भारत के प्रथम चुनाव आयुक्त कौन थे
भारत के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन थे। उन्होंने 1950 से 1958 तक मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य किया, और 1951-52 और 1957 में भारत में हुए पहले दो आम चुनावों की देखरेख की। सेन को भारत के राष्ट्रपति डॉ। राजेंद्र प्रसाद, और देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार एक स्वतंत्र और निष्पक्ष निकाय के रूप में भारत के चुनाव आयोग की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त कौन है?
वर्तमान मे भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार जी हैं। राजीव जी भारत के 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त हैं, इन्होने 15 मई 2022 को मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप मे अपना कार्यभार संभाला था। इंका कार्यकाल संभव हैं की फरवरी 2025 तक रहेगा और इन्ही के दिशानिर्देशन मे 2024 के आम चुनाव होंगे। राजीव कुमार के पद ग्रहण के पहले तक भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चन्द्र थे, जो की भारत के 24वें मुख्य चुनाव आयुक्त थे।
भारत के 24में मुख्य चुनाव आयुक्त कौन है
भारत के 24वें मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चन्द्र हैं। इन्होने 13 अप्रैल 2021 को मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप मे शपथ लिया था। इनका कार्यकाल 14 मई 2024 तक था। वर्तमान मे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार जी हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त का वेतन
चुनाव आयोग अधिनियम, 1991 के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त का वेतन भारत के सर्वोच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के वेतन के समान है। वर्तमान में, सीईसी का वेतन ₹250,000 प्रति माह है।
चुनाव आयुक्त का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है?
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त भारत के चुनाव आयोग के प्रमुख होते हैं। भारत के राष्ट्रपति भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति करते हैं, चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष का होता हैं लेकिन अगर उनकी उम्र 65 वर्ष हो जाती हैं तो उन्हे रिटायर कर दिया जाता हैं। उदाहरण के लिए अगर कोई 59 वर्ष की उम्र मे मुख्य चुनाव आयुक्त बनता हैं तो वह अपना 6 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लेगा, लेकिन अगर कोई व्यक्ति 63 वर्ष की उम्र मे भारत का मुख्य चुनाव आयुक्त बनता है तो वह 6 वर्ष का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगा और 65 वर्ष उम्र होने पर रिटायर होना होगा। सीईसी आमतौर पर भारतीय सिविल सेवा का सदस्य होता है और ज्यादातर भारतीय प्रशासनिक सेवा से ही मुख्य चुनाव आयुक्त बनाते हैं।
भारत में मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति कैसे होती है?
भारत में, प्रधान मंत्री की सिफारिश के बाद, मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों को भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। भारत का संविधान राष्ट्रपति को मंत्रिपरिषद के परामर्श से ऐसी नियुक्तियाँ करने का अधिकार देता है। मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति छह वर्ष की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, की जाती है। मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों को महाभियोग की प्रक्रिया के माध्यम से ही उनके पदों से हटाया जा सकता है, जिसके लिए लोकसभा (भारतीय संसद के निचले सदन) और राज्यसभा (ऊपरी सदन) दोनों में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है।
सबसे लंबे समय तक मुख्य चुनाव आयुक्त कौन रहे हैं?
भारत के दूसरे मुख्य चुनाव आयुक्त “कल्याण सुंदरम” भारत मे सबसे लंबी अवधि तक मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप मे अपनी सेवा दी हैं। उनका कार्यकार 8 वर्ष 284 दिन का था। इसके बाद सुकुमार सेन ने 8 वर्ष 273 दिन तक मुख्य आयुक्त के रूप मे अपनी सेवाए दी हैं।
सबसे कम समय तक मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप मे किसने सेवाए दी हैं?
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप मे सबसे छोटा कार्यकाल वी.एस. रामदेवी का रहा हैं, इन्होने मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप मे मात्र 16 दिन ही अपनी सेवाए दी हैं। इसके बाद हरीशंकर ब्रम्हा जी का दूसरा सबसे छोटा कार्यकाल था, इन्होने 92 दिन मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप मे अपनी सेवाएँ दी हैं।
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