Bindiya Goswami : साधारण सा चेहरा और बड़ी-बड़ी आंखें से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने वाली 70 और 80 के दशक की अभिनेत्री बिंदिया गोस्वामी, जिन्हें उनकी फिल्मों की वजह से कम बल्कि उनकी विवादित जिंदगी की वजह से ज्यादा जाना जाता है। बिंदिया की फोटो 14 साल की उम्र में फिल्म फेयर कवर पर छापी गई थी। इनके फिल्मों के गाने इतने हिट हुए कि लोग इन्हें पहचानने लगे थे।
बिंदिया गोस्वामी का निजी जीवन
बिंदिया गोस्वामी का जन्म 6 जनवरी 1962 को राजस्थान के भरतपुर में हुआ था। इनके पिता का नाम वेणु गोपाल गोस्वामी था जोकि तमिल एंकर थे। इनकी मां का नाम डोली था, जो कि एक कैथलिक थी। कुछ लोगों का मानना हैं कि बिंदिया के पिताजी वल्वसंप्रदाय के पृष्ठ भी थे। इन्होंने सात शादियां की थी, जिनमें एक बिंदिया की मां डोली थी।
बिंदिया गोस्वामी का फिल्मों मे आना
बिंदिया के पड़ोसी म्यूजिक कंपोजर प्यारेलालजी थे। एक दिन प्यारे लाल जी के घर एक पार्टी रखी गई थी। जिसमें बिंदिया के परिवार वालों को भी पड़ोसी होने के नाते बुलाया गया था। वहीं पर बिंदिया को एक्ट्रेस हेमा मालिनी की मां जया चक्रवर्ती को बिंदिया में अपनी बेटी हेमा की झलक दिखी। तो उन्होंने अपने कुछ जानने पहचानने वाले निर्देशकों से बिंदिया के बारे में बात की, उस वक्त बिंदिया महज 14 वर्ष की थी। तभी कुछ निर्देशकों ने उन्हें अपनी फिल्मों के लिए ऑफर दीया और बिंदिया ने ऑफर को एक्सेप्ट कर लिया और फिर यहीं से बिंदिया का फिल्मी सफर शुरू हो गया।
बिंदिया का फिल्मी सफर
1976 में बिंदिया की पहली फिल्म जीवन ज्योति आई, इस फिल्म में बिंदिया के हीरो विजय अरोड़ा थे। यह फिल्म पर्दे पर ज्यादा नहीं चली लेकिन बिंदिया का काम लोगों को जरूर पसंद आया। 1978 में डायरेक्टर वासु चटर्जी की फिल्म खट्टा मीठा रिलीज हुई जो की हिट रही है बिंदिया की यह कॉमेडी फिल्म थी। इसी के साथ बिंदिया को अच्छी एक्टिंग करने के लिए जाना जाने लगा। 1979 में आई फिल्म गोलमाल जिससे बिंदिया की फिल्म इंडस्ट्री में बड़ी पहचान बना दी। यह फिल्म ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर हिट रही। बिंदिया को अब बड़े बजट की फिल्मों में काम भी करने का मौका मिलने लगा।
बिंदिया को एक्टर शशि कपूर के साथ फिल्म शान में काम करने का मौका मिला लेकिन यह फिल्म औसत रही। बिंदिया की 1982 में चार फिल्में रिलीज हुई जिनमें फिल्म हमारी बहू, अलका और आमने-सामने ने अच्छी कमाई की और काफी सफल रही। इन फिल्मों से बिंदिया को काफी लोकप्रियता मिली बिंदिया की आखिरी फिल्म 1987 में मेरा यार मेरा दुश्मन रिलीज हुई थी। इसके साथ ही बिंदिया ने फिल्में करना छोड़ दिया। बिंदिया ने अपने कैरियर में 40 फिल्मों में काम किया। बिंदिया ने सबसे ज्यादा फिल्में एक्टर विनोद मेहरा के साथ की थी।
