शिव लिंग क्या हैं?
Shivling ko ghar me Rakhane ke Niyam : शिवलिंग का अर्थ लिंग या योनि नहीं होता हैं, यह सनातन के विरोधियो ने धर्म को बदनाम करने के लिए भ्रम फैलाया था, जो की निरंतर लोगो तक पहुँच रहा हैं, और लोग इस पर विश्वास कर रहे हैं। इस भ्रम को फैलाने मे सबसे ज्यादा हाथ अंग्रेज़ो, विधर्मियों और वामपंथी विचारधारा को मानने वाले लोगो का हैं।
जिस प्रकार अर्थ शब्द का अर्थ धन भी होता हैं और मतलब भी होता हैं, ठीक उसी प्रकार लिंग का मतलब चिन्ह होता हैं, लेकिन विधर्मी जब लिंग सुनते हैं तो उनके दिमाग मे पुरुष के नाजुक अंगो का ही ख्याल आता हैं। शिव लिंग मे लिंग का अर्थ प्रतीक या चिन्ह होता हैं। शिव लिंग का पूरा अर्थ हुआ शिव का प्रतीक। ब्रम्हांड मे दो ही चीज सच हैं, ऊर्जा और पदार्थ। हमारा शरीर पदार्थ हैं जबकि आत्मा ऊर्जा हैं। इसी तरह से शिव प्रदार्थ और शक्ति ऊर्जा का प्रतीक बन कर शिवलिंग कहलाते हैं।
शिव पुराण मे शिवलिंग के उत्पत्ति के बारे मे बताया गया हैं, वही पर शिवलिंग को अग्नि स्तम्भ कहा गया हैं। जबकि स्कंदपुरान मे आकाश को शिवलिंग कहा गया हैं।
शिव की पूजा प्राचीन लोग भी करते थे
भारत की सबसे पुरानी सभ्यता राखी गढ़ी हैं, उसके बाद सिंधु घाटी सभ्यता हैं। सिंधु घाटी सभ्यता की खोदाई के समय शिवलिंग के प्रमाण मिले हैं। जो यह प्रमाणित करता हैं की 3000 से 4000 साल पहले भी शिवलिंग की पुजा सिंधु-हड़प्पा वासी लोग करते थे। दुनिया के कई देशो मे खुदाई के समय प्राचीन शिवलिंग मिले हैं। जो शिवलिंग को धरती का सबसे पुराना प्रतीक साबित करते हैं।
शिवलिंग को घर मे रखने के नियम
शिव पुराण में बताया गया है कि जो भी व्यक्ति शिवलिंग की पूजा करता है। उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। जो भी व्यक्ति नियमित रूप से भगवान भोलेनाथ के प्रतीक शिवलिंग की पूजा करता है उसे कभी भी किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होती है तथा उसका सभी मनचाहा कार बड़ी सरलता से पूर्ण होता है।
इसीलिए बहुत से सनातनी भक्त शिवलिंग को अपने घर में भी रखना चाहते हैं या रखते हैं लेकिन शिवलिंग को घर में रखने से पहले कुछ नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है। इन नियमों का अच्छे से जांच परख करने के बाद ही शिवलिंग को अपने घर में रखना चाहिए। अगर इन नियमों का पालन नहीं हो पाया तो शिवलिंग रखने से फायदा कम नुकसान ज्यादा हो सकता है।
अब बहुत से लोग बोलेंगे शिवलिंग को घर में रखने से क्या नुकसान हो सकता है दोस्तों हम भी घर में पानी रखते हैं जो हमें पीने के लिए इस्तेमाल होता है लेकिन पानी रखने का कुछ नियम होता है यह नहीं कि पूरे समुद्र को उठाया और अपने घर में रख दिया अगर पूरे समुद्र के पानी को लाकर हम अपने घर में रख देंगे हमें फायदा कम नुकसान ज्यादा होगा ठीक इसी तरीके से शिवलिंग के लिए भी कुछ नियम है और उन नियमों का पालन करने के बाद ही भगवान शंकर के प्रतीक शिवलिंग को घर में रखना चाहिए।
