लालची कुत्ते की कहानी – 1
एक गांव में एक टॉमी नाम का लालची कुत्ता रहता था वह बहुत ही खब्बू किस्म का कुत्ता था। वह दिन भर कुछ ना कुछ खाता रहता था उसके बावजूद भी उसका पेट नहीं भरता था। इसलिए वह गांव के दूसरे घरों में चोरी-छिपे घुसकर खाने के लिए चीजों को चुराया करता था। गांव के सभी लोग टॉमी नाम के उस लालची कुत्ते से बहुत परेशान थे। कई बार गांव के कुछ युवकों ने प्रयास करके टॉमी नाम के उस लालची कुत्ते को गांव से दूर खदेड़ने का प्रयास किया लेकिन बार-बार हुआ गांव में ही आ जाया करता था।
उस लालची कुत्ते की वजह से गांव के लोग हर समय परेशान रहते थे। पलकों से जब कोई राहगीर निकलता तो वह लालची कुत्ता उन राहगीरों को भोक्ता और काटने के लिए दौड़ता। यहां तक की कुछ लोग उसकी वजह से साइकिल और मोटर गाड़ियों से हड़बड़ा कर गिर जाया करते थे और उन्हें गंभीर चोट लगती थी।
एक दिन गांव की चौपाल में सभी लोग इकट्ठे हुए और उस कुत्ते से छुटकारा पाने के लिए चर्चा करने लगे। चर्चा में यह निर्णय लिया गया की उस कुत्ते को किसी तरह से पकड़ कर कहीं दूर जंगल में छोड़ देना चाहिए ऐसा करने से उस कुत्ते से गांव वालों को छुटकारा मिल जाएगा।
इस योजना पर सभी गांव वालों की सहमति बन गई और एक बड़ा सा पिजड़ा बाजार से खरीद कर लाया गया और उसमें खूब स्वादिष्ट फॉरेस्ट भोजन रखे गए। और उसमें एक रस्सी बांधकर रस्सी के दूसरे छोर को पकड़ कर एक आदमी पेड़ पर चढ़ गया और कुत्ते के आने का इंतजार करने लगा। स्वादिष्ट भोजन की महक को सूंघकर वह लालची कुत्ता पिंजड़े की ओर आ पहुंचा। और भोजन की लालच में वह पिंजरे में घुस गया। जैसे ही वह लालची कुत्ता टोमी पिजड़े के अंदर गया तभी पेड़ पर बैठे हुए व्यक्ति ने रस्सी को तेजी से खींचा, रस्सी खींचने की वजह से पिंजड़ा बंद हो गया। टॉमी नाम का वह लालची कुत्ता अब पिंजड़े में बंद हो चुका था। उसने पिंजरे से बाहर निकलने के लिए खूब प्रयास किया लेकिन वह बाहर नहीं निकल पा रहा था।
अब टॉमी नाम के उस लालची कुत्ते को समझ आ गया था की वह अपने लालच के चक्कर में पड़ कर बहुत बुरी तरह से फस गया है।
गांव वालों ने उस पिंजड़े को उठाकर बैलगाड़ी में रखा और बहुत दूर जाकर एक घने जंगल में पिजड़े के दरवाजे को खोल दिया। टॉमी उस पिंजरे से तुरंत बाहर आ गया लेकिन अब वह समझ चुका था कि उसके सुख भरे दिन बीत चुके हैं अब वह एक जंगल में है जहां पर उसे भोजन के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
टॉमी को अपनी गलती का एहसास वह गया था और उसे पछतावा था कि जिस लालच के फेर में पड़कर गांव वालो को परेशान कर रहा था वही लालच उसके इस मुसीबत की जड़ बना हैं। वह यही सब सोच ही रहा था की तभी एक शेर के दहाड़ आई। टॉमी जीवन भर उसी जंगल में फसा रहा और जंगली जानवरों से बचता रहा। उसका जीवन हर दिन चुनौती पूर्ण होता गया।
लालची कुत्ते की कहानी -2
एक शहर में एक कुत्ता रहता था वह बहुत ही पेटू और लालची संभव का था। एक दिन उसे रास्ते में ब्रेड का एक टुकड़ा मिला उसने तुरंत उस ब्रेड के टुकड़े को अपने जबड़े में दबाकर शहर के दूसरे कोने में जाने लगा क्योंकि वहां पर कोई दूसरे कुत्ते नहीं रहते थे। उस लालची कुत्ते ने सोचा शहर के दूसरे कोने पर जाकर वहां एकांत में वह इस ब्रेड के टुकड़े को बड़े चाव के साथ खाएगा। ऐसा सोच कर वह जाने लगा तभी उसे बहुत तेज प्यास लगी। इसलिए वाह पास के ही एक तलाव की ओर गया। जैसे ही उसने तलाव में झांक कर देखा तो उसे अपनी आकृति दिखाई दी लेकिन उसे यह भ्रम हो गया की पानी के अंदर कोई दूसरा कुत्ता हैं। और उसके पास भी ब्रेड का एक टुकड़ा है।
यह देख कर उस लालची कुत्ते को लालच आ गया और वह पानी के अंदर दिख रहे थे की ब्रेड को छीनने की सोचने लगा। उसने पानी के अंदर के कुत्ते को करवाने के लिए भौंका और जैसे ही उसने भौंका उसके मुंह में दबा हुआ ब्रेड पानी में जा गिरा। उसे लगा की पानी के अंदर मौजूद कुत्ते ने उसका ब्रेड छीन लिया है इसलिए वह जोर-जोर से भौंकने लगा। आखिरकार कुछ समय बाद उसे अपनी गलती का एहसास हो गया और वह जान गया कि पानी के अंदर दिखने वाला कुत्ता कोई दूसरा कुत्ता नहीं है बल्कि उसी का प्रतिबिंब बन रहा है। उसे अपनी लालच और नासमझी दोनों में बड़ा ही पछतावा हुआ और उसमें लालच के रास्ते को छोड़ दिया।
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