल कलाकार के रूप में ही मुमताज ने तलाक फिल्म में एक छोटा सा रोल किया था। दो साल तक मुमताज को कोई काम नहीं मिला। दो साल बाद फिर मुमताज ने कुछ फिल्मों में साइड रोल किए।
सन 1963 में आई फिल्म फौलाद जिसमें मुमताज के साथ दारा सिंह थे। फौलाद फिल्म से मुमताज ने लीड रोल करना शुरू कर दिया। इस फिल्म में मुमताज महज 14 साल की थी पर दारा सिंह के साथ उनकी जोड़ी दर्शकों को खूब पसंद आई और फिल्म हिट हो गई। दर्शकों को दारा सिंह और मुमताज की जोड़ी इतनी पसंद आई कि इन दोनों ने साथ में 16 फिल्में की थी। मुमताज ने एक बार इंटरव्यू में खुद बताया था कि मेरे कैरियर को दारा सिंह ने ही बनाया है। दारा सिंह के साथ फिल्म करने के बाद ही मुझे अच्छे ऑफर आने लगे थे।
दारा सिंह और मुमताज़ का रिश्ता
मुमताज और दारा सिंह एक दूसरे को पसंद करते थे। दारा सिंह मुमताज से शादी भी करना चाहते थे। परंतु मुमताज उन दिनों अपनी कई फिल्मों मे बिजी थी। जिस कारण से दारा सिंह और मुमताज एक दूसरे को समय नहीं दे पा रहे थे। जिस वजह से दोनों अलग हो गए। दारा सिंह ने एक बार अपने द्वारा दिए गए इंटरव्यू में बताया था। दारा सिंह ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री ने मुमताज को मुझ से अलग कर दिया।
मुमताज़ का राजेश खन्ना के साथ रिश्ता
मुमताज ने अपने दौर के सभी सुपरस्टार के साथ काम किया है। लेकिन सबसे ज्यादा काम उन्होंने राजेश खन्ना के साथ किया है। दर्शकों ने इन दोनों की जोड़ी को सबसे ज्यादा पसंद भी किया। राजेश खन्ना के साथ मुमताज ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी थी। मुमताज के लिए सन 1970 का समय बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण रहा। इस साल मुमताज की फिल्म खिलौना जिसमे एक्टर संजीव कुमार के साथ यह फिल्म रिलीज हुई थी। जिसमें मुमताज ने बहुत ही बेहतरीन अभिनय किया था। खिलौना फिल्म के अभिनय के कारण मुमताज अपने कैरियर की चोटी में पहुंच गई। फिल्म खिलौना के लिए मुमताज ने कई अवार्ड भी जीते । मुमताज और राजेश खन्ना का एक किस्सा भी सामने आया, फिल्म दुश्मन की शूटिंग चल रही थी। शूटिंग एक गांव में थी। इस फिल्म के हीरो राजेश खन्ना थे। शूटिंग के दौरान सुरक्षा में चूक होने की वजह से गांव के लोगों ने राजेश खन्ना को घेर लिया था। उस दौरान कोई हादसा भी हो सकता था। लेकिन मुमताज ने अपनी कोई परवाह किए बिना राजेश खन्ना के सामने जा खड़ी हुई। उन्हें भीड़ से बचाया और बाहर निकाल कर लाई। मुमताज ने फिल्म अपराध में पहली और आखिरी बार बिकनी पहनी थी ।
मुमताज़ की उदारता
मुमताज काफी दिलदार स्वभाव की थी। एक बार उनके साथ फिल्म की शूटिंग कर रहे सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को मुमताज़ की मार्सडीज़ कार पसंद आई थी। जब इस बात की जानकारी मुमताज को हुई तो मुमताज ने अपनी कार की चाबी अभिनेता अमिताभ बच्चन को दे दी थी। और अमिताभ की साधारण कार खुद ले ली थी।
मुमताज़ से शादी करने के होड
एक बार शम्मी कपूर ने मुमताज से शादी करने के लिए कहा था। लेकिन शम्मी कपूर से शादी करने के बाद मुमताज को अपना फिल्मी कैरियर छोड़ना पड़ता। मुमताज अपना फिल्मी कैरियर नहीं छोड़ना चाहती थी। इसलिए मुमताज ने शम्मी कपूर से शादी करने के लिए मना कर दिया। राजेश खन्ना और मुमताज भी एक दूसरे को बहुत पसंद करते थे। कई सालों तक एक दूसरे को डेट भी किया था। लेकिन अचानक राजेश खन्ना ने 1973 में डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली और इन दोनों का रिश्ता खत्म हो गया था।
मुमताज़ की शादी और उनके बच्चे
