Sarkari Rashan ki Dukan : दोस्तो आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे की शासकीय राशन की दुकान कैसे प्रारम्भ करे और सरकारी डिपो खोलने के लिए शुरुआत मे कौन से कागज की आवश्यकता होगी। सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए आवेदन कैसे करना पड़ता हैं, इसके बारे मे भी आज हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे। सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए कुछ मांपदंड होते हैं, तथा सरकारी राशन की दुकान कहाँ खोला जाना चाहिए, इस पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी हैं।
अगर आप अभी कोई रोजगार से नहीं जुड़े हुये हैं और कोई रोजगार ढूंढ रहे हैं तो सरकारी राशन की दुकान एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं। जैसा की हम जानते हैं भारत की जनसंख्या बहुत तेजी से बढ़ रही हैं, और इसी की वजह से रोजगार के अवसर कम होते जा रहे हैं। इस लिए ऐसी स्थिति मे अपना खुद का कोई व्यापार या रोजगार करना ज्यादा उचित होगा। अगर आप सरकारी राशन की दुकान खोलना चाहते हैं तो आपको बता दें कि यह एक बहुत ही प्रॉफिटेबल बिजनेस है।
भारत मे हर कोई कभी न कभी तो सरकारी राशन की दुकान मे समान लेने जरूर गए होंगे। सरकारी राशन की दुकान मे कार्ड धारक लोगो को वस्तुए उचित कीमत मे मिलती हैं। कुछ साल पहले तक गरीबी रेखा मे आने वाले लोग का राशन कार्ड बहुत कठिनाई से बनता था, क्योंकि सरकारी कर्मचारी राशन कार्ड बनवाने के लिए रिश्वत मांगते थे।
मौजूदा सरकार ने कार्ड बनवाने मे होने वाले घपले पर नियंत्रण पा लिया हैं और अब केवल उन्ही लोगो का कार्ड बनाता हैं जो सच मे गरीबी रेखा के नीचे आते हैं। अब जरूरत मंद कार्ड धारको की संख्या बढ़ रही हैं इस लिए अब सरकार सिर्फ शहर ही नहीं बल्कि अधिकतर ग्राम पंचायत में राशन की डीलरशिप दे रही है। ऐसा करने से पढे लिखे युवा को घर बैठे रोजगार मिलेगा और गरीब और जरूरतमन्द लोगो को उनका राशन मिलेगा। तो दोस्तो आइये जानते हैं की सरकारी राशन की दुकान कैसे खोले (Sarkari Rashan Ki Dukan Kaise Khole)। आशा हैं की यह लेख आपको पसंद आएगा।
सरकारी राशन की दुकान कैसे खोलें (sarkari ration ki dukaan)
सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए सबसे पहले, आपको दुकान के लिए सही जगह का चुनाव करना होगा। जब आप जगह का चुनाव कर ले तब इसके बाद आपका अगला काम होगा सरकारी राशन की दुकान का लाइसेंस बनवाना, लाइसेन्स बनवाने के लिए आपको अपनी गाँव की पंचायत में आवेदन करना पड़ेगा। दुकान की अनुमति लेने के लिए आवेदन करने के लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा। इस फॉर्म के साथ आपको अपना आधारकार्ड की कॉपी, क्वालिफिकेशन की कॉपी और परिवार आईडी की कॉपी संलग्न (attach) करना होगा। इसके बाद आपके द्वारा भरे गए फॉर्म की जांच होने के बाद आपका लाइसेंस तैयार हो जाएगा। फिर आप अपनी दुकान खोल सकते हैं।
लेकिन इनके साथ आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा। उदाहरण के लिए –
- आवेदन करते समय आपके पास दुकान के लिए पर्याप्त जगह होना चाहिए।
- स्थान का चयन करने से पहले यह सुनिश्चित कर ले की जहां आपको दुकान खोलनी हैं वहाँ 12 महीने आसानी से लोग पहुँच सके।
अगर आप सरकारी राशन की दुकान खोलने को लेकर गंभीर हैं तो, इस लेख मे अब हम आगे विस्तार से जानेंगे की कैसे हम राशन की दुकान को खोल सकते हैं। सबसे पहले हम जानेंगे की स्थान का चयन कैसे करे। इस लेख की विस्तार से पड़ने के लिए आगे बढ़े।
सरकारी राशन की दुकान के लिए जगह का चुनाव कैसे करें
