Difference between Cheetah and Leopard : अक्सर लोगो को चीता और तेंदुए मे धोखा हो जाता हैं और उन्हे लगता हैं की चीता और तेंदुआ एक ही हैं, या फिर तेंदुए को चीता समझ लेते हैं। तो दोस्तो चीता और तेंदुए मे कुछ सामनता होने की वजह से यह धोखा हो जाना एक दम आम बात हैं। इस लेख के माध्यम से आज हम जानेंगे की कैसे तेंदुए और चीते के बीच के अंतर को पहचाना जाए। सबसे पहले दोनों प्राणियों के बारे मे एक परिचय जान लेते हैं
तेंदुआ का परिचय
तेंदुआ बिल्ली प्रजाति का एक बड़ा जीव हैं। यह जानवर अफ्रीका और एशिया मे पाया जाता हैं। शेर और बाघ की तुलना मे यह छोटा होता हैं। लेकिन तेंदुआ एक चतुर और शक्तिशाली जानवर हैं। शिकार को पकड़ने की तकनीक और शिकार पर हमला करने की तकनीक तेंदुआ की सबसे अच्छी मानी जाती हैं। यह एक अव्वल दर्जे का शिकारी जीव हैं। यह रातो को शिकार करने वाला जीव हैं, इस लिए इसे निशाचारी जीव भी कहते हैं। तेंदुआ की भागने की रफ्तार 56 से 60 किमी प्रति घंटा होती हैं। तेंदुआ की चमड़ी का रंग ज़्यादातर पीला ही होता हैं। इसपे गहरे रंग के धब्बे होते हैं। लेकिन तेंदुआ की उप प्रजाति के रंगो मे अंतर पाया जाता हैं। कुछ तेंदुए पूरी तरह से काले रंग के पाये जाते हैं। काले रंग के तेंदुए को काला तेंदुआ कहा जाता हैं। मूल रूप से तेंदुआ अफ्रीका और दक्षिण एशिया के देशो मे पाया जाता हैं। तेंदुए की कई प्रजाति एशिया मे विलुप्त होने की स्थिति मे आ चुकी हैं।
भारत मे तेंदुआ की जनसंख्या और राज्य
State | Leopards (2015) |
आंध्रा प्रदेश | 343 |
बिहार | 98 |
छत्तीसगढ़ | 846 |
गोआ | 86 |
गुजरात | 1395 |
झारखंड | 46 |
कर्नाटक | 1,783 |
केरला | 650 |
मध्य प्रदेश | 3,421 |
महाराष्ट्र | 1690 |
ओड़ीसा | 760 |
तमिलनाडू | 868 |
उत्तर प्रदेश | 316 |
उत्तराखंड | 839 |
तेंदुआ से संबन्धित रोचक तथ्य
- तेंदुआ पेड़ में बहुत ही आसानी से चढ़ जाते हैं तथा अपने शिकार को पकड़कर पेड़ पर ही रख लेते हैं।
- नर तेंदुआ हमेशा झुंड बनाकर ही रहता है, लेकिन मादा तेंदुआ झुंड में नहीं रहती हैं।
- मादा तेंदुआ एक बार में कम से कम 4 से 5 बच्चों को जन्म देती है।
- तेंदुआ दहाड़ता नहीं है बल्कि वह बिल्ली की तरह गुर्राता है और म्याऊं म्याऊं करता है।
- तेंदुआ जब दौड़ता है तो लगभग 50% समय वह हवा में ही रहता है और तेंदुआ कम से कम 6 मीटर यानी 18 फुट तक छलांग मार सकता है।
- भारत में तेंदुआ को संरक्षित जानवर घोषित किया गया है।
- नर तेंदुआ का वजन 60 से 70 किलो होता है और मादा तेंदुआ का वजन 40 से 45 किलो के आसपास होता है।
FAQ : तेंदुआ को अँग्रेजी मे क्या कहते हैं? (Tendua in English)
तेंदुआ को अँग्रेजी मे leopard (लिओपार्ड) कहा जाता हैं। इसके चमड़ी का रंग पीला या फिर काला हो सकता हैं। तेंदुआ को पैनथर नाम से भी पुकारा जाता हैं।
चीता का परिचय
चीता एक जंगली और मांसाहारी जानवर है। यह बिल्ली प्रजाति का सबसे बड़ा जानवर माना जाता है। इसके पूरे शरीर पर पीले रंग की चमड़ी होती है और काले रंग के धब्बे बने होते हैं। चीतों के आंख से मुंह तक एक काली लाइन बनी होती है जिसे देखने पर ऐसा लगता है कि चीते के आंखों से आंसू बह रहे हैं। इनके पैर मजबूत होते हैं, नाखून नुकीले होते हैं तथा यह बहुत ही तेज गति से दौड़ते हैं। इसलिए चीते को एक खतरनाक शिकारी जानवर माना जाता है। चीते दिन में ही शिकार करते हैं तथा उन्हें रात में देखने की क्षमता कम होती है। चीते की औसत आयु 25 वर्ष की होती है और एक मादा चीता एक बार में 3 से 8 बच्चे को जन्म देती है।
