फूटी किस्मत को अपने से दूर भगाये और भाग्यशाली बने

फूटी किस्मत को अपने से दूर भगाये और भाग्यशाली बने

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गिलहरियों को बाजरा

गिलहरियों को बाजरा, बिस्किट, रोटी खिलाने से जीवन में आने वाली हर कठिनाई से आसानी मुक्ति मिल जाती है।

चींटियों के लिए 100 ग्राम शक्कर

चींटियों के लिए 100 ग्राम शक्कर या बेसन के लड्डू, पंजीरी खिलाने से आपके स्वास्थ्य में लाभ तो होगा ही, आपको मानसिक शांति का अहसास भी होगा।

आपके प्रतिष्ठान में बिक्री ज्यादा हो तो यह करें

आप अपने व्यापार में अधिक पैसा प्राप्त करना चाहते हैं और चाहते हैं की आपके व्यापार की बिक्री बढ़ जाए तो आप वट वृक्ष की लता को शनिवार के दिन जाकर निमंत्रण दे आएं। (वृक्ष की जड़ के पास एक पान, सुपारी और एक पैसा रख आएं) रविवार के दिन प्रातः काल जाकर उसकी एक जटा तोड़ लाएं, पीछे मुड़कर न देखें। उस जटा को घर लाकर गुग्गल की धूनी दें तथा 101 बार इस मंत्र का जप करें- ॐ नमो चण्ड अलसुर स्वाहा।

छोटे बच्चों को नजर लगने पर

अगर आप चाहते हैं की छोटे बच्चों को नजर न लगे इसके लिए हाथ में चुटकी भर रक्षा लेकर ब्रहस्पतिवार के दिन ‘ॐ चैतन्य गोरखनाथ नमः मंत्र का 108 बार जप करें। फिर इसे छोटी-सी पुडिया में डालकर काले रेशमी धागे से बच्चे के गले में बाँधने पर बुरी नजर नहीं लगती।

अपने व्यापार में करें मनोवांछित उन्नति

अगर आप अपने व्यापार में मनोवांछित उन्नति करना चाहते हैं तो सोमवार को प्रातः नवनिर्मित अंगूठी को गंगाजल में धोकर गाय के दूध में डुबो दें, उसमें थोड़ी-सी शक्कर, तुलसी के पत्ते और कोई भी सफ़ेद फूल डाल दें। इसके पश्चात स्नान ध्यान से निवृत्त होकर अंगूठी को पहन लें। ऐसा करने से व्यापार में मनोवांछित उन्नति प्राप्त होगी।

आपके ज्यादातर कार्य असफल हो रहे हैं तो यह करें

आप चाहते हैं की आपके द्वारा किये गए कार्य सफल हो लेकिन कार्य के प्रारम्भ होते ही उसमें विध्न आ जाते हैं और वह असफल हो जाते हैं इसके लिए आप यह करें: प्रातःकाल कच्चा सूत लेकर सूर्य के सामने मुंह करके खड़े हो जाएं। फिर सूर्य देव को नमस्कार करके ‘ॐ हीं घ्रणि सूर्य आदित्य श्रीम’ मंत्र बोलते हुए सूर्य देव को जल चढ़ाएं। जल में रोली, चावल, चीनी तथा लाल पुष्प दाल लें। इसके पश्चात कच्चे सूत को सूर्य देव की तरफ करते हुए गणेशजी का स्मरण करते हुए सात गाँठ लगाएं। इसके पश्चात इस सूत को किसी खोल में रखकर अपनी कमीज की जेब में रख लें, आपके बिगड़े कार्य बनाने लगेंगे।

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गर्भ धारण करने के लिए

अगर आपको किसी कारणवश गर्भ धारण नहीं हो रहा हो तो मंगलवार के दिन कुम्हार के घर आएं और उसमें प्रार्थना कर मिट्टी के बर्तन वाला डोरा ले आएं। उसे किसी गिलास में जल भरकर दाल दें। कुछ समय पश्चात डोरे को निकाल लें और वह पानी पति-पत्नी दोनों पी लें। यह क्रिया केवल मंगलवार को ही करनी है अगर संभव हो तो उस दिन पति-पत्नी अवश्य ही रमण करें। गर्भ की स्थिति बनते ही उस डोरे को हनुमानजी के चरणों में रख दें।