अगर आपने तय कर लिया हैं की आप राशन की दुकान खोलेंगे। और चाहते हैं की आपके राशन डिपो मे ग्राहक निरंतर आता रहे तो आपको अपनी दुकान के स्थान पर विशेष ध्यान देना होगा। राशन की दुकान एक परमानेंट दुकान है इसलिए जगह का चुनाव करना बेहद महत्वपूर्ण और जरूरी होता है। मित्रो अगर आप अपने रोजगार को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी राशन की दुकान खोलते हैं तो यहां पर आपको किसी भी प्रकार के प्रतिशपर्धा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
राशन की दुकान के लिए स्थान का चयन करने के लिए इस लेख पर हम आपको पाँच बिन्दु के रूप मे सुझाव दे रहे हैं, इन बिन्दुओ को ध्यान से पढ़िए और अपनी राशन की दुकान को खोलने के लिए अच्छी और सुरक्षित जगह का चुनाव कीजिए।
- अगर आपने तय कर लिया हैं की आप राशन की दुकान प्रारम्भ करना चाहते हैं तो ध्यान रखें कि दुकान आपकी स्वयं यानि निजी स्थान पर ही होनी चाहिए और अगर आप दुकान को भाड़े (किराए) मे ले रहे हैं तो इसकेलिए एक पक्का अग्रिमेट जरूर करवा लें क्योंकि यह एक लंबे समय तक चलने वाला व्यापर है। अगर आपने एग्रीमेंट नहीं करवाया और बीच में आपसे कोई दुकान ले लेता है तो आपके लिए समस्या हो जाएगी। इसलिए दुकान खोलते समय ज्यादा से ज्यादा प्रयास करे कि दुकान आपकी जमीन/घर/दुकान पर ही हो।
- क्योंकि राशन की दुकान खोलने जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखे कि यह राशन की दुकान गाँव एवं बस्ती से दूर-दराज नहीं होनी चाहिए। और दुकान ताक जाने के लिए कम से कम 8 से 15 फिट चौड़ी सड़क हो तो यह और भी अच्छा होगा। क्योंकि सरकारी दुकान मे भीड़ काफी लगती हैं, इस लिए दुकान के सामने अगर थोड़ी बहुत खुदी जमीन होगी तो यह ग्राहको के लिए सुविधाजनक रहेगा। और आपकी ग्राहकी भी बढ़ेगी। सरकरी राशन की दुकानों के सामने हमेशा लंबी लाइनें और भीड़ लगी होती है। इसके अलावा सरकार के द्वारा जब माल को दुकान तक पहुंचाया जाता है तो बड़े ट्रकों में ही माल आता है। इसलिए दुकान ऐसी जगह मे ही होनी चाहिए, जहां साधन खड़े रहने और माल रखने योग्य पर्याप्त जगह हो।
- आपके सरकारी राशन की दुकान दूसरे दुकानों की तुलना मे थोड़ी ऊंची होनी चाहिए। अलग-अलग जगहों पर सरकारी राशन की दुकानों के लोकेशन और स्थिति से संबन्धित अलग अलग नियम कानून होते है। लेकिन सामान्यतः राशन की दुकान की ऊंचाई 3 मीटर या उससे अधिक होनी चाहिए।
- कुछ जगह पर जहां पर राशन लेने के लिए ग्राहको की संख्याधिक अधिक होती हैं। ऐसे स्थान पर आपको दुकान के साथ एक गोदाम बनवाने की जरूरत होगी। हालांकि अगर आपके पास गोदाम बनवाने के लिए जगह ना हो तो आप अपने दुकान के पास ही गोदाम किराए से ले सकते हैं या फिर चाहे तो अपने घर को ही गोदाम की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
- राशन की दुकान खोलने के लिए सबसे जरूरी बात यह हैं की आप केवल अपने आसपास के एरिया मे ही राशन की दुकान प्रारम्भ कर सकते हैं, इसलिए राशन की दुकान के लिए स्थान का चयन करते समय, इस बात का सतर्कता के साथ ध्यान रखे कि आपको अपने आसपास की सक्षेत्र मे ही दुकान खोलनी है।
जब आप अपने दुकान के लिए जरूरी स्थान का चयन कर लेंगे तब आप राशन की दुकान के लिए लाइसेंस लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आइये अब जानते हैं की सरकारी राशन की दुकान को खोलने के लिए किन आवश्यक चीजों की आवश्यकता हैं।
सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए आवश्यक चीजें
सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए योग्यता एवं पात्रता मानदंड
- अगर आप सरकरी राशन की दुकान खोलने के लिए आवेदन कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखे की आपके बैंक अकाउंट मे कम से कम 50000 रूपय मौजूद होने चाहिए।
- सरकारी राशन की दुकान को खोलने के लिए केवल भारत के नागरिक ही आवेदन कर सकते हैं। राशन की दुकान उन्हे ही खोलने के लिए पात्र माना जाएगा, जो अपने क्षेत्र मे दुकान खोलने के लिए आवेदन कर रहे हैं।
