घर में कनेर का फूल लगाना शुभ या अशुभ
जो लोग पूजा पाठ में बहुत ध्यान देते हैं या फिर जिन लोगो को बागवानी का शौक होता हैं, उन लोगो को कनेर का फूल का महत्व बहुत ही अच्छे से पता होता हैं। कनेर का फूल बहुत ही जल्दी तैयार हो जाता हैं और जब इसमें फूल आते हैं तो यह बहुत ही सुंदर लगता हैं। कनेर की एक और खासियत यह हैं की इसके पत्तों को आवारा पशु नहीं खाते हैं, इस लिए कनेर की सुरक्षा के लिए बहुत प्रयास नही करने पड़ते हैं। कनेर सभी प्रकार की मट्टी में लग सकता हैं, यहां तक की पथरीली जमीन में भी कनेर आसानी से लग जाता हैं।
लेकिन बहुत से लोगो को यह भ्रम रहता हैं की कनेर का फूल घर में लगाया जा सकता हैं की नही? इस संशय को दूर करने के लिए यह आर्टिकल लिखा जा रहा हैं। आप लोग लेख को आगे पढ़ कर जान सकते हैं की कनेर का पेड़ घर में लगाया जा सकता हैं या नहीं?
कनेर के फूल के प्रकार | kaner ka phool
कनेर के फूल (kaner ka phool) मुख्य रूप से दो रंग के होते हैं। सफेद रंग और पीला रंग, कनेर के दोनो प्रकार पूजा पाठ में इस्तेमाल किए जातें हैं। पीला कनेर भगवान विष्णु की पूजा में इस्तेमाल होता हैं, माना जाता की कनेर का फूल भगवान विष्णु को बहुत पसंद हैं, जबकि सफेद कनेर माता लक्ष्मी जी की पूजा में इस्तेमाल किया जाता हैं। ऐसी मान्यता हैं की माता लक्ष्मी को सफेद कनेर बहुत पसंद हैं।
सफेद या पीला कौनसा कनेर घर मे लगाना चाहिए?
सफेद और पीला कनेर दोनो ही अत्यंत शुभ माने गए हैं, अपनी पसंद के अनुसार किसी भी कनेर को घर मां लगाया जा सकता हैं। अगर घर में पर्याप्त जगह हैं तो दोनो कनेर को घर में लगाया जा सकता हैं। अगर कोई व्यक्ति माता लक्ष्मी का उपासक हैं तो उसे घर में सफेद कनेर का फूल ही घर में लगाना चाहिए। लेकिन अगर कोई व्यक्ति भगवान विष्णु का भक्त हैं, और रोजाना ही वह भगवान विष्णु की पूजा करता हैं तो उसे पीला कनेर का फूल घर में लगाना चाहिए।
कनेर का फूल किस दिशा में लगाना चाहिए?
अक्सर हमने अपने बड़े बुजुर्गो के माध्यम से सुना हैं की घर में कनेर का फूल भूल कर भी नही लगाना चाहिए, परंतु ऐसा कुछ भी नही हैं, वास्तव में आधी अधूरी जानकारी को ही केवल बताया गया हैं। कनेर को घड़े लगाया जा सकता हैं और कनेर घर में लगाना सुभाना जाता हैं। लेकिन कनेर में जहरीला फल लगता हैं, जिसकी वजह से कई बार छोटे बच्चे उन फलों को खा कर बीमार पड़ जाते हैं, इस लिए यह मिथक प्रारंभ हो गया हैं की कनेर घर में नही लगाना चाहिए। कनेर को ऐसी जगह नही लगाना चाहिए, जहां बच्चे, जानवर आसानी से उसके फल तक पहुंच सके। लेकिन घर के बाहर ले परिसर में कनेर को लगाया जा सकता हैं, और पुराने घरों में जहां काफी खुली जगह होती हैं, आप उन पुराने घरों में कनेर का फूल लगा हुआ देख सकते हैं।
गांव में लगभग सभी के घरों में कनेर का फूल लगा होता हैं, लेकिन कनेर सिर्फ बगिया या फिर बाहर ले परिसर में ही लगाया जाता हैं। घर के अंदर मौजूद आंगन में, छत में किसी गमले में कनेर का पौधा नहीं लगाना चाहिए।
कनेर के फूल को किस दिन लगाना चाहिए?
कनेर का फूल हफ्ते में तीन दिन लगाया जा सकता हैं, सफेद कनेर के पौधे को बुधवार और शुक्रवार के दिन लगाया जा सकता हैं। जबकि पीले कनेर के पौधे को बुधवार और गुरुवार के दिन लगाया जा सकता हैं। कनेर को लगाने का सही समय सुबह के 9 बजे से लेकर सुबह के 11 बजे का शुभाना गया हैं, जैसे जैसे सूरज की गर्मी बढ़ती जायेगी और दिन ढलने लगेगा, उस समय कनेर के फूल को लगाना सही महीना जाता हैं।
सपने में कनेर का फूल देखना
सपने में कनेर का फूल देखना एक शुभ सपना माना जाता है. यह सपना आने वाले समय में आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का संकेत देता है. यह सपना यह भी संकेत देता है कि आपके जीवन में आने वाले समय में कोई नई खुशखबरी आ सकती है.