इच्छा के विरूद्ध कार्य करना पड़ रहा हो तो

अगर आपको किसी कारणवश कोइ कार्य अपनी इच्छा के विपरीत करना पड़ रहा हो तो आप कपूर और एक फूल वाली लौंग एक साथ जलाकर दो-तीन दिन में थोड़ी-थोड़ी खा लें। आपकी इच्छा के विपरीत कार्य होना बंद हो जाएगा।

दाम्पत्य जीवन से झगड़े दूर करें ऐसे

अगर आपका दाम्पत्य जीवन अशांत है तो आप रात्री में शय न करते समय पत्नी अपने पलंग पर देशी कपूर तथा पति के पलंग पर कामिया सिन्दूर रखें. प्रातः सूर्यदे के समय पति देशी कपूर को जला दें और पत्नी सिन्दूर को भवन में छिटका दें। इस टोटके से कुछ ही दिनों में कलह समाप्त हो जाती है।

भाग्योदय करने के लिए करें यह उपाय

अपने सोए भाग्य को जगाने के लिए आप प्रात सुबह उठकर जो भी स्वर चल रहा हो, वही हाथ देखकर तीन बार चूमें, तत्पश्चात वही पांव धरती पर रखें और वही कदम आगे बाधाएं। ऐसा नित्य-प्रतिदिन करने से निश्चित रूप से भाग्योदय होगा।

अपनाएं सुखी रहने के कुछ नुस्खे

* ब्रहस्पतिवार या मंगलवार को सात गाँठ हल्दी तथा थोड़ा-सा गुड इसके साथ पीतल का एक टुकड़ा इन सबको मिलाकर पोटली में बांधें तथा ससुराल की दिशा में फेंक दें तो वहां हर प्रकार से शांति व सुख रहता है। * कन्या अपनी ससुराल में रहते हुए यह करें। मेहँदी तथा साबुत उरद जिस दिशा में वधु का घर हो, उसी दिशा में फेंकने से वर-वधु में प्रेम बढ़ता है। * किसी विशेष कार्य के लिए घर के निकलते समय एक साबुत नीबू लेकर गाय के गोबर में दबा दें तथा उसके ऊपर थोड़ा-सा कामिया सिन्दूर छिड़क दें तथा कार्य बोलकर चले जाएं तो कार्य निश्चित ही बन जाता है। * सावन के महीने में जब पहली बरसात हो तो बहते पानी में विवाह करने से दुर्भाग्य दूर हो जाता है।

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अविवाहित व अधिक उम्र की कन्या के विवाह के लिए

अगर आपकी लडकी अविवाहित है या उसकी उम्र बहुत ज्यादा हो चुकी है इसके कारण विवाह होने में रूकावटें आ रही हो तो इसके लिए एक उपाय है: देवोत्थान एकादशी कच और देवयानी की मिट्टी की मूरतें बनाकर उन मूर्तियों में हल्दी, चावल, आते का घोल लगाकर उनकी पूजा करके उन्हें एक लकड़ी के फट्टे से ढक लेते हैं. फिर उस फट्टे पर कुमारी कन्या को बिठा दिया जाता है तो उसका विवाह हो जाता है।

स्वप्न में भविष्य जानें इस तरह भी

अगर आप स्वप्न में भविष्य की बात मालूम करना चाहते हैं तो जंगल में जाकर जिस वृक्ष पर अमर बेल हो, उसकी सात परिक्रमा कर अमर बेल्युक्त एक लकड़ी को तोड़ लाएं। फिर उस लकड़ी को धुप देकर जला दें तथा लता को सिरहाने रखकर विचार करते हुए सो जाएं तो स्वप्न में भविष्य की बात मालूम हो जाती है।

ससुराल में सुखी रहने के लिए

कन्या अपने हाथ से हल्दी की 7 साबुत गांठें, पीतल का एक टुकड़ा और थोड़ा-सा गुड़ ससुराल की तरफ फेंके, ससुराल में सुरक्षित और सुखी रहेगी।

