बुधवार को झाड़ू खरीदना चाहिए या नहीं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भूलकर भी बुधवार को झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए। बुधवार को झाड़ू की ख़रीदारी करना अच्छा नहीं माना गया है।
अगर किसी व्यक्ति को घर के लिए झाड़ू खरीदना है तो उसके लिए सबसे अच्छा दिन मंगलवार और शनिवार बताया गया है। जो व्यक्ति बुधवार के दिन झाड़ू को खरीद कर घर में इस्तेमाल करता है ऐसे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति हमेशा खराब रहती है। अगर किसी व्यक्ति की आर्थिक दशा खराब है तो वह शनिवार के दिन झाड़ू को खरीद कर लाए तो उसकी आर्थिक दशा में सुधार होने लगेगा। आशा करते हैं की आप को पता चल गया होगा की बुधवार को झाड़ू खरीदना चाहिए या नहीं।
झाड़ू किस किस दिन खरीदना चाहिए
हिन्दू धर्म के अनुसार एवं वास्तु शस्त्र के अनुसार नीचे बताए गए दिनो मे झाड़ू खरीदना अच्छा बताया गया हैं।
- शनिवार को झाड़ू खरीद सकते हैं।
- मंगलवार के दिन भी झाड़ू खरीदना अच्छा माना गया हैं।
- इसके अलावा शुक्रवार को भी झाड़ू खरीदना चाहे तो खरीद सकते हैं।
- अमावस के दिन नई झाड़ू खरीद सकते हैं।
- धनतेरस और दीपावली को विशेष दिन होता हैं, इसलिए इन दिनो मे भी झाड़ू को खरीद सकते हैं।
घर में पुरानी झाड़ू का क्या करें
झाड़ू समय के साथ टूटने लगती है और पुरानी हो जाती है ऐसे में मन में यह प्रश्न आता है कि पुरानी झाड़ू का क्या करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार पुरानी या टूटी हुई झाड़ू से घर की साफ सफाई करने से बचना चाहिए। झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है इसलिए भूल कर भी पुरानी झाड़ू को गुरुवार और शुक्रवार के दिन मत फेंकिए। गुरुवार के दिन अगर पुरानी झाड़ू घर के बाहर फेंक दी जाए तो ऐसा माना जाता है भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं तथा माता लक्ष्मी की नाराजगी भी झेलनी पड़ती है। और घर में पैसे की किल्लत प्रारंभ हो जाती है। इसलिए गुरुवार और शुक्रवार को छोड़कर किसी भी दिन पुरानी झाड़ू को फेंका जा सकता है।
झाड़ू से साफ सफाई करने के बाद झाड़ू को किसी साफ जगह पर रखना चाहिए तथा छिपाकर रखना चाहिए।
झाड़ू से संबंधित कथा
मान्यता है की किसी नगर में एक सेठ रहता था जोकि बहुत धनवान था। उसकी पत्नी भी बहुत ही गुणवती थी। लेकिन दोनों में एक कमी थी की दोनों ही ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्र की बातों पर लापरवाही बरतते थे। सेठ की पत्नी का जब भी मन होता तो बाजार से जाकर झाड़ू ले आती। झाड़ू को कहीं पर भी रख दिया कर दी थी। और जब झाड़ू पुरानी हो जाया करती तो उसे शुक्रवार के दिन ही फेंका करती थी। धीरे-धीरे सेठ को व्यापार में नुकसान होने लगा लाख कोशिश करने के बाद भी सेठ अपने व्यापार के घाटे को कम ना कर सका। समय के साथ ऐसी स्थिति भी आ गई थी किस सेठ को नौकरी करनी पड़ी बड़े मुश्किलो से घर का गुजारा हो पाता था। एक दिन सेठ शाम के समय घर के बाहर बैठा हुआ था तभी उसके सामने से एक सिद्ध महात्मा गुजर रहे थे। सेठ के मन में पता नहीं क्या विचार आया कि उसने महात्मा को रोका और घर में आमंत्रित करके उनका स्वागत सत्कार किया। स्वागत सत्कार के बाद सेठ ने महात्मा से अपनी सारी दशा बतलाई। महात्मा ने घर के चारों तरफ अपनी नजर दौड़ाई और सेठ से पूछा आप झाड़ू किस दिन खरीदना लाते हैं। तो सेठ ने बताया कि मेरी पत्नी किसी दिन