बिंदिया गोस्वामी का प्रेम और विवाह
फिल्मों के दौरान ही बिंदिया को विनोद मेहरा से प्यार हो गया था। जबकि विनोद मेहरा पहले से ही शादीशुदा थे, विनोद मेहरा की शादी उनके घर वालों की मर्जी से हुई थी। विनोद मेहरा अपनी पत्नी को धोखा दे रहे थे और बिंदिया के साथ प्यार की पतंगे उड़ा रहे थे। बिंदिया विनोद के प्यार में ऐसी पड़ी हुई थी कि उन्हें यह तक नहीं समझ आ रहा था कि विनोद मेहरा शादीशुदा है और मैं उन दोनों के बीच में आ गई हूं।
हद तो तब हो गई जब इनके एक करीबी दोस्त ने अचानक यह जानकारी दी कि यह दोनों चोरी छुपे शादी के बंधन में बंध गए हैं। और अब एक साथ रह रहे हैं, जब यह बात मालूम हुई थी, उस वक्त बिंदिया महज 18 साल की थी। जब यह जानकारी मीडिया को लगी तो सनसनी की तरह चारों तरफ फैल गई। विनोद मेहरा की पत्नी को जब इस बात का पता चला तो उनके घर में हंगामा खड़ा हो गया। अभी तक तो विनोद शूटिंग के बहाने से बिंदिया के साथ रहते थे। लेकिन अब उनका घर से निकलना ही मुश्किल हो रहा था। इधर विनोद मेहरा की पहली पत्नी के भाइयों ने बिंदिया को धमकी देना शुरू कर दिया। विनोद मेहरा की पत्नी के पिता ने भी विनोद मेहरा को काफी धमकियां दी। उनका कहना था कि अगर उन्होंने बिंदिया को नहीं छोड़ा तो उनके पूरे खानदान को बर्बाद करके ही छोडूंगा। फिर तुम्हारे पास पछताने के सिवा कुछ नहीं रहेगा।
बिंदिया गोस्वामी की दूसरी शादी
बिंदिया विनोद की पत्नी के भाइयों की धमकी से इतना डर गई थी कि छुप छुप के जी रही थी। कभी इस होटल तो कभी उस होटल जिसके कारण से वह अपनी शूटिंग भी नहीं कर पा रही थी। बिंदिया परेशान हो गई थी उनकी जिंदगी में उथल-पुथल मच गई थी। तभी एक बार उन्हें सहारा देने के लिए मशहूर डायरेक्टर जेपी दत्ता उनकी जिंदगी में एक डूबे को तिनके का सहारा बनकर आए, बिंदिया और जेपी दत्ता में काफी नजदीकियां देखने को मिली यह दोनों पहली बार 1976 में फिल्म सरहद के सेट पर मिले थे। और दोनों में दोस्ती हो गई थी जब बिंदिया को उनकी पर्सनल लाइफ में यह सब झेलना पड़ रहा था। उसी समय जेपी दत्ता से जो दोस्ती का रिश्ता बिंदिया से था। वह प्यार में बदल गया और दोनों जगह-जगह साथ में देखे जाने लगे।
मीडिया को जब मालूम चला तो मीडिया ने बिंदिया का नया प्यार कह कर यह जानकारी चारों तरफ फैला दी। जब यह बात विनोद मेहरा को पता चली तो उन्हें बहुत गुस्सा आया क्योंकि विनोद ने यह तय किया था कि वह अपनी पहली पत्नी को तलाक दे देंगे और बिंदिया को अपने साथ में रख लेंगे लेकिन बिंदिया को तो नया प्यार मिल गया था। विनोद मेहरा ने तय किया कि वह बिंदिया से मिलकर बात करेंगे और जब वे बिदिया से मिले तो कहा की तुम मेरे पास वापस आ जाओ मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं, मैं तुम्हारे साथ ही रहना चाहता हूं। मैं अपनी पत्नी को तलाक देकर तुम्हारे साथ ही रहूंगा। मुझे एक मौका दे दो प्लीज पर बिंदिया ने उनकी बात नहीं मानी।
