सच्ची कहानी – डॉक्टर और बचावकर्मी

Real Hindi Story – डॉक्टर और बचावकर्मी

यह बात अप्रैल 2021 की है, रूस की एक टास्क फोर्स एजेंसी एक बड़े अस्पताल मे लगी आग बुझाने के दौरान, वहां के कर्मचारियों को बचा रही थी। ठीक उसी वक्त ऑपरेशन थिएटर में कुछ डॉक्टर एक मरीज के दिल का ऑपरेशन कर रहे थे। यह ऑपरेशन काफी जटिल था। हर तरफ आज की वजह से डर का माहौल था, हर कोई इधर-उधर जान बचाने के लिए भाग रहा था, तभी टास्क फोर्स का एक बचाव कर्मी ऑपरेशन थिएटर के अंदर आता है और डॉक्टरों को ऑपरेशन छोड़ तुरंत बच निकलने के लिए कहता है।

लेकिन डॉक्टरों ने उसे बचाव कर्मी के साथ जाने से मना कर दिया, उन्होंने कहा कि अगर हमने इसे बचा लिया तो हम समझेंगे कि कि हमने अपने जीवन में कुछ पा लिया है। हमारा फर्ज बिल्कुल भी गवाही नहीं देता कि हम इस मरीज को ऐसी स्थिति में छोड़कर अपनी जान बचाकर यहां से चले जाएं। डॉक्टरों ने उस बचाओ कर्मी से कहा कि आप अपना काम कर रहे हैं, लोगों को बचा रहे हैं ठीक उसी तरीके से आप हमें भी अपना काम करने दीजिए और हम रोगी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

यह बोलकर डॉक्टर ऑपरेशन में फिर से जुट गए, और बचाव कर्मी ऑपरेशन थिएटर की सुरक्षा पर लग गया, की आग उस ऑपरेशन थिएटर तक ना पहुंच पाए।

ऑपरेशन सफलतापूर्वक हो गया और डॉक्टरों ने उस मरीज को बचा लिया साथ में टास्क फोर्स के बचाव कर्मियों ने डॉक्टरों की पूरी टीम को भी सफलतापूर्वक सुरक्षित हॉस्पिटल से निकाल लिया।

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दोनों संस्थाओं ने अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी के साथ निभाया , इसी प्रकार अगर हर व्यक्ति अगर अपने जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाएं तो दुनिया बहुत ही खूबसूरत हो सकती है। लेकिन जब कोई व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी से चूक जाता है उसकी यह चूक कई जिंदगियों को बर्बाद कर सकती है, यह लापरवाही देश और दुनिया के हालात को बिगाड़ देती है। वर्तमान में इस दुनिया के बिगड़े हुए हालात का अगर कोई जिम्मेदार है तो वह है स्वार्थी इंसान है जो अपनी जिम्मेदारियों, देश के प्रति अपनी वफादारी को सही तरीके से नहीं निभा रहा है