पूरे साल हम दीपावली के त्योहार के दिन का इंतजार करते हैं और इस त्योहार का प्रारम्भ धनतेरस से हो जाता हैं। इसलिए धनतेरस के दिन हम अपने परिवार के साथ बाजार जाकर कई चीजें खरीदते हैं। पवित्र हिंदू धर्म की मान्यताओं से हमे पता चलता हैं की , धनतेरस के पवित्र दिन पर खरीददारी करना बहुत ही शुभ माना गया है। लेकिन धनतेरस के दिन कुछ ऐसी वस्तुए हैं जिनहे खरीदना बहुत ही अशुभ माना जाता है। मान्यता हैं की अगर हमने ऐसी वस्तु खरीद ली तो भाग्य हमसे रूठ जाता हैं। आइए जानते हैं धनतेरस के दिन की वस्तुयों को खरीदने से बचना चाहिए।
राहु गृह से संबन्धित वस्तुओ का न खरीदे
धनतेरस के दिन जब भी आप ख़रीदारी करने जाए तो ध्यान रहे की कांच या फिर कांच की बनी कोई भी वस्तु न खरीदे। क्योंकि कांच का संबंध राहु नामके गृह से है और सनातन धर्म मे राहु को निम्न ग्रह माना गया है। इसलिए धनतेरस को शुभ बनाना चाहते हैं तो इस दिन कांच से संबंधित चीजें ना खरीदें।
इस रंग की ना खरीदें चीजें
हम सब को धनतेरस के दिन यह ख्याल रखना चाहिए की कोई भी काली रंग की चीजें नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि काले रंग को दुर्भाग्य। बदकिस्मती का प्रतीक माना जाता है। इसलिए धनतेरस के दिन कोई भी ऐसी वस्तु न खरीदे जिस का रंग काला हो।
किस तरह के बर्तन खरीदे
बहुत से लोग धनतेरस के दिन बर्तन खरीदते हैं इस दौरान उन्हे यह ध्यान रहे कि आप जो बर्तन खरीदकर घर ला रहे हों वह वर्तन खाली ना हो। जैसे अगर आपने टिफिन खरीदा तो उसके अंदर अनाज भर दे। किराने की दुकान से आधा किलो या एक पाव चावल लेकर टिफिन के अंदर रख दे। इसके बाद ही घर लाये।
धनतेरस के दिन अनाज दान करे
अगर आप बाजार जा रहे हैं तो रास्ते मे कई मंदिर मिलेंगे जहां पर कई जरूरत मंद लोग मौजूद होंगे, धनतेरस के दिन उन्हे अनाज दान करे, मान्यता हैं की धनतेरस के दिन अनाज दान करने से घर मे अनाज के भंडार मे बढ़ोतरी होती हैं, जिसका संबंध जमीन और धन से हैं।
मछलियों को दाना खिलाये
शहर के किसी पार्क मे या गाँव के तलाब के निकट जा कर मछलियों को दना खिलाये, आटे की छोटी गोली बना ले देखने मे चने के दाने जीतने और उन आटे की गोलियो को तालाब या नहर या पार्क मे स्थित तालाब मे डाल दे। इससे लक्ष्मी का आगमन होता हैं।
धनतेरस 2021 मे कब हैं?
इस बार धनतेरस 02 नवंबर 2021 को हैं। धनतेरस पर पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 6.18 मिनट से रात 8.11 मिनट तक रहेगा.