बिंदिया विनोद के ससुराल वालों से इतना डर ज्यादा डर गई थी कि वह विनोद से दूरी बनाना ही सही समझ रही थी। कहा तो यह भी जाता है कि विनोद मेहरा का कैरियर अब सही ढंग से नहीं चल रहा था। इस वजह से भी बिंदिया उनसे दूर चली जाना चाहती थी। क्योंकि उन्हें भी पता था कि विनोद का कैरियर अगर सही ढंग से नहीं चल रहा है तो आगे चलकर पैसे की दिक्कत हो सकती है और उनके शानो शौकत में कमी भी आ सकती है, इसलिए बिंदिया ने विनोद को छोड़ना ही सही समझा और पैसे वाले जेपी दत्ता को चुना। कहते हैं ना – जैसे को तैसा, विनोद को वही मिल रहा था जो उन्होंने अपनी पत्नी को दिया था। पत्नी को धोखा दिया तो आज बिंदिया ने भी विनोद को धोखा दिया।
अब तो बिंदिया खुलेआम अपने और जेपी दत्ता के रिश्ते को स्वीकार चुकी थी। बिंदिया और विनोद का रिश्ता 4 साल तक चला फिर 1984 में दोनों अलग हो गए। बिंदिया ने 1985 में जेपी दत्ता से शादी कर ली लेकिन बिंदिया ने शादी घर से भागकर की। क्योंकि उनके घर वाले बिंदिया और जेपी के रिश्ते से खुश नहीं थे। बिंदिया की मां नहीं चाहती थी की बिंदिया जेपी दत्ता से शादी करें क्योंकि जेपी दत्ता बिंदिया से 12 साल बड़े थे।
बिंदिया गोस्वामी का नया सफर
शादी के बाद बिंदिया ने एक्टिंग को अलविदा कह दिया और पति जेपी दत्ता के साथ उनके काम में हाथ बटाने लगी। बिंदिया और जेपी दत्ता की दो बेटियां हैं निधि और सिद्धि, बिंदिया आज एक कॉस्टयूम डिजाइनर के तौर पर भी काम कर रही हैं, अपने पति की फिल्मों के लिए भी बिंदिया कॉस्टयूम डिजाइन करती थी। बिंदिया ने रानी मुखर्जी, माधुरी दीक्षित, करीना कपूर, करिश्मा कपूर, काजोल, जूही चावला, शिल्पा शेट्टी आदि अभिनेत्रियों के लिए कॉस्टयूम डिजाइन किए हैं। बिंदिया आज अपने परिवार के साथ मुंबई में रहती हैं। और अपने पति एवं बेटियों के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रही हैं।
बिंदिया गोस्वामी की फिल्मे
- जीवन ज्योति 1976
- कर्म 1977
- मुक्ति 1977
- खेल किस्मत का 1977
- जय विजय 1977
- दुनियादारी 1977
- छोटा बाप 1977
- चला मुरारी हेरो बनने 1977
- राम कसम 1978
- खट्टा मीठा 1978
- कालेज गर्ल 1978
- आँख का तारा 1978
- प्रेम विवाह 1979
- मुक़ाबला 1979
- खानदान 1979
- जानी दुश्मन 1979
- जानदार 1979
- गोलमाल 1979
- दादा 1979
- एहसास 1979
- टक्कर 1980
- शान 1980
- खून खराबा 1980
- बंदिश 1980
- सनसनी 1981
- सन्नाटा 1981
- यह रिश्ता न टूटे 1981
- होटल 1981
- खुद-दार 1982
- हीरों का चोर 1982
- हमारी बहू अल्का 1982
- आमने सामने 1982
- रेशमा 1982
- रंग बिरंगी 1983
- लालच 1983
- मेहँदी 1983
- चोर पुलिस 1983
- अविनाश 1986
- विशाल 1987
- मेरा यार मेरा दुश्मन 1987