हिंदी कहानी-  घुड़सवार और बूढ़ा आदमी | Hindi Story – Horseman and Old Man

हिंदी कहानी- घुड़सवार और बूढ़ा आदमी | Hindi Story – Horseman and Old Man

यह एक कहानी है बूढ़ी आदमी की, Hindi Kahani में हमें शिक्षा मिलेगी, अच्छा आदमी दूसरों के बारे में क्या सोचता है, और बुरा आदमी दूसरों के बारे में क्या सोचता है. Hindi Kahaniya को जरूर पढ़ें और अगर आपको यह Hindi Story अच्छी लगती है तो कमेंट भी जरूर करें

एक वृद्ध आदमी, गांव के बाहर खड़ा अपने खेत देख रहा था. उधर से एक युवक बैलगाड़ी लेकर गुजरात. वृद्ध को देखकर वह अपनी बाल बैलगाड़ी रोककर बोलता है – “ए बूढ़े, इस गांव के लोग कैसे हैं?”

युवक की बात सुनकर वृद्ध व्यक्ति को बुरा लगा, फिर भी उसने स्वयं को संभालते हुए कहा- “क्यों? क्या बात है? तुम्हें क्यों जानना है कि इस गांव के लोग कैसे हैं?”

युवक बोला- “मैं इस गांव में बसने की सोच रहा हूं, इसलिए मैंने पूछा तुमसे, कि इस गांव के लोग कैसे हैं?”

वृद्ध ने उत्तर दिया- “पहले तो तुम यह बताओ, जिस गांव को छोड़ कर आ रहे हो, उस गांव के लोग कैसे थे?”

वृद्ध की बात सुनकर युवक उत्तेजित हो उठा. बोला- उस गांव की बात मत करो. उस गांव के लोग बहुत ही दुष्ट हैं. अगर मुझे कभी मौका मिला, तो मैं उन लोगों से बदला अवश्य लूंगा.

युवक की बात सुनकर वृद्ध बोला- “इस गांव के लोग तो उससे भी बुरे हैं, इसलिए तुम आगे जाकर किसी और गांव में बसने की सोचो.”

वृद्धि की बात सुनकर युवक आगे बढ़ गया.

अभी अधिक समय नहीं बीता था, तभी घोड़े पर सवार एक युवक उधर से गुजरा. वृद्ध आदमी को देखकर उसने अपना घोड़ा रोक दिया, और पास आकर पूछा- “बाबा इस गांव के लोग कहते हैं? मैं यहां बसने की सोच रहा हूं.”

See also  Hindi Story - एक मास्टर और उनके साहब

घुड़सवार की बात सुनकर वृद्ध ने पूछा- “तुम जिस गांव से आ रहे हो, उस गांव के लोग कैसे थे?”

वृद्धि का प्रश्न सुनकर, उसकी आंखों में आंसू आ गए. वह बोला- “बाबा, उस गांव के लोग बहुत अच्छे थे. मैं उन्हें छोड़ना नहीं चाहता था. लेकिन मजबूरी में ऐसा करना पड़ रहा है.”

फिर उसने सारी बात बाबा को बता दी और कहने लगा- “अगर मेरा भाग्य फिर बदला, तो मैं वापस अपने गांव जरूर जाऊंगा, और वही रहूंगा.”

युवक की बात सुनकर वृद्ध, घोड़े के पास गया. युवक को स्वयं ही अपने हाथों उतार कर बोला- “इस गांव के लोग उस गांव से भी भले हैं. एक बार यहां आने पर, पर तुम्हें जाने नहीं देंगे, क्योंकि जो व्यक्ति दूसरे को श्रेष्ठ समझता है, वह निश्चित ही एक भला आदमी होता है. ऐसे व्यक्ति को कोई अपने से दूर कैसे कर सकता है.”

इसके बाद वह घुड़सवार उसी गांव में हंसते खेलते प्रेम के साथ वहां रहने लगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *