Akbar aur Birbal – अकबर को लगी दीर्घशंका

Akbar aur Birbal – अकबर को लगी दीर्घशंका

अकबर और बीरबल एक बार शिकार पर गए थे । अकबर ने बीरबल से पूछा की बीरबल यह बताओ की सबसे ज्यादा शुख किस चीज मे प्राप्त होता है।

बीरबल ने कहा की हुजूर सबसे ज्यादा शुख मिलता है, जब आप को ज़ोर की दीर्घशंका लगी हो और पेट साफ हो जाए तब ।

बीरबल की बात सुन कर अकबर ने कहा तुम हमेशा उल्टा ही जबाब देते हो तुमसे तो बात ही करना बेकार है, हुजूर मै सच कह रहा हूँ, बीरबल ने कहा।  तब अकबर बोले ठीक हैं सिद्ध कर के दिखाओ,

शिकार करते -करते दोनों दूर तक निकल गए, अब रास्ते मे अकबर को ज़ोर से दीर्घशंका लगी, तो उसने कहा बीरबल मुझे ज़ोर की लगी है। बीरबल मन ही मन मुस्कुराया और सोचा अब मै बताता हूँ, उसने कहा हुजूर यहाँ कही दूर दूर पानी नहीं दिखाई दे रहा हैं। आगे एक नदी है, वही चलते है आप वहीं पर फुरसत हो लीजिएगा। पहले तो अकबर बोला ये क्या बात हुई मुझे ज़ोर की लगी है, और तुम रुकने के लिए कह रहे हो।

हुजूर पर आप शौच कैसे करेगे जब अपने आस-पास पानी ही नहीं हैं? बीरबल ने कहा, बादशाह अकबर ने सोचा यह बात तो है। थोड़ी देर चुप रहने के बाद कहा ठीक है चलो अकबर बीरबल चल दिये, अब जितनी तेजी से घोडा दौड़ता अकबर को और ज़ोर से दीर्घशंका लग गई, उनसे अब सहन नहीं हो रहा था। अकबर ने कहा अभी कितनी दूर है? बीरबल मेरी तो जान निकली जा रही। बस थोड़ी दूर और हुजूर कह कह कर बहुत सा रास्ता तय कर लिया हैं।

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अब अकबर का साहस टूट गया और उसने अपने घोड़े को रोक कर जल्दी से नीचे बैठ गया ।

बीरबल ने अपने पीने का पानी अकबर को शौच के लिए दिया, अकबर ने शौच के बाद कहा बीरबल बहुत शुख मिला, मेरी तो जान निकली जा रही थी। बीरबल ने कहा क्यो हुजूर अब बताइए, सबसे ज्यादा शुख किसमे मिलता है? अकबर समझ गए बीरबल की चतुराई को और मुस्कुरा दिए।