आइये जानते हैं शिवलिंग से संबन्धित नियम को
- घर में जब भी शिवलिंग को रखें तो यह ध्यान रखें कि शिवलिंग का आकार बड़ा नहीं होना चाहिए घर में रखने के लिए शिवलिंग का आकार 9 इंच से छोटा ही होना चाहिए। मंदिरों के लिए भगवान शिव के प्रतीक शिवलिंग को रखने के लिए कोई खास नियम नहीं है लेकिन घर के लिए यह नियम जरूर पालन होना चाहिए।
- अगर कोई व्यक्ति शिवलिंग को घर में स्थापित करता है तो यह ध्यान रखें कि जब भी भगवान शंकर की प्रतिमा शिवलिंग को घर में स्थापित कराया जाता है तो उसकी प्राण प्रतिष्ठा नहीं करवाई जाती है और जिस घर में शिवलिंग रखा जाता है वहां पर शिवलिंग की नियमित पूजा होनी चाहिए तथा उनका अभिषेक होना चाहिए।
- शिव पुराण में बताया गया है कि कभी भी शिवलिंग को अकेला नहीं रखना चाहिए जहां पर भी शिवलिंग रखें वहां पर भगवान शंकर के परिवार के बाकी सदस्यों की प्रतिमा भी होनी चाहिए। जहां पर भी शिवलिंग हो वहां पर माता पार्वती गणेश भगवान की मूर्ति कार्तिकेय भगवान की मूर्ति और नंदी जी की मूर्ति जरूर होनी चाहिए अगर मूर्ति संभव ना हो तो फोटो भी वहां पर रख सकते हैं।
- घर में कभी भी एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए अगर किसी के पास एक से ज्यादा शिवलिंग है तो फौरन ही एक को छोड़कर बाकी शिवलिंग को किसी मंदिर में स्थापित करवा दें या फिर नदी में उन्हें प्रवाहित कर दें।
- जहां पर भी शिवलिंग को स्थापित करें वहां पर साफ सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए। शिवलिंग को अभिषेक करने के लिए जो भी बर्तन इस्तेमाल हो वह नियमित रूप से साफ होने चाहिए।
- घर में धातु का बना हुआ शिवलिंग रखना चाहते हैं तो ध्यान रखें की शिवलिंग चांदी, सोने या फिर तांबे का बना होना चाहिए। इसके अलावा शिवलिंग में हमेशा एक नाग भी लिपटा रहना चाहिए।
- घर में स्थापित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और शुभ फल देने वाले शिवलिंग नर्मदा नदी की तलहटी से उठाए हुए शिवलिंग को माना गया।
- घर में स्थापित शिवलिंग पर या फिर भगवान शंकर की किसी तस्वीर पर कभी भी केतकी का फूल तुलसी सिंदूर और हल्दी कभी नहीं चढ़ाने चाहिए।
- घर में शिवलिंग को पूजा घर में ही रखना चाहिए। कुछ लोग शिवलिंग को बेडरूम में बने किसी छोटे से लकड़ी के मंदिर में रख लेते हैं यह बिल्कुल भी गलत है। अगर आप शिवलिंग रखना चाहते हैं तो वह एक पूजा घर में स्थापित किया जा सकता है या फिर घर के आंगन में एक छोटा सा मंदिर बना कर वहां पर शिवलिंग को रख सकते हैं। शिवलिंग आमतौर पर घर से बाहर रखना चाहिए और खुले स्थान पर रखना चाहिए।
- माना जाता है कि शिवलिंग से हर समय चुंबकीय ऊर्जा का संचार होता है, जोकि सभी लोगों के द्वारा नियंत्रित या सहन नहीं किया जा सकता, इसलिए उस उर्जा को नियंत्रित करने के लिए शिवलिंग के ऊपर हमेशा एक जलधारा रखनी चाहिए। इससे शिवलिंग से निकालने वाली ऊर्जा नियंत्रित होती है।
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