- अगर आपके पास फूड कार्पोरेशन या फिर FSSAI का लाइसेन्स हैं तब आपको सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए लाइसेन्स नहीं मिलेगा। सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण मानदंड होता है कि आवेदक के पास राष्ट्रिय या फिर अंतर्राष्ट्रीय किसी भी प्रकार का खाद्यान्न से संबन्धित लाइसेंस नहीं होना चाहिए।
- राशन की दुकान खोलने के लिए आवेदक को कम से कम दसवीं तक पढ़ा लिखा होना जरूरी हैं, यहाँ तक की कुछ जगहो मे दुकान का लाइसेन्स प्राप्त करने के लिए 12वीं और ग्रेजुएशन तक की शिक्षा अनिवार्य की गई हैं।
सरकारी राशन की दुकान के लिए जरूरी दस्तावेज
जिस व्यक्ति/आवेदक को सरकारी राशन की दुकान खोलनी हैं उसके पास परिवार आईडी होना जरूरी हैं, क्योंकि दुकान खोलने का लाइसेन्स देने से पहले इन्कम प्रूफ के लिए परिवार आईडी को आवेदन के साथ सलग्न करना जरूरी होता हैं। पहले इन्कम सर्टिफिकेट से काम हो जया करता था लेकिन सरकार ने इन्कम सर्टिफिकेट को अब अमान्य कर दिया हैं और उसकी जगह पर फैमिली आईडी से इनकम वेरीफाई की जाती हैं।
फॅमिली आईडी के अलावा एक रेसिडेंशियल आईडी और आधार कार्ड की भी आवश्यकता होती हैं। कई जगह पर आधार कार्ड को रेसिडेंशियल और पहचान पत्र दोनों के रूप मे इस्तेमाल कर लेते हैं। बैंक अकाउंट की डिटेल सा संबन्धित दस्तावेज़ भी आपके पास होने चाहिए, आवेदन के समय उन्हे भी लगाया जाना अनिवार्य हैं। आपकी शिक्षा से संबन्धित दस्तावेज़ भी आवेदन के समय होना अनिवार्य हैं। संभव हैं की पैन कार्ड भी आपको दस्तावेज़ के रूप से देना पड़े, इस लिए आवेदन के समय पैन कार्ड भी आपके पास होना चाहिए।
सरकारी राशन की दुकान शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खोलें?
अगर आप सरकारी राशन की दुकान के लिए प्रयास कर रहे हैं और चाहते हैं की दुकान खोलने के लिए आपको लाइसेंस मिल जाए तो सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आप राशन की दुकान के आवेदन की दो अलग-अलग प्रक्रिया होती है। शहरी क्षेत्र के लिए अलग आवेदन होता है और ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग आवेदन होता है इसलिए आपको पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आप राशन की दुकान किस जगह पर प्रारंभ करना चाहते हैं अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में राशन की दुकान खोलना चाहते हैं तो आप को आवेदन ऑनलाइन मोड में नहीं मिलेगा बल्कि आपको ऑफलाइन मोड पर आवेदन करना होगा जबकि अगर आप शहरी क्षेत्र के लिए राशन डिपो खोलना चाहते हैं तो इसके लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं तो आइए विस्तार से जानते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में और शहरी क्षेत्र में राशन की दुकान खोलने के लिए किस तरह आवेदन किया जा सकता है
ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए
दोस्तों भारत के लगभग सभी गांव में ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस की एक छोटी बैठक होती है। इस बैठक में आप सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए अपनी बात को उनके सामने रख सकते हैं। इस मीटिंग में आप दुकान खोलने के उद्देश्य बता सकते हैं तथा दुकान से किस तरीके से आप मदद या जनता को लाभ दिला सकते हैं, उसके बारे में आप जानकारी को प्रस्तुत कर सकते हैं।
मुख्य रूप से राशन की दुकान खोलने के दो ही कारण हो सकते हैं या तो ग्राहकों को राशन उपलब्ध कराना, जिससे उन्हें दूर जाना ना पड़े या फिर गांव में पहले से चल रही राशन की दुकान में अगर कोई घपले बाजी हो रही है और आप उस घपलेबाजी को उजागर कर देते हैं, तो फिर आप के पास एक उचित कारण होगा, सरकारी राशन की दुकान का लाइसेंस लेने का।
