विश्व बैंक की स्थापना कब हुई
विश्व बैंक (World Bank) की स्थापना 1944 में हुई थी। विश्व बैंक आधिकारिक रूप से इन्टरनेशनल बैंक फॉर रीकंस्ट्रक्सन एंड डेवलेपमेंट के नाम से जानी जाती थी। बाद में 1945 में, इसका संविधानिक संरचना बदलकर विश्व बैंक की स्थापना हो गई, जिसकी वजह से इस बैंक को विश्व बैंक के रूप में जाना जाने लगा।
विश्व बैंक का मुख्य लक्ष्य उदारवादी विकास और देशों के आर्थिक समृद्धि को समर्थन करना है। इसके माध्यम से विश्व बैंक विभिन्न विकास परियोजनाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और अन्य क्षेत्रों में वित्तीय सहायता प्रदान करता है। यह अनेक विकासीय कार्यक्रमों के लिए ऋण और सब्सिडी प्रदान करता है ताकि उदारवादी और सामर्थ विकास की प्रक्रिया को बढ़ावा मिल सके।
विश्व बैंक का मुख्य कार्यालय वॉशिंगटन डीसी, संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है और इसकी सदस्यता में दुनिया के कई देश शामिल हैं। विश्व बैंक के पास एक विशाल संपत्ति के साथ 7 अंतरराष्ट्रिय विभाग हैं, जिनमें से प्रत्येक विशेष प्रकार के कार्यों को संभालता है।
विश्व बैंक का मुख्यालय कहां है
विश्व बैंक का मुख्यालय वॉशिंगटन डीसी, संयुक्त राज्य अमेरिका के उत्तरी पूर्वी भाग में स्थित है। यह वॉशिंगटन डीसी शहर के Northwest Quadrant में स्थित है और 18th सड़क और Pennsylvania Avenue NW के क्रॉसरोड पर स्थित है। यह भवन क्षेत्र 1818 H Street NW, वॉशिंगटन डीसी, 20433 अमेरिका के पते पर स्थित है।
विश्व बैंक का मुख्यालय विशेष ढंग से डिज़ाइन किया गया है और यह बैंक के विशेषाधिकारियों के लिए मुख्य कार्य क्षेत्र है जहां उन्हें विशेष प्रकार के कार्य और निर्णय लेने की अनुमति होती है। विश्व बैंक विभिन्न विकासीय कार्यक्रमों, ऋणों, और सहायता की व्यवस्था करने के लिए गठित किए जाने वाले विभागों और यूनिटों का मुख्य निदेशालय भी है।
विश्व बैंक विकास समूह के साथ विकसित देशों में विभिन्न परियोजनाओं और सहायता की योजनाओं को संचालित करने वाला विश्व स्तरीय वित्तीय संस्था है। इसका मुख्य लक्ष्य गरीब और विकसित होने वाले देशों के आर्थिक विकास को समर्थन करना है और उन्हें विभिन्न विकासीय क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इसके माध्यम से विश्व बैंक पूरे विश्व में विकास की प्रक्रिया को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
विश्व बैंक के उद्देश्य
विश्व बैंक के मुख्य उद्देश्यों में से कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
गरीबी का दूर करना: विश्व बैंक का मुख्य उद्देश्य पिछड़े और विकसित होने वाले देशों में गरीबी को कम करना है। विभिन्न विकासीय कार्यक्रमों, परियोजनाओं और सहायता के माध्यम से विश्व बैंक उन देशों को समर्थन प्रदान करता है जो गरीबी के क़रीब या फिर विकास कर रहे हैं और उन्हें विश्व बैंक बेहतर जीवन के लिए आवश्यक संसाधनों और सुविधाओं की पहुंच प्रदान करता है।
विकासीय परियोजनाओं का समर्थन: विश्व बैंक विभिन्न विकासीय परियोजनाओं और उद्यमों का समर्थन करता है जो विभिन्न क्षेत्रों में विकास को प्रोत्साहित करते हैं, जैसे कि इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल संसाधन, और उर्जा इत्यादि।
संसाधन सहायता: विश्व बैंक विकासशील देशों को विभिन्न विकास संसाधनों और अवसरों के साथ सहायता प्रदान करता है। इसके माध्यम से उन्हें अधिक निवेश करने और आर्थिक संसाधनों को सुविधाजनक रूप से उपयोग करने में मदद मिलती है।
विश्व बैंक एक संपन्न संस्था है जो गरीब और पिछड़े हुए देशों के आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए काम करती है।
विश्व बैंक में कितने सदस्य हैं
विश्व बैंक के सदस्य देशों की संख्या वर्तमान में 189 है। ये सदस्य देश विश्व बैंक के संचालन में भाग लेते हैं और उसके नियम और निर्णयों को आगे बढ़ाने में सहायता करते हैं। इन 189 सदस्य देशों के अलावा, विश्व बैंक में भी अन्य क्षेत्रीय संगठन और आपूर्ति संगठन सदस्य होते हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सहायता प्रदान करते हैं।
विश्व बैंक के सदस्य देशों के बीच कई अंतरराष्ट्रीय संबंध और समझौते होते हैं, जिनके द्वारा वे एक विशिष्ट अंशदान या कोष देते हैं। ये संबंध और समझौते सदस्य देशों को विश्व बैंक के साथ सहयोग और विकास के लिए भरोसा और विश्वास प्रदान करते हैं।
सदस्य देशों का संख्याबद्ध और सक्रिय रूप से योगदान देने वाले सदस्यों की सूची विश्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध होती है।
विश्व बैंक के अध्यक्ष कौन है?
अजय बंगा ने 2 जून, 2023 को विश्व बैंक ग्रुप के अध्यक्ष के रूप चुना गया हैं, अजय बंगा विश्व बैंक के लिए आने वाले पाँच वर्षो तक अपनी सेवाए देंगे। यानि की विश्व बैंक मे अध्यक्ष के रूप मे अजय बंगा का कार्यकाल 5 वर्ष तक का हैं।
अजय बंगा वर्ड बैंक के अध्यक्ष बनने के पहले जनरल अटलांटिक के वाइस चेयरमैन के रूप मे अपनी सेवाए दे रहे थे, अजय बंगा इसके पहले विश्व की प्रसिद्ध कंपनी मास्टरकार्ड के अध्याक्ष और सीईओ के रूप मे अपनी सेवाएँ दे रहे थे।