चीते अपना शिकार मुख्य रूप से एकदम सुबह-सुबह या फिर दोपहर के बाद करते हैं। चीता कई प्रकार के छोटे जानवर को अपना शिकार बनाता है, जैसे – खरगोश, बंदर, चिड़िया, हिरण आदि। अफ्रीकी चीते खुले मैदान में रहना पसंद करते हैं। दुनिया के कई देशों में चीतो को पालतू जानवर बनाकर पाला जाता है और इसी वजह से चीतो की प्रजाति लगातार दुनिया से विलुप्त होती जा रही है। भारत में अकबर के जमाने में 40000 चीतो को पालतू बनाकर रखा गया था और इस वजह से भारत में चीते विलुप्त हो चुके हैं, इसका सबसे बड़ा कारण अकबर और उसके अनपढ़ वंशज हैं क्योंकि ये विदेशी आक्रमण कारी बड़ी मात्रा मे चीतो को पालतू बना कर रखते थे, जिसकी वजह से चीते अपने परिवार को बढ़ा नहीं सके। लेकिन 2022 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से नामीबिया से 8 चीतों को भारत के ग्वालियर में स्थित कुनु राष्ट्रीय उद्यान में ला कर रखा गया है, सन 1900 के आंकड़ों के हिसाब से सिर्फ अफ्रीकी महाद्वीप में एक लाख से भी ज्यादा चीते जीवित रहा करते थे। चीतों की संख्या के घटने का एक मुख्य कारण यह भी है कि उनके बच्चो के बचने कि दर मात्र 10% ही है। यानि 10 मे से सिर्फ एक बच्चा ही चीते का बच पता हैं।
चीते से संबन्धित रोचक तथ्य
- चीता दुनिया का सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर है यह 70 मील प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है।
- चीता घोड़े के मुकाबले 2 गुना रफ्तार से दौड़ सकता है। इसीलिए भारत में कई राजा चीता को पालतू बनाकर रखते थे जिसका उनका इस्तेमाल वह शिकार के दौरान कर सके।
- चीता का शरीर बड़ा होता है जबकि शरीर के अनुपात में उसका सिर छोटा होता है।
- मादा चीता 3 से 5 शावको को जन्म देती है और पहले सप्ताह माँद ही बिताती है।
- चीता के शावको की मृत्यु दर बहुत ही ज्यादा अधिक है लगभग 90% बच्चे जन्म के तुरंत बाद ही मर जाते हैं।
- जंगल में चीते की औसत उम्र लगभग 12 साल होती है, जबकि कैद में या फिर चिड़ियाघर में उसकी औसत उम्र 17 साल होती है।
- ज्यादातर जानवर रात में शिकार करते हैं, लेकिन चीता दिन में ही अपने भोजन के लिए शिकार करता है।
Difference between Cheetah and Leopard
चीता (Cheetah) | तेंदुआ (Leopard) |
चीता के पैर लंबे होते हैं। तथा शरीर के अनुपात मे सिर छोटा होता हैं। | तेंदुआ चीता की तुलना मे छोटा होता हैं। |
चीता पतले और लंबे होते हैं। | जबकि तेंदुआ चीता की तुलना मे मोटा, छोटा और वजनी दिखाता हैं। |
चीते के खाल मे गोल या अंडाकार काले धब्बे होते हैं। | जबकि तेंदुआ के खाल मे काले धब्बे होते तों हैं लेकिन इनका आकार तय नहीं होता हैं। |
चीते की खाल मे बने काले धब्बे अलग अलग होते हैं। | जबकि तेंदुआ के खाल मे बने काले धब्बे झुंड मे होते हैं। |
चीते की शक्ल मे आंखो के पास आँसू बहाने की तरह एक काली रेखा होती हैं, जो मुह तक आई होती हैं। | जबकि तेंदुआ के शक्ल मे किसी भी प्रकार की कोई रेखा या लाइन नहीं होती हैं। |
चीते की पुंछ चपटी और चौड़ी होती हैं। जो उसे तेज रफ्तार मे संतुलन बनाने मे मदद करती हैं। | जबकि तेंदुआ की पुंछ ट्यूब की तरह गोल होती हैं, जो तेंदुआ को पेढ मे चढ़ने मे मदद करती हैं। |
चीते के पिछले पैर आंगे के पैरो की तुलना मे बड़े होते हैं | जबकि तेंदुआ के आगले पैर पिछले पैरो की तुलना मे बड़े होते हैं। |
ताकत के हिसाब से चीता तेंदुआ से कमजोर होता हैं। | जबकि तेंदुआ ताकत के हिसाब से चीता से मजबूत होता हैं, और आमना सामना होने पर चीता को नुकसान पहुंचा सकता हैं। |
रफ्तार के मामले मे चीता तेंदुआ से तेज होता हैं, और आमना सामना होने पर अपनी रफ्तार से तेंदुआ को रफ्तार मे हरा सकता हैं। | जबकि तेंदुआ की रफ्तार चीता की तुलना मे कम होती हैं। |