अप्रैल फूल का इतिहास और आज का अँग्रेजी कलेंडर मूर्खता से भरा हुआ हैं

अप्रैल फूल का इतिहास और आज का अँग्रेजी कलेंडर गलतियों से भरा हुआ हैं

अप्रैल फूल क्यो मनाया जाता हैं?

पुराने समय मे पश्चिम के असभ्य लोग जोर्जियन कलेंडर के हिसाब से अपने कार्यो का निपटान किया करते थे। लेकिन 1582 मे फ्रांस ने जोर्जियन कलेंडर को त्यागकर नए कलेंडर पद्धति को अपना लिया। यह नया कलेंडर ईसाईयों के सबसे बड़े धार्मिक नेता पोप ग्रेगोरियन 13वे के द्वारा बनाया गया था। इसलिए इस कलेंडर को ग्रेगोरियन कलेंडर कहा जाता हैं। ग्रेगोरियन कलेंडर का पहला महिना जनवरी का था। जबकि जोर्जियन कलेंडर का पहला महिना अप्रेल का था। कलेंडर को बादलने के बाद भी आबादी की बहुत बड़ी संख्या अप्रेल के महीने मे ही नया वर्ष मानते थे। तो लोगो को नए कलेंडर के प्रति जागरूक करने के लिए, अप्रेल फूल शब्द का इस्तेमाल किया गया। जो लोग अप्रेल के महीने मे नया वर्ष मानते थे, उन्हे अप्रेल फूल कहा जाता था।

ग्रेगोरियन कलेंडर के त्रुटि पूर्ण महीने

ग्रेगोरियन कलेंडर मे कुछ हास्यास्पद महीने हैं जिनहे जान कर आप दंग रह जाएंगे। अँग्रेजी कलेंडर मे कुछ ऐसे महीने हैं जो गलत क्रम मे आ गए हैं। जैसे सेप्टेम्बर इस शब्द को रोमन भाषा से लिया गया हैं, इसका मूल शब्द हैं सेप्टिमस जिसका अर्थ होता हैं सातवाँ महिना, लेकिन आज के कलेंडर मे यह नवां महिना हैं, इसी तरह से अक्तूबर भी रोमन भाषा का एक शब्द हैं जिसका अर्थ आठवा महिना होता हैं। जबकि आज के अँग्रेजी कलेंडर मे यह 10वां महिना हैं। अगला महिना नवेंबर हैं, इसका अर्थ हैं नवां महिना, परंतु आज के कलेंडर मे यह 11वां महिना हैं। और अब अंतिम महीने डिसेंबर की बात कर लेते हैं, इसका अर्थ होता हैं दसवां महिना, परंतु आज के अँग्रेजी कलेंडर मे यह 12वां महिना हैं। गज़ब हैं मूर्खता, हमारा हिन्दी कलेंडर तो वैज्ञानिक भी हैं और त्रुटि हीन, पर जय हो थामस मैक्काले की शिक्षा नीति, वह अपने चाल मे सफल हो गया।

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भारत का नया वर्ष कब से प्रारम्भ होता हैं?

भारत मे नया वर्ष चैत्र के महीने के पहले दिन से प्रारम्भ होता हैं। चैत्र के पहले दिन से चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ होती हैं। इस दिन भारत के लोग माता दुर्गा की घटस्थापना करके उनके नौ रूपो के नौ दिन पूजते हैं। आम तौर पर भारत का पहला महिना अप्रैल के महीने मे पड़ता हैं।

2022 मे भारत का नया वर्ष कब से प्रारम्भ होगा?

हिन्दू धर्म के अनुसार एवं भारत का नया वर्ष 2 अप्रैल 2022 को प्रारम्भ होगा। हिन्दू धर्म की मान्यताओ के अनुसार चैत्र का महिना वर्ष का पहला महिना होता हैं। और महीने के पहले दिन को प्रतिपदा कहते हैं।

दिसंबर का अर्थ क्या है?

दिसंबर अँग्रेजी कलेंडर का एक महिना हैं। इसका अर्थ 10वां महिना होता हैं, परंतु आज के कलेंडर मे यह 12वां महिना हैं।

जनवरी का अर्थ क्या हैं?

जनवरी अँग्रेजी कलेंडर का पहला महिना होता हैं। इस महीने का नाम रोमन लोगो के देवता जैनुस के नाम पर रखा गया हैं। रोमन देवता जैनुस नई शुरुआत के देवता थे। इसलिए ग्रेगोरियन कलेंडर मे इनके नाम को महीने के रूप मे इस्तेमाल किया गया।

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