यह कहानी 17वी शताब्दी के आसपास की है, उस समय अमेरिका एक गुलाम देश था और वहां पर इंग्लैंड का शासन चलता था। अमेरिका मे एक शहर है उत्तरी वर्जीनिया, उत्तरी वर्जीनिया मे एक नदी बहती है, उस नदी के किनारे कुछ मित्र मंडली आपस में चर्चा करते हुए बैठे हुए थे। और नदी के आसपास के सुंदर दृश्य को देखकर आनंदित हो रहे थे।
तभी उन्हें एक स्त्री के रोने और चिल्लाने की आवाज सुनाई देती है। यह आवाज सुनकर वह सभी मित्र आवाज की ओर दौड़े और जैसे ही वह स्त्री के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि नदी में स्त्री का बच्चा बहा जा रहा है। परंतु वहां पर मौजूद कोई भी व्यक्ति, बच्चे को बचाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।
नदी में बहुत तेज बहाव था, जिसकी वजह से वहां पर मौजूद सभी लोग डर और घबराहट की वजह से उस नदी मे बहते हुए बच्चे को नहीं बचा पा रही थे।
उस मित्र मंडली से तभी युवक दौड़ते हुए नदी में छलांग लगा दिया और अपनी जान पर खेलकर उस बच्चे की जान को बचा लिया।
उस युवक की बहादुरी और हिम्मत को देखकर बच्चे की मां ने बोला – “मैं तुम्हारे इस उपकार का बदला तो नहीं चुका सकती, लेकिन मैं भगवान से यह प्रार्थना करती हूं की तुम्हारे इस पराक्रम का परिणाम तुम्हारी सर्वदा मौजूद रहने वाली कीर्ति के रूप में तुम्हें मिले।”
उस महिला ने अपने बच्चे के बचाए जाने के बाद यह वचन बोले थे, इसलिए निश्चित है, यह वचन बहुत ही सच्चे मन से बोले गए थे। इसलिए भगवान ने उस महिला की इस प्रार्थना को स्वीकार कर लिया। जिसका यह परिणाम निकला कि वह युवक का नाम इतिहास के पन्नों में अमर हो गया और आज भी उसका नाम बड़ी ही श्रद्धा के साथ लिया जाता है।
उस युवक का नाम जॉर्ज वाशिंगटन था आगे चलकर वह युवक अमेरिका का राष्ट्रपति बना और उसके नाम पर एक शहर का नाम भी रखा गया है।
यह शहर जिसका नाम वॉशिंगटन डीसी है यह अमेरिका की राजधानी भी है।
शिक्षा (Moral of this Hindi Story)- इस hindi story मे शिक्षा मिलती हैं की जब हम किसी के बुरे वक्त में उसका मदद करते हैं तो उसके हृदय से वह हमारे लिए भगवान से प्रार्थना करता है और कभी ना कभी भगवान हमें उसका परिणाम अवश्य देता है। यह hindi story आपको कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताए। इस hindi kahani को शेयर जरूर करे।
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