अगर ग्राम पंचायत आपके दिए गए दलीलों को स्वीकार कर लेती है तो फिर आपको एक फॉर्म भरना होगा। इस फॉर्म में आपको वह सभी जानकारी भरनी होगी जो जानकारी फॉर्म में मांगी गई है। जैसे कि आपका नाम, शैक्षणिक योग्यता तथा बाकी सभी डॉक्यूमेंट भी इसमें अटैच करने होंगे। सरकारी राशन की दुकान के लाइसेंस के लिए संभव है कि आप अकेले उम्मीदवार नहीं होंगे। गांव के और लोग भी लगातार सरकारी राशन की दुकान खोलने का प्रयास कर रहे होंगे। इसलिए फॉर्म भरने के बाद सभी उम्मीदवारों की जांच पड़ताल की जाती है। जांच पड़ताल करने के लिए गांव के मुखिया से भी पूछताछ की जाती है। इसके अलावा गुप्त जांच के माध्यम से भी पता किया जाता है उम्मीदवारों के बारे में।
ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार यह शिकायत मिलती है कि राशन डिपो के लाइसेंस के लिए जो चयन प्रक्रिया होती है उसमें काफी घपलेबाज ही की जाती है। जिन लोगों की सरकारी पहुंच होती है, कई बार उन्हें सरकारी राशन की दुकान बड़ी आसानी से मिल जाता है। अगर आपका एप्लीकेशन स्वीकार कर लिया जाता है, तब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के पास आप की जानकारी को भेजकर लाइसेंस देने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है। काफी प्रक्रियाओं के बाद आपको लाइसेंस मिलता है। लेकिन यह सभी प्रक्रियाओं से आवेदक का बहुत ज्यादा संबंध नहीं होता है, लाइसेंस चाहने वाले उम्मीदवार को सिर्फ आवेदन देना होता है। इसके बाद सरकारी मशीनरी अपने कार्य को करती है। आवेदन स्वीकार हो जाने पर लाइसेंस दे देती है। एक बार आपको लाइसेंस मिल जाएगा तो आप आसानी से अपनी सरकारी राशन की दुकान को खोल सकते हैं
राशन की दुकान को शहरी क्षेत्र में खोलने से संबंधित क्या प्रक्रिया है
दोस्तों शहरी क्षेत्र में सरकारी राशन की दुकान खोलने के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट पर अधिसूचना डाली जाती है। जहां पर आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, शहरी क्षेत्र का राशन डिपो का लाइसेंस लेने की प्रक्रिया थोड़ी उलझन भरी और कठिन होती है क्योंकि यहां पर चयन प्रक्रिया काफी अपारदर्शी होती है। अगर आप शहरी क्षेत्र में राशन डिपो की दुकान खोलना चाहते हैं तो आपको संबंधित विभाग की वेबसाइट पर नोटिफिकेशन आने के बाद ही आप अप्लाई कर पाएंगे। आपकी जब इच्छा होगी तभी आप आवेदन नहीं कर सकते हैं। आपको नोटिफिकेशन का इंतजार करना होगा। एक बार जब नोटिफिकेशन या अधिसूचना जारी हो जाएगी, तब फिर आप राशन की दुकान के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
अप्लाई करने के लिए आपको संबंधित वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरने होंगे, जब आप फॉर्म भर लेंगे तो संबंधित अधिकारी आपके फॉर्म की जांच करेंगे, फॉर्म के निरीक्षण जिला आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के माध्यम से होता है। इसके बाद जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा आपके आवेदन पास होते हैं। इसके बाद विकास अधिकारी आपके द्वारा किए गए एप्लीकेशन की जांच पड़ताल करता है और राजस्व विकास अधिकारी कंफर्म करता है। इतनी लंबी प्रक्रिया के गुजरने के बाद किसी उम्मीदवार का चुनाव होता है। इसके बाद उम्मीदवार से संपर्क किया जाता है और वह व्यक्ति विभाग में जाकर अपना लाइसेंस प्राप्त करता है। लाइसेंस मिल जाने के बाद वह शहरी क्षेत्र पर कहीं भी राशन की दुकान खोल सकता है। शहरी क्षेत्र में राशन की दुकान खोलने के लिए कम से कम 4000 वर्ग फिट का जगह होना चाहिए। अगर आपके पास इतनी जगह नहीं है तो आप दुकान किराए पर भी ले सकते हैं।
FAQ : सरकारी राशन की दुकान क्या होती है?
