“यह कहानी bhai bahan ki kahani हैं, उनके झगड़े और bhai bahan ke pyaar को दिखाती हैं। कहानी अच्छी लगे तो आप भी अपने बहन से हुये झगड़े को जरूर कमेन्ट बॉक्स मे लिखे”
राजू हर समय अपनी बहन का मजाक उड़ाया करता था। तथा हर समय उसे परेशान करता था। दोनों भाई बहनों में कभी भी नहीं पटती थी। राजू बीसीए फर्स्ट सेमेस्टर का विद्यार्थी था जबकि उसकी बहन पूजा एमसीए फर्स्ट सेमेस्टर के विद्यार्थी थी।
उन दोनों की लड़ाई से पूरा घर परेशान रहता था। अगर पूजा अपने छोटे भाई को कोई काम देती तो राजू उस काम को करने से मना कर देता था। और अगर किसी तरह से मजबूरी में कोई काम उसे करना पड़ता तो वह उस काम को बिगाड़ दिया करता था। इसलिए पूजा भी अपने भाई राजू को तरह-तरह से परेशान करने का बहाना खोजा करती थी।
घर वालों ने पूजा की शादी रीवा के एक बड़े इंजीनियर के साथ तय कर दी थी। इंजीनियर परशोती शुक्ला भोपाल की एक बड़ी इलेक्ट्रॉनिक संस्था में काम करता था। और भोपाल में ही उसकी पदस्थापना थी। पूजा की शादी तय हो जाने के बाद, राजू अपनी बड़ी बहन को परेशान करता था और कहता कि जल्द ही घर की सबसे बड़ी समस्या जाने वाली है। एक दिन पूजा ने अपने भाई राजू से पूछा कि – “जब मैं जा रही होंगी तो तू कौन सा गाना गाएगा।”
राजू अपनी बहन को चिढ़ाने के लिए बोला की – “मैं तो एक बहुत ही मस्त गाना गाऊंगा रुक, मैं तुझे सुनाता हूं, गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल, गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल“
और जोर-जोर से हंसने लगा। पूजा यह गाना सुन गुस्से में वहां से चली गई।
शादी को अब बस दस दिन ही बचे थे, राजू का मन, अब भारी होने लगा था। वह अब अकेले अकेले रहता था। बहन से झगड़ा बिलकुल नहीं करता था। पूजा को अब राजू का बर्ताव कुछ-कुछ खटकने सा लगा था। उसे लगा बात-बात में लड़ने वाला, मेरा यह छोटा भाई, आजकल बहुत कटा-कटा क्यों रहता है? इस समय मेरी हर बात चुपचाप सुन लेता है। जो काम करने के लिए कहती हूँ उसे बिना नौटंकी किए पूरा कर देता है।
पूजा एक दिन राजू के दोस्तों को शादी में आने का निमंत्रण दे रही थी। उस समय राजू का एक दोस्त पप्पू ने पूजा को बताया कि – “दीदी तुम्हारी शादी होने वाली है और अब तुम घर छोड़कर अपने ससुराल चली जाओगी। इसलिए इस समय राजू बहुत दुखी रहता है।”
पप्पू ने यह भी बताया की कल हम लोग साथ मे चाट और फुलकी खा रहे थे, तभी तुम्हारे शादी की बात पर चर्चा होने लगी, तो राजू जोर-जोर से रोने लगा।
पूजा को बड़ा अजीब लगा, उसे झटका लगा। कैसे उसका शरारती भाई, इस समय मेरे जाने की खबर पर दुखी है और दोस्तों के सामने रोता रहता है। उसे अब याद आने लगा कि कैसे आजकल राजू उसके साथ लड़ता-झगड़ता नहीं है और उसके दिए हुए सभी कार्य को चुपचाप कर देता है।
पूजा तुरंत राजू के कमरे में गई और राजू को छेड़ते हुए बोलि कि मेरी शादी में तू कौन सा गाना गाएगा। पहले तो राजू ने कुछ नहीं बोला पर पूजा बार-बार जोर देती रही और पूछती रही। तब राजू ने भारी मन से बोला – “मैंने तो पहले ही बता दिया था कि मैं कौनसा गाना गाऊंगा की “गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल” और बोलते हैं बोलते रो पड़ा। पूजा उसके बहते हुए आंसुओं को पहुंचने लगी और खुद भी रोने लगी।
बहुत ही सानदार कहानी हैं, लगता हैं इसमे फिल्म बना लू। पर साला आजकर कोई मेरी फिल्म देखने नहीं आता, लेकिन कोई बात नहीं, बाकी लोगो से कहूँगा आप लोग ये कहाँ जरूर पढे।
bahut hi achchi kahani hain, yah kahani bhai bahan ki kahani hain, ise padkar bahut achcha laga, mujhe meri bahan ke saath ki ladai ho gai thi, to maine use namak wali chai bana kar pila diya tha.
yah bhai bahan ki kahani padh kar mujhe ek baar ka kissa yaad aa gaya, jab meri tabiyat kharab hui thi, to meri baha mere pas puri raat jagati rahi, halanki main usse ladta rahata tha.
बहुत ही अच्छी कहानी हैं, एक बार मेरी बहन बाढ़ की वजह से रक्षाबंधन मे नहीं आ पाई थी तो मैं नदी तैर कर उसके यहाँ गया और उससे राखी बंधवाई। मेरे घ्हर मे जब भी कोई काम होता हैं तो मेरी बहन सबसे पहले आ जाती हैं, उसके बिना मेरे घर मे कोई फंक्शन नहीं हो सकता। मैं नाराज होता हूँ तो वो मुझे मना लेती हैं, वो नाराज होती हैं तो मैं उसे मना लेता हूँ
मैं रीवा में mca 1st सेमेस्टर की परीक्षा की तैयारी में था , मेरी बहन प्रयागराज (इलाहाबाद) के अस्पताल में थी इलाज चल रहा था , उसने फ़ोन में कहा सब लोग देखने आए थे , तू बस नही आया , आकर एक बार देख ले , मैने हंसी में कहा अरे आप पहले अच्छी होकर घर आओ मैं तभी आऊंगा मिलने, । 1 हफ्ता पूरा हुआ , उसके बाद अब अपनी उस बहन को कभी नही देख सकता।