भी झाड़ू को खरीद कर ले आती है। तब सेठ ने उन्हें टूटते हुए कहा कि आपके पतन होने का कारण झाड़ू का सही इस्तेमाल ना करना है। महात्मा ने सेठ को बताया कि जब भी नहीं झाड़ू खरीदे तो मंगलवार और शनिवार के दिन ही खरीदें तथा पुरानी झाड़ू को जब घर से बाहर फेंकना हो तो गुरुवार और शुक्रवार को छोड़कर किसी दिन भी फेंक सकते हैं। क्योंकि आपका परिवार इस नियम का पालन नहीं कर रहा था तो देवताओं के आक्रोश की वजह से आपको आज यह दिन देखने पड़ रहे हैं। सेठ महात्मा जी के बताएं नियम का पालन करने लगा और धीरे-धीरे उसके पास पैसे बचने लगे और फिर से वह अपना व्यापार प्रारंभ कर दिया और इस बार उसे अपने व्यापार में लाभ होने लगा। इसके बाद सेठ कोई भी काम करता तो दिन का विचार जरूर करवाता।
बुधवार को जूते खरीदना चाहिए या नहीं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुधवार के दिन नए जूते खरीद कर उन्हें नहीं पहनना चाहिए। जो व्यक्ति बुधवार के दिन नए जूते खरीदना है उसे आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है कि बुधवार के दिन दूध से संबंधित मिष्ठान एवं पकवान को घर में नहीं बनाना चाहिए। जैसे बुधवार के दिन खीर रबड़ी आदि घर में ना बनाएं। शादीशुदा पुरुषों को बुधवार के दिन ससुराल जाने से बचना चाहिए तथा बहन बेटियों को बुधवार के दिन निमंत्रण देने से बचना चाहिए।
Google FAQ Question :
झाड़ू किसका प्रतीक है?
हिन्दू धर्म में झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना गया हैं, इसलिए हिन्दू धर्म के लोग झाड़ू का अनादर नहीं करते हैं।
रात में झाड़ू क्यों नहीं लगाया जाता है?
ऐसी मान्यता हैं की रात में घर में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए, ऐसा करने से धन की देवी माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
सुबह घर में झाड़ू कितने बजे लगाना चाहिए?
हिन्दू मान्यता के अनुसार सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच कभी भी झाड़ू लगाया जा सकता हैं। लेकिन सूर्योदय के पहले और सूर्यास्त के बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए।
घर में कितनी बार झाड़ू लगाना चाहिए?
घर मे झाड़ू कितनी बार लगाना चाहिए ऐसा तो शास्त्रो में नहीं बताया गया हैं लेकिन सूर्योदया से लेकर सूर्यास्त के बीच झाड़ू लगाया जा सकता हैं।
घर में पोछा कब नहीं लगाना चाहिए?
हिन्दू धर्म मे गुरुवार के दिन घर मे पोछा नहीं लगाया जाता हैं। खासकर जो लोग बृहस्पतिवार का व्रत रहते हैं ऐसे लोगो को तो भूलकर भी गुरुवार के दिन पोछा नहीं लगा चाहिए।
झाड़ू का मुंह किधर होना चाहिए?
घर मे जब भी झाड़ू को रखे तो उसका मुंह हमेशा पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
क्या हम बिस्तर के नीचे झाड़ू रख सकते हैं?
बहुत से लोग बिस्तर के नीचे झाड़ू को रखते हैं जो की पूरी तरह से गलत हैं, ऐसा करने से घर में आर्थिक तंगी आती हैं। इसके अलावा बिस्तर के नीचे जूते भी नहीं रखने चाहिए।
झाड़ू कितनी संख्या में खरीदनी चाहिए?
झाड़ू को कभी भी सम संख्या में नहीं खरीदना चाहिए। जब भी झाड़ू खरीदने जाए तो झाड़ू को विषम संख्या में ही खरीदें उदाहरण के लिए 1, 3, 5 आदि
क्या हम दूसरों को पुरानी झाड़ू दे सकते हैं?
हिंदू मान्यताओं के अनुसार झाड़ू का दान देना वर्जित है। ऐसा करने से आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।
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