जैसे किराना की दुकान होती है, ठीक उसी तरीके से सरकारी राशन की दुकान भी होती है। लेकिन यहां पर राशन कार्ड धारकों को काफी उचित कीमत में राशन उपलब्ध कराया जाता है। आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा तीन के तहत राशन कार्ड के धारकों को कम से कम कीमत में तथा उचित कीमत में राशन की सामग्री को उपलब्ध कराया जाता है।
FAQ : सरकारी राशन की दुकान के लिए लाइसेंस चाहिए या नहीं?
अगर कोई व्यक्ति सरकारी राशन की दुकान खोलना चाहता है तो उसके लिए उसके पास अगला लाइसेंस होना चाहिए। इस लाइसेंस को लेने के लिए हर राज्य में अलग पात्रता मानदंड है। अगर कोई व्यक्ति पात्रता और योग्यता मानदंडों को पूरा करता है तो वह निश्चित रूप से सरकारी राशन की दुकान के लिए लाइसेंस ले सकता है।
FAQ : सरकारी राशन की दुकान पर खाद्य पदार्थों का मूल्य कैसे तय करें?
अगर कोई व्यक्ति सरकारी राशन की दुकान खोलता है तो वह अपने मन से किसी भी खाद्य पदार्थों की कीमत तय नहीं कर सकता। सरकारी राशन की दुकानों में सरकार के द्वारा निर्धारित किए गए कीमतों पर ही राशन की सामग्री को बेचा जा सकता है। सरकारी राशन की दुकान सरकार की होती है। उसको खोलने वाला सिर्फ उसका व्यवस्थापक होता है। बाकी सभी चीजें सरकार के नियंत्रण में होती है। सरकार राशन की दुकान तक सामान पहुंचाती है। उसके बाद दुकान को चलाने वाला लाइसेंस धारी व्यक्ति राशन कार्ड धारकों तक, उस सामान और राशन को पहुंचाता है। इसके बाद राशन कार्ड धारकों का हिसाब किताब भी दुकान मालिक को रखना होता हैं।
FAQ : सरकारी राशन की दुकान के लिए मशीनरी कहां मिलेगी?
सरकारी राशन की दुकान (sarkari rashan ki dukan) में उपयोग होने वाली सभी सुविधाओं को सरकार उपलब्ध करवाती है। दुकान में प्रयोग होने वाली सभी तरह की मशीनों को सरकार उपलब्ध कराती है। राशन कार्ड की दुकान में जिन सॉफ्टवेयर का उपयोग होता है, वह भी सरकारी उपलब्ध कराती है।
FAQ : सरकारी राशन की दुकान से कितना पैसा कमाया जा सकता है?
सरकारी राशन की दुकान में कितना पैसा कमाया जा सकता है? यह निर्भर करता है क्षेत्र में मौजूद राशन कार्ड धारक की संख्या पर। जहां पर सरकारी राशन की दुकान खुली है, उस क्षेत्र में जितने ज्यादा कार्ड धारक होंगे, उतना ज्यादा फायदा मिलेगा। सरकारी राशन की दुकान में जो खरीदारी होती है उसमें कमीशन तय होता है, जो सरकार के द्वारा दिया जाता है। एक दुकान से लगभग कोई व्यक्ति ₹35000 तक कमा सकता है।
Conclusion
इस लेख के माध्यम से हमें पता चला है कि सरकारी राशन की दुकान को कैसे खोला जाए तथा सरकारी राशन की दुकान को खोलने के लिए किस प्रकार के क्षेत्र उपलब्ध होते हैं और उन क्षेत्रों में किस तरीके से आवेदन किया जाता है। हमें इसके बारे में पता चला तथा हमें यह भी पता चला की राशन की दुकान खोलने के लिए मशीनरी की व्यवस्था सरकार के द्वारा कराई जाती है। राशन की दुकान खोलने से हमें कितना मुनाफा हो सकता है, इसका भी अंदाजा इस लेख को पढ़कर हमें पता चलता है।