सन 1974 में मुमताज एक NRI व्यवसाई मयूर अथवानी से शादी कर सबको चौंका दिया था। मुमताज ने शादी के बाद भी कई फिल्मों में काम किया, उनकी अंतिम फिल्म 1990 में आई थी। मुमताज के जीवन में सब कुछ ठीक चल रहा था। तभी अचानक उन्हें पता चला कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है। लेकिन मुमताज ने हार नहीं मानी और इलाज करवाती रही, आखिर में उन्होंने इस बीमारी से निजात पा ही लिया। मुमताज की दो बेटियां हैं, उनकी बड़ी बेटी का नाम नताशा हैं, नताशा की शादी एक्टर फरदीन खान के साथ हुई है। मुमताज की छोटी बेटी का नाम तानिया हैं, तनिया की शादी मशहूर इतालवी फुटवियर व्यापारी माइक्रो तिलहा से हुई है।
सन 2020 में अचानक ही अफवाह उड़ी की मुमताज इस दुनिया में नहीं रही, परंतु यह अफवाह गलत थी। उनकी छोटी बेटी तनिया ने माँ मुमताज़ का एक वीडियो शेयर किया जिसमें पता चला कि मुमताज जिंदा है। मुमताज और उनके पति मयूर अथवानी दोनों इस समय लंदन में रहकर अपनी खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं।
मुमताज़ को मिले अवार्ड
- 1970 मे खिलौना फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवार्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस
- 1968 मे ब्रह्मचारी फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का BFJA अवार्ड मुमताज़ को दिया गया था।
- 1996 मे फिल्मफेयर लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
- 2008 मे आईआईएफ़ए का आउटस्टेंडिंग कोंटरीबियूशन अवार्ड मिला था।
मुमताज़ की फिल्मों की सूची
- स्त्री (1961)
- वल्लाह क्या बात हैं (1962)
- सेहरा (1963)
- रुस्तम सोहराब (1963)
- मुझे जीने दो (1963)
- गहरा दाग (1963)
- फौलाद (1963)
- बागी (1964)
- आँधी और तूफान (1964)
- सन ऑफ हातिमताई (1965)
- सिकंदर ए आजम (1965)
- रुस्तम ए हिन्द (1965)
- मेरा सनम (1965)
- खानदान (1965)
- काजल (1965)
- जादुई अंगूठी (1965)
- हम दीवाने (1965)
- दो दिल (1965)
- बाक्सर (1965)
- बहू- बेटी (1965)
- ये रात फिर नहीं आएगी (1966)
- सावन की घटा (1966)
- रुस्तम कौन (1966)
- प्यार किए जा (1966)
- पति पत्नी (1966)
- लड़का लड़की (1966)
- जवान मर्द (1966)
- डाकू मंगल सिंह (1966)
- दादी माँ (1966)
- सूरज (1966)
- वो कोई और होगा (1967)
- राम और श्याम (1967)
- पत्थर के सनम (1967)
- हमराज़ (1967)
- दो दुश्मन (1967)
- सीआईडी 909 (1967)
- चन्दन का पालना (1967)
- बूंद जो बन गए मोती (1967)
- बगदाद की रातें (1967)
- मेरे हमदम मेरे दोस्त (1968)
- जंग और अमन (1968)
- जहां मिले धरती आकाश (1968)
- गोल्डेन आई सीक्रेट एजेंट 077 (1968)
- गौरी (1968)
- ब्रांहचारी (1968)
- अपना घर अपनी कहानी (1968)
- शर्त (1969)
- मेरा यार मेरा दुश्मन (1969)
- मेरा दोस्त (1969)
- जिगरी दोस्त (1969)
- दो रास्ते (1969)
- बंधन (1969)
- अपना खून अपना दुश्मन (1969)
- आदमी और इंसान (1969)
- सच्चा झूठा (1970)
- परदेसी (1970)
- खिलौना (1970)
- हमजोली (1970)
- हिम्मत (1970)
- एक नन्ही मुन्नी लड़की थी (1970)
- भाई भाई (1970)
- माँ और ममता (1970)
- मेला (1971)
- लड़की पसंद हैं (1971)
- कठपुतली (1971)
- एक नारी एक ब्रह्मचारी (1971)
- चाहत (1971)
- उपासना (1971)
- तेरे मेरे सपने (1971)
- हरे राम हरे कृष्ण (1971)
- दुश्मन (1971)
- तांगेवला (1972)
- शरारत (1972)
- प्यार दीवाना (1972)
- गोमती के किनारे (1972)
- धड़कन (1972)
- अपराध (1972)
- अपना देश (1972)
- रूप तेरा मस्ताना (1972)
- प्यार का रिश्ता (1973)
- बंधे हाथ (1973)
- लोफ़र (1973)
- झील के उस पार (1973)
- चोर मचाए शोर (1974)
- आप की कसम (1974)
- रोटी (1974)
- प्रेम कहानी (1975)
- लफंगे (1975)
- आग और तूफान (1975)
- नागिन (1976)
- आईना (1977)
- आँधियाँ (1990)
- 1 ए मिनट (2010)