पेड़ और पौधों का हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है. उनकी मौजूदगी से पर्यावरण तो शुद्ध होते ही हैं साथ में हमारे ऊपर एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश भी होता है. अगर मन बहुत ज्यादा विचलित है और आप किसी ऐसी जगह पर बैठ जाएं जो पेड़ों से भरी हो, आपका दुखी मन अपने दुख को भूल कर प्रसंता की ओर अग्रसर हो जाएगा, इंसानों के मनके दुख को हारते हैं, इसके साथ ही वातावरण को शुद्ध भी करते हैं.
इसके अलावा जो बात हमें नहीं पता है वह यह है की धार्मिक दृष्टिकोण से पेड़ों का हमारे जीवन में असर होता है, ज्योतिष के अनुसार हर पेड़ का अपना एक महत्व होता है, कुछ ऐसे पेड़ होते हैं जो शुभकारी तो होते हैं पर पर वह घरों में नहीं लगाए जा सकते, परंतु कुछ ऐसे पेड़ भी होते हैं जो घरों में लगाए जा सकते हैं, और वह पेड़ घर और मनुष्य को आगे बढ़ने में एक सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते.
इसी के तहत आज हम ऐसे दो पौधों के बारे में बात करेंगे जो बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं और जिस घर में यह लगे होते हैं उस घर को यह जमीन से उठाकर आसमान की बुलंदियों तक ले जाते हैं,
यह दो पेड़ और कोई नहीं बल्कि अशोक और आंवले का वृक्ष है. जिन घरों में यह 2 वृक्ष होते हैं उन घरों में दरिद्रता और अशांति भटकती भी नहीं है.
अशोक का वृक्ष: जैसा कि इसके नाम पर ही है यह शोक यानी कि कष्टों को दूर करने वाला वृक्ष है. जिस घर में अशोक का वृक्ष होता है उन घरों में कभी भी दुख प्रवेश नहीं कर पाता, अशोक का वृक्ष देखने में सुंदर होते हैं जिससे कि घर की शोभा भी बढ़ती है, मान्यता है कि अगर किसी का मन बहुत ज्यादा विचलित है और वह अगर अशोक के वृक्ष के नीचे बैठ जाता है, तो उसे शांति का अनुभव प्राप्त होता है. रामायण में अशोक वृक्ष का वर्णन है जब सीता मां को रावण हर ले गया था तो सीता मां लंका में एक वाटिका के वृक्ष के नीचे ही अपना समय व्यतीत कर रही थी और यह वृक्ष अशोक का वृक्ष ही था.
आंवले का वृक्ष: आंवले के पौधे को बहुत ही माना जाता है, और कई ऐसे राज्य हैं जहां पर आंवले के वृक्ष की पूजा भी होती है, ऐसी मान्यता है आंवले के वृक्ष में श्री हरि भगवान विष्णु जी का वास होता है, जिसकी वजह से यह वृक्ष और भी मूल्यवान हो जाता है, आंवले की नियमित रूप से सेवा करने से और नियमित रूप से जल एवं खाद डालकर इसका ध्यान रखने से, तथा इसकी पूजा करने से भगवान विष्णु बहुत ही प्रसन्न होते हैं, और घर में कभी भी श्री यानी लक्ष्मी की कमी नहीं होती है, मां लक्ष्मी का आशीर्वाद सदा घर में बना रहता है
जिस घर में आंवले का वृक्ष होता है, उसे घर का सदस्य तो कोई बड़ा व्यापारी होता है या फिर किसी सरकारी नौकरी मैं कार्य कर रहा होता है.