पूरे विश्व मे 8 मार्च के दिन Mahila Divas मनाया जाता हैं। जैसा की नाम से ही स्पष्ट होता हैं की यह विश्व के सभी महिलाओं पर आधारित एक विशेष दिन हैं। लेकिन प्रश्न ये हैं की इसे मनाया क्यो जाता हैं? क्या हैं इसका इतिहास? तो आज हम यहाँ पर इन्ही प्रश्नो के उत्तर देखेंगे।
अंतरराष्ट्रीय Mahila Divas कब और क्यों मनाया जाता है?
महिला दिवस मनाने का इतिहास 100 वर्ष से भी पुराना हैं। पहली बार महिला दिवस को मनाने का चलन 1911 से प्रारम्भ हुआ था। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास श्रमिक आंदोलन से जुड़ा हुआ हैं। जर्मन की एक आंदोलन करी महिला “क्लारा ज़ेटकिन” के प्रयासो से इंटेरनेशनल सोशलिस्ट कांग्रेस मे 1910 मे महिला दिवस के अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप को स्वीकार्य किया था। इस सहमति के बाद इस दिन पब्लिक हॉलीडे की भी स्वीकृति दी गई। इसके बाद अगरे वर्ष यानि की 1911 मे 19 मार्च को पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। जिन देशो ने इस दिन को प्रमुख्यता से मनाया वो जर्मनी और डेन्मार्क थे। यह भी कह सकते हैं की पहला अंतर्राष्ट्रीय mahila divas पहली बार जर्मनी और डेन्मार्क के द्वारा सेलिब्रेट किया गया था। लेकिन 10 वर्ष बाद इसके दिन को बादल दिया गया और 19 मार्च की जगह 8 मार्च कर दिया गया। तब से अब तक पूरे विश्व मे महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता हैं।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्यो मनाया जाता हैं?
सन 1900 मे अमेरिका मे महिलाओ के साथ बहुत ज्यादा भेद भाव हो रहा था, उनके अधिकार सीमित थे, नौकरिया तो करती थी पर वेतन मे मे असमानता थी। इसके अलावा उन्हे देश मे होने वाले चुनावो मे अपना मत देने का अधिकार नहीं था। इस लिए अमेरिका की महिलाओ मे विरोध के स्वर फूट पड़े। और सन 1908 मे लगभग 1500 महिलाओ ने अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए न्यूयॉर्क मे महिला परेड किया था। इस विरोध को देख कर कई सामाजिक संस्थाए महिलाओ के सपोर्ट मे आई। इन्ही मे से एक सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने महिलाओ के इन अदम्य साहस को देखते हुये। राष्ट्रिय महिला दिवस की घोषणा की थी। और आंगे चलकर अमेरिका की महिलाओ को 1965 मे वोट डालने का अधिकार भी दिया गया।
किन देशो मे महिला दिवस के दिन छुट्टी होती हैं?
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन दुनिया के कई देशो मे महिलाओ के लिए छुट्टियाँ होती हैं। ये देश रूस, बेलारूस, युगांडा, क्यूबा, वियतनाम, उक्रेन और कंबोडिया हैं।