संपत्ति में वृद्धि हेतु

किसी भी बृहस्पतिवार को बाजार से जलकुंभी लाएं और उसे पीले कपड़े में बांधकर घर में कहीं लटका दें। लेकिन इसे बार-बार छूएं नहीं। एक सप्ताह के बाद इसे बदल कर नई कुंभी ऐसे ही बांध दें। इस तरह 7 बृहस्पतिवार करें। यह निच्च्ठापूर्वक करें, ईश्वर ने चाहा तो आपकी संपत्ति में वृद्धि अवष्य होगी।

दिए गए धन की वापसी हेतु

ऊपर वर्णित विधि की तरह आटे का दीपक जलाएं तथा जिसे पैसे दिए हों, उस व्यक्ति का ध्यान कर ग्यारह बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। यह क्रिया 43 दिन तक लगातार नियमित रूप से करते रहें, दिए हुए पैसे वापस मिल जाएंगे।

कार्य के शीघ्र संपादन के लिए

गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी का दायीं ओर मुड़ी हुई सूंड़ वाला चित्र घर या दुकान पर लगाकर उनकी आराधना करें। उनके आगे लौंग तथा सुपारी रखें और जहां कार्य कराने जाना हो, वहां लौंग और सुपारी जेब में रखकर ÷जै गणेश काटो कलेश’ कहते हुए जाएं, कार्य शीघ्र पूरा होगा।

व्यापार में फंसे हुए धन की वापसी के लिए

व्यापार में धन अन्य लोगों के पास फंस गया हो और वे देने में आनाकानी करते हों, तो यह उपाय करें। शुक्ल पक्ष की किसी भी अष्टमी को रुई धुनने वाले से थोड़ी सी रुई लेकर उसकी चार बत्तियां बनाकर मंदिर में रख लें। रात को एक चारमुखी दीपक में सरसों का तेल डालकर उसमें चारों बत्तियां लगा दें और जलाकर किसी चौराहे पर रख दें। वापस आने से पहले किसी नुकीली चीज से अपनी उंगली का थोड़ा सा खून निकाल कर दीपक में डाल दें। ऐसा करते समय जिस व्यक्ति से पैसे लेने हों, उसका नाम तीन बार लें। फिर घर वापस आ जाएं। ध्यान रहे, वापस आते समय रास्ते में रुकें नहीं। घर आकर एक रोटी में गुड़ रखकर गाय को खिला दें, रुका हुआ धन मिल जाएगा।

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बदल जाएगी आपकी किस्मत

नवरात्रि के 9 दिन जहां हम प्रतिदिन अलग-अलग देवियों की पूजा करते हैं, वहीं कई जगहों पर टोटका करने का भी प्रचलन हैं। ऐसे टोटके लोग इसलिए करते हैं, क्योंकि घर-परिवार या किसी भी व्यक्ति के जीवन से जुड़ी सभी समस्याओं से निजात मिल सके। नवरात्रि में आध्यात्मिक शक्तियों को प्राप्त करने के लिए पूजा-पाठ किया जाता है। ठीक उसी प्रकार जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त करने के लिए लोगों में टोटके कराने की भी मान्यताएं हैं। माना जाता है कि नवरात्रि में यदि टोटके किए जाए तो समस्या जल्द से जल्द खत्म हो जाती हैं। आइए आज हम आपको बता रहे हैं नवरात्रि के आखिरी दिनों में किए जाने वाले ऐसे टोटको के बारे में, जिससे आपकी भी समस्या का समाधान मिल सकता है।

धनलाभ के लिए

नवरात्रि के आखिरी दिन अष्टमी या नवमी को आप किसी एक खाली या शांत कमरे में उत्तर की दिशा की ओर अपना मुंह करके पीले आसन पर बैठ जाएं। अपने सामने तेल के 9 दीपक जलाएं और ये साधनाकाल तक जलते रहने चाहिए। इन 9 दीपकों के सामने लाल चावल की एक ढेरी बनाकर उस पर एक श्रीयंत्र रख लें। इस श्रीयंत्र का कुंकुम, फूल, धूप, तथा दीप से पूजन करें। इस पूरी क्रिया के बाद एक प्लेट पर स्वस्तिक बनाकर उसका पूजन करें। अब इस श्रीयंत्र को अपने घर के पूजा स्थल में स्थापित कर दें तथा शेष सामग्री को नदी में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से आपको जल्दी ही अचानक धन लाभ होगा।

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