- यदि आप सपने में कनेर का फूल तोड़ते हैं, तो यह सपना आने वाले समय में आपके लिए किसी नए अवसर का संकेत देता है. यह सपना यह भी संकेत देता है कि आपके जीवन में आने वाले समय में आपके लिए कोई नई जिम्मेदारी आ सकती है.
- यदि आप सपने में कनेर का फूल सूखा हुआ देखते हैं, तो यह सपना आने वाले समय में आपके लिए किसी परेशानी का संकेत देता है. यह सपना यह भी संकेत देता है कि आपके जीवन में आने वाले समय में आपके लिए कोई स्वास्थ्य समस्या आ सकती है.
- यदि आप सपने में कनेर का फूल देखते हैं, तो यह सपना आपके लिए एक शुभ संकेत है. यह सपना आने वाले समय में आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का संकेत देता है.
कनेर के फूल से माता लक्ष्मी को कैसे खुश करे?
कनेर के फूल को माँ लक्ष्मी का प्रिय फूल माना जाता है. अगर आप माँ लक्ष्मी को खुश करना चाहते हैं, तो आप उन्हें कनेर के फूल अर्पित कर सकते हैं. कनेर के फूल को आप किसी भी दिन अर्पित कर सकते हैं, लेकिन शुक्रवार के दिन अर्पित करना सबसे अच्छा माना जाता है. कनेर के फूल को अर्पित करने के लिए, आप एक साफ थाली में कुछ कनेर के फूल रखें और फिर माँ लक्ष्मी के सामने रखें.
माँ लक्ष्मी को प्रार्थना करें और उनसे अपने घर में सुख, समृद्धि और शांति लाने की प्रार्थना करें. कनेर के फूल को अर्पित करने के बाद, आप उन्हें माँ लक्ष्मी के मंदिर में भी चढ़ा सकते हैं. माँ लक्ष्मी एक दयालु हैं और वे अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. अगर आप सच्चे मन से माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं, तो वे आपको अवश्य ही खुश करेंगे.
Google me पुछे जाने वाले FAQ:
क्या कनेर का पेड़ घर में शुभ या अशुभ?
घर मे कनेर का फूल लगाना सुभ माना गया हैं, लेकिन इसे घर के अंदर वाले आँगन मे नहीं लगाना चाहिए, कनेर को घर के बाहर या फिर बगीचे माँ लगाना चाहिए।
क्या कनेर जहरीला होता है?
कनेर एक जहरीला पौधा होता हैं, यही कारण हैं की कनेर के जहरीले होने की वजह से उससे संबन्धित भ्रम फैलाया गया की कनेर को घर मे नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि अक्सर छोटे बच्चे खल-खेल मे कनेर के फल को निगल लेते हैं और गंभीर रूप से बीमार पड़ जाते हैं क्योंकि कनेर बहुत ही जहरीला होता हैं।
कनेर का फूल कौन से भगवान को चढ़ता है?
सफ़ेद कनेर का फूल माता लक्ष्मी जो को चढ़ाया जाता हैं, जबकि पीले रंग का कनेर का फूल भगवान विष्णु जी को बहुत पसंद हैं। मान्यता हैं की कनेर के जड़ मे भगवान विष्णु का निवास होता हैं।
माता लक्ष्मी को कौन सा फूल पसंद है?
माता लक्ष्मी को सफ़ेद कनेर का फूल बहुत पसंद हैं, इसके अलावा माता लक्ष्मी को कमाल का फूल, गूढ़हला का फूल, लाल गुलाब का फूल और गेंदा का फूल बहुत पसंद हैं।
कनेर का फूल किस भगवान को नहीं चढ़ता है?
कनेर का फूल भगवान राम जी को नहीं चढ़ता हैं। इसलिए अगर कोई व्यक्ति भगवान राक की पूजा के लिए फूल खोज रहे हैं तो ध्यान रखे की कनेर का फूल भगवान राम को नहीं चढ़ाया जाता हैं।
डिस्क्लेमर – इस आर्टिकल मे दी गई जानकारी आम मान्यताओ के अनुसार दी गई हैं, तथा कुछ लोकप्रिय वैबसाइट से आधान करके लिखी गईं हैं, इस जानकारी की सत्यता की पुष्टि हमारी वैबसाइट meribaate.